नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व ओलंपियन असलम शेर खान ने कहा कि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तर्ज पर ‘राष्ट्रीय कांगे्रस स्वयंसेवक संघ’ :आरसीएसएस: बनायेंगे। 2018 में होने वाले मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों में भाजपा को टक्कर देने के आरसीएसएस के गठन की बात कही। उन्होंने कहा कि आरसीएसएस बिल्कुल आरएसएस की तर्ज पर होगा। लेकिन आरसीएसएस का कोई परिधान नहीं होगा, जैसा कि आरएसएस स्वयंसेवकों का है। उन्होंने दावा किया, ‘‘अगले साल तक आरसीएसएस में एक लाख तक स्वयंसेवक हो जाएंगे।’’ असलम ने बताया कि आरसीएसएस की मदद से कांग्रेस आने वाले दिनों में भाजपा को चुनावों में कड़ी टक्कर देगी।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री असलम ने कहा कि, ‘‘यह उद्देश्य हमने कई साल पहले वर्ष 1947 में हासिल कर लिया है, इसलिए अब यह :कांग्रेस सेवा दल: लगभग खत्म हो गया है।’’असलम ने बताया कि आरएसएस की स्थापना के. बी. हेडगेवार ने भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए किया है और उनका यह सपना अब तक पूरा नहीं हुआ है। इसलिए आरएसएस बहुत ज्यादा सक्रिय है और अब भी काम कर रहा है।हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश की कमान संभालने के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ मिलकर मोदी आरएसएस के इस सपने :भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने का: को साकार करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। असलम ने कहा कि हेडगेवार ने आरएसएस का गठन मात्र चार लोगों से की थी और वह भी भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने का काम कर रहे थे। ‘‘मैं आज ‘राष्ट्रीय कांगे्रस स्वयंसेवक संघ’ के गठन की घोषणा करता हूं।
असलम ने बताया, ‘‘मैंने आरसीएसएस बनाने का निर्णय लिया है, क्योंकि जमीनी स्तर पर कांग्रेस के पास कार्यकर्ताओं की भारी कमी है, जबकि एक राजनीति क दल के लिए चुनाव जीतने के लिए जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं का होना जरूरी है।’’ आरसीएसएस में केवल उन लोगों की ही शामिल किया जाएगा जिनकी पृष्ठभूमि राजनीतिक न हो। असलम ने बताया कि हाल ही में हुए उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणामों से स्पष्ट हो गया है कि यदि कांग्रेस केवल अल्पसंख्यक वोटों के बल पर ही सत्ता में आना चाहती है, तो यह संभव नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि हले ही ‘कांग्रेस सेवा दल’ पहले से होने के बावजूद आरसीएसएस क्यों बना रहे हैं, तो उन्होनें कहा कि, ‘‘कांग्रेस सेवा दल लगभग खत्म हो चुका है।’’ उन्होनें कहा कि कांग्रेस सेवा दल की स्थापना एन एस हार्डिकर ने अंग्रेजों से देश की आजादी हासिल करने के लिए की जो अब लगभग ख़त्म हो चुकी है।