नई दिल्ली : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को पांच साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी जान बचायी थी. ये बात जानकार आप हैरान हो रहे होंगे. लेकिन हकीकत यह है कि साल 2011 में अगर नरेंद्र मोदी ने उन्हें मिलकर सही सलाह न दी होती तो अम्मा के विरोधी उन्हें स्लो पॉइजन देकर मार देते.
जयललिता को मारने की साजिश क्यों रची गयी थी ?
गौरतलब है कि तमिलनाडु की जनता के बीच करोड़ों लोगों का प्यार बटोर चुंकि जयललिता को उनके राजनीति में धुर विरोधियों ने उन्हें जान से मारने की साजिश रची थी. इस साजिश के तहत उन्हें बीमारी के दौरान नर्स से सांठगांठ कर उन्हें खाने में स्लो पॉइजन देकर मारने की साजिश रची गयी थी. जिसके चलते उनका शरीर नीला पड़ गया था. सूत्रों के मुताबिक जयललिता की सेहत काफी ख़राब हो गयी थी. समय रहते ही इसका खुलासा हो जाने के बाद उनकी जान बच गयी थी.
कौन था जयललिता का दुश्मन
सूत्रों के मुताबिक यह साजिश किसी और ने नहीं बल्कि उनकी परम सहेली शशिकला ने रची थी. दरअसल शशिकला अपने पति नटराजन को तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बनवाना चाहती थी. जिसके चलते उसने यह साजिश रची थी, लेकिन गुजरात में व्यापार के लिए साउथ के लोगों का निवेश करना मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को हजम नहीं हुआ और वह जयललिता से मिलने उनके 'पोएस गार्डन' उनसे मिलने पहुंचे थे. जयललिता से मिलकर मोदी ने उन्हें यह बताया कि गुजरात में साउथ के लोग बिजनेस के इरादे से खूब आ रहे हैं और शशिकला के परिवार वाले उनसे जमकर धनउगाही कर रहे हैं. नरेंद्र मोदी कि यह बात सुनकर वह बड़ी हैरान हो गयीं थीं.
AIADMK के एक नेता के हवाले से हुआ था खुलासा
सूत्रों के मुताबिक एक मैगजीन ने AIADMK के एक नेता के हवाले से इस बात का खुलासा किया था. बताया जाता है कि मोदी ने उनकी हालत देखकर उन्हें ये सलाह दी थी कि वह अपना चेकअप अच्छी तरह से किसी और डॉक्टर से करायें और खाने पीने की चीजों का परीक्षण करवायें. इसके बाद जब जयललिता ने इस बात का खुलासा हुआ कि उनकी सबसे गहरी दोस्त शशिकला नटराजन ने उन्हें मारकर अपने पति को मुख्यमंत्री बनाना चाहती थी. बताया जाता है कि नर्स को हिरासत में लेकर जब ये पूछताक्ष कि गयी तो इस बात का खुलासा हुआ.
नर्स ने साजिश के पीछे किसका लिया था नाम
नर्स को हिरासत में लेकर जब पूछताक्ष कि गयी तो उसने बताया कि उनके खाने में 'सेडेटिव' केमिकल मिलकर वह दे रही थी. इसके साथ ही इस बात का भी खुलासा हुआ कि उसे नौकरी पर शशिकला ने ही रखा था और जहर मिलाने के लिए भी उन्होंने ही कहा था. लेकिन शशिकला के खिलाफ जयललिता ने बिना कोई FIR दर्ज कराये उनको और उनके परिवार को अपनी पार्टी और घर से निकाल दिया था. इसके बाद शशिकला ने उनसे माफ़ी मांग ली थी. जिसके चलते महज 100 दिन बाद जयललिता के घर में न ही शशिकला कि वापसी हुई बल्कि उनके परिवार कि भी वापसी हुई थी.