दोस्तों ,
#ताजमहल एक प्यार की निशानी है या #शिव जी का #मंदिर '#तेजोमहालया' ? इस बात पर शोध किया जा रहा है!
#ताजमहल किसी #शाहजहाँ ने बनवाया था या नहीं बनवाया था , इस बात पर मैं कुछ तथ्य पेश कर रहा हूँ जिसे मै फेसबुक और ट्विटर जैसे अनेको सोशल मीडिया पर पोस्ट कर चूका हूँ जिसमे मुझे अलग-अलग तरह की अनेकों प्रतिक्रियाएं मिली है , आपसे भी वैसी ही उम्मीद करता हूँ।
प्रोफेसर #ओके ने अपनी खोज में पाया कि ये #ईमारत कोई
#मक़बरा नहीं है बल्कि एक #प्रचीनशिवमन्दिर है। जिसका नाम तेजो महालय था।
जिस को #शाहजंहा ने #महाराजाजयसिंघ से अवैध रूप से छिन् लिया था। उसके बाद इससे तमाम ऐसी चीजे मिटा दी जिससे कि भविष्य में किसी को पता ना चले कि ये एक शिव मंदिर था।
शाहजहाँ सभी #सबूत नष्ट नही कर
पाया और अब धीरे धीरे इस झूठ से पर्दा उठ रहा है।
वहा पर गिरने वाली पानी की बुन्द #मुमताज के #आंसू नहीं #शिवलिंग पर गिरनेवाला कुदरती #जलाभिषेक है। भारत के #इतिहास को बदला गया है , ताजमहल को प्रेम की निशानी कहतें हैं अतः एक बार इसे भी पढ़ेँ...
१) मुमताज शाहजहाँ की चौथी बीवी थी...
२) शाहजहाँ ने मुमताज से शादी करने के लिए उसके पति का खून किया था...
३) १४ वे बच्चे को जन्म देते हुए मुमताज़ की मौत हुई थी...
४) मुमताज के मरने के बाद शाहजहाँ ने उसकी बहन से शादी कर ली...
इसमें #प्रेम कहा है...?
दोस्तों ये बात कहां तक सच है और कहाँ तक झूट , शोध पूरी हो जाने के बाद ही पता चलेगा! परन्तु इस तथ्य पर आप लोगों के क्या विचार हैं ? आपके विचारों का स्वागत है !