दिलरुबा
दिनांक -07/09/22
दिन-बुधवार
प्यारी दिलरुबा,,, यह राइटर भी ना जाने किस मिट्टी के बने होते हैं जिन्हें लिखे चैन आता है और ना लिख कर भी बेचैन रहते हैं,,,,, आप मुझे ही देख लो,,,समय के अभाव के कारण सोचा था डायरी नहीं लिखूंगी इस मंथ,,,,,, पर नहीं दिल माना,,,,, आखिर कार दिल के आगे मैंने हथियार डाल दिए,,,,।
मुझे हारना ही पड़ा,,, और मैं फिर आ गई,, आप सबके बीच,, फिर कैसे ना आती आप सब ने इतना प्यार और इतना सहयोग जो दिया,,,,,,,, मेरी दिलरुबा को जीत दिलाकर,,,,,,, अगस्त महा के विजेताओं में जब मैंने दिलरुबा का नाम देखा तो मैं फूली नहीं समाई आप सभी की तहे दिल से शुक्रगुजार हूं,,, धन्यवाद देर से देने के लिए माफी चाहती हूं,,, एक बार फिर, मेरी और मेरी दिलरुबा की तरफ़ से आप सबका तहे दिल से शुक्रिया,,,, 😊
दिलरुबा आज बात करते हैं टॉपिक टाइम ट्रेवल की तो दिलरुबा हमारे वैज्ञानिक लगे हुए हैं ऐसा यंत्र बनाने में जिससे हम अपने भूत और भविष्य के समय की जब चाहें तब यात्रा कर सकें,,,,।
लेकिन यह केवल अभी कल्पना ही है,,, अभी तक ऐसा कुछ भी संभव नहीं हुआ है,,, पर दिलरुबा इस दुनिया में असंभव तो कुछ भी नहीं,,, अगर मुझे टाइम ट्रेवल का मौका दिया गया तो मैं कभी भी ना तो अपना भविष्य के समय की यात्रा करना चाहूंगी,,,,
और ना ही जो समय बीत गया है उसको दोबारा से देखना चाहूंगी जबकि मेरा गुजरा हुआ समय बहुत कीमती और बहुत सुंदर था फिर भी मैं वर्तमान में जीना चाहूंगी वर्तमान की समस्याओं को सुलझाना वर्तमान में रहना मुझे बहुत पसंद है,,,,।
समय बड़ा बलवान है समय की बड़ी महिमा है किसी के लिए समय सुखदाई है तो किसी के लिए कष्टकारी बीता हुआ कल कभी वापस नहीं आता चाहे वह कितना भी सुंदर क्यों ना हो और ना ही कोई समय रुकता है बुरे से बुरा समय एक दिन समाप्त हो जाता है
और फिर से नए समय की शुरुआत होती है रात के बाद सुबह का होना स्वभाविक है और सुबह के बाद रात भी होती जरूर है इसलिए बुरे समय में हिम्मत और हौसले से काम लेना चाहिए और सोचना चाहिए रात कितनी भी भयानक क्यों ना हो उसकी सुबह जरूर होती है,,, व्यर्थ समय बिताने से अच्छा है समय का सदुपयोग करना,,, टाइम ट्रेवल मशीन की कल्पना करके अपने किसी भी वक्त में घूमने से कहीं अच्छा है पुरुषार्थ करें और अपने आने वाले समय को बेहतरीन बनाए,,,।
जो मज़ा सरप्राइस में है वह पहले से जान लेने में कहां,,, अगर किसी इंसान को पता चल जाए कि उसका आने वाला समय अच्छा नहीं तो वह जीते जी अपनी हिम्मत खो देता है,,,।
ऐसे ही गुज़रे हुए समय की यात्रा करना भी व्यर्थ ही है,, जो बीत गया सो बीत गया उसको सुधारा नहीं जा सकता,,,। पर दिल डूबा ऐसा तो मैं सोचती हूं बहुत से लोग हैं जो इस मशीन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और सोचते हैं कितना अच्छा हो कि हम अपने बीते समय और आने वाले समय की यात्रा कराएं,,,।
तो दिलरुबा हम दुआ करते हैं उन लोगों के लिए कि मैं समय की यात्रा यूं तो हम हर पल कर रहे हैं लेकिन वे यंत्र के द्वारा जिस भी समय की यात्रा करना चाहे कर सके,,, उम्मीद पर दुनिया कायम है,,।
तो दिलरुबा वैज्ञानिकों के सामने चुनौती भी है और वह प्रयत्न भी कर रहे हैं अब यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा टाइम ट्रैवल मशीन कब तक बनती है क्या उसके रिजल्ट होंगे क्या नहीं,,, इतने दिलरुबा तुम और हम समय की महत्ता को स्वीकार करें और समय का सदुपयोग करें,, क्योंकि,, दिलरुबा,,,
गुजरा हुआ जमाना आता नहीं दोबारा
हाफिज खुदा तुम्हारा हाफिज खुदा तुम्हारा,,।
अच्छा दिलरुबा अब हम दोस्तों से इजाजत लेते हैं फिर मिलेंगे कुछ और दिलचस्प बातों के साथ तब तक के लिए ,,,,,,
शब्बा खैर शुभ रात्रि शुभ रात्रि शुभ रात्रि
खातून-