आपके जीवन के रसायनिक समीकरण हमेशा आक्सीजन एवं कार्बन जैसे मिल कर धवल जल विन्दु का उज्जवल रूप लेते हुए तथा तत्वों की यौगिक युग्म प्रक्रियाओं की भांति ऐसा ऐतिहासिक रूप धारण करते हुए जो अर्वाचीन, प्राचीन एवंआधुनिक इतिहास के किसी पृष्ठ पर उद्धृत ना सका हो , एवं जीवन पथ के हर लघुगणक संसार रूपी उदधि की उच्चश्रृंखला को विस्थापित कर जीवन को दिव्य एवं ज्योतिर्मय करते हुए आपके मन मानस हंस को आमोद- प्रमोद से पल्लवित करें .....।
शुभाकांक्षी***
विजय कनौजिया