shabd-logo

मानवीय पूंजी

15 सितम्बर 2022

34 बार देखा गया 34

डियर दिलरुबा
दिनांक -15/9/22
समय-रात-9:15
प्यारी दिलरुबा आज तुम से मिलने आने में थोड़ा समय लग गया,,, क्या करूं अभी भी जल्दी आ गई समय तो मुझे 11:00 बजे के बाद ही मिलता है ख़ैर यह तो रोज़ का रोना है,,,, ।
😊अब बात कर लेते हैं मानवीय पूंजी की,,, किसी भी बिजनेस, स्कूल, ऑफिस यह समझ लो हर काम के लिए रुपए पैसों के साथ-साथ मानवीय पूंजी की भी बहुत आवश्यकता होती है,,,, या यूं कहो मानवीय पूंजी के बिना कुछ कार्य तो बिल्कुल ही असंभव है,,, प्रत्येक कार्य को करने के लिए अलग प्रकार कौशल से युक्त ज्ञाता यानी जानकारी वाले व्यक्तियों की आवश्यकता होती है,,,,,।

किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए मनुष्यों का समूह ही उस कंपनी की मानव पूंज कहलाता है

😊 यही वजह है आजकल बड़ी-बड़ी कंपनियां ऐसे व्यक्तियों में निवेश कर रहीं हैं जिससे उन्हें वह मानवीय पूंजी प्राप्त हो सके जो उनके कार्य को सुचारु रुप से बढ़ाने में सक्षम हो,,,,।
😊 इसलिए ही आजकल यह प्रयत्न किया जा रहा है के अनेक प्रकार के वह कौशल जो उनके कार्य को आगे बढ़ा सके लोगों में विकसित किए जा सकें,,,,,,, या ढूंढ ढूंढ कर महत्वपूर्ण गुणों से युक्त लोगों का कैंपस सिलेक्शन कर किया जाना भी इसका एक उदाहरण हैं,,, मानवीय पूंजी के द्वारा कोई भी व्यापार या कोई भी कार्य तभी सफल होगा जब उसमें काम करने वाले लोग विभिन्न प्रकार के ज्ञान और गुणों से युक्त होंगे,,, कुल मिलाकर इतना जान लो दिलरुबा मानवीय पूंजी का अर्थ है,,,
😊“व्यक्तियों की संख्या को प्राप्त करने और बढ़ाने की प्रक्रिया जिनमें कौशल, शिक्षा और अनुभव होता है जो देश के आर्थिक और राजनीतिक विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं । इस प्रकार, यह मनुष्य में निवेश और उसके विकास के साथ एक रचनात्मक उत्पादक संसाधन के रूप में जुड़ा हुआ शब्द है,,।
😊भारत में मानवीय पूंजी बहुत अधिक है यही वजह है कि विदेशों में भी हमारे देश के युवा नौजवान बूढ़े जो अनेक कौशलों से युक्त हैं अधिक मात्रा में काम कर रहे हैं,,, जिससे हमारे देश में विदेशी मुद्रा का आगमन हो रहा है,,, जिससे भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है,,,।
😊जितने लोग शिक्षित और विभिन्न प्रकार के कौशलों से युक्त होंगे,, उतनी ही मानवीय पूंजी देश के और समाज के काम आ सकेगी,,,
😊इसी प्रकार दिलरुबा घर, परिवार, और समाज में जो मानवीय पूंजी आवश्यक समझी जाती है वह है मनुष्य के आत्मिक गुण,,, प्रेम, दया ,सहानुभूति, इंसान का सबसे बड़ा गुण है सबसे बड़ी पूंजी है,,, क्योंकि जैसा बोओगे वैसा काटोगे,,, इंसान का व्यवहार ही इंसान को प्रसिद्धि दिलाता है,, नहीं तो खाली हाथ आता है इंसान और खाली हाथ जाता है,,,,,,,।
😊 इंसान के चले जाने के बाद भी उसको ख्याति उसके गुण और स्वभाव ही दिलाते हैं अतः मानव में दूसरों के दिलों पर राज करने का कौशल भी अवश्य ही होना चाहिए,,, असली मानवीय पूंजी तो यही है दिलरुबा,,
अंत में साथियों कबीर के दोहे के साथ मैं अपनी बात पूरी करती हूं,,,
जो तोको काँटा बुवै ताहि बोव तू फूल।
तोहि फूल को फूल है वाको है तिरसुल॥

🌹ख़ातून-

Dr. Pradeep Tripathi

Dr. Pradeep Tripathi

अच्छा लेख।

16 सितम्बर 2022

sayyeda khatoon

sayyeda khatoon

16 सितम्बर 2022

धन्यवाद 😊

काव्या सोनी

काव्या सोनी

Behtreen prastuti 👌

16 सितम्बर 2022

Kafil Ur Rehman

Kafil Ur Rehman

बहुत बेहतरीन लिखा है आप ने,,,

16 सितम्बर 2022

sayyeda khatoon

sayyeda khatoon

16 सितम्बर 2022

धन्यवाद 😊

20
रचनाएँ
दिलरुबा माह सितम्बर
5.0
प्यारे साथियों,,, दिलरुबा मेरी डायरी का नाम है,, यह डायरी मेरे व्यक्तित्व का आईना है,, मेरे आसपास घटित होने वाले कुछ कहे अनकहे पल इस डायरी में पढ़ने को मिलेंगे,,,,, कुछ मनोरंजक, कुछ उपयोगी, और कुछ बहुमूल्य विचार मैं इस डायरी में शेयर करती रहूंगी,, मुझे पुराने फिल्मी गीतों का बहुत शौक़ है उसकी झलक भी यदा-कदा आपको मेरी डायरी में देखने को मिलेगी,, बहुत से ऐसे मौलिक विचार जो मैं आप सबके साथ साझा करना चाहती हूं,, इस डायरी में पढ़ सकते हैं,, कुल मिलाकर आपसे कहना चाहती हूं बहुत दिलचस्प है मेरी दिलरुबा,,,। सय्यदा खा़तून,, ✍️
1

टाइम ट्रैवल

7 सितम्बर 2022
3
3
1

दिलरुबा दिनांक -07/09/22 दिन-बुधवार प्यारी दिलरुबा,,, यह राइटर भी ना जाने किस मिट्टी के बने होते हैं जिन्हें लिखे चैन आता है और ना लिख कर भी बेचैन रहते हैं,,,,, आप मुझे ही देख लो,,,समय के अभाव के कारण

2

वृद्ध आश्रम और मां

8 सितम्बर 2022
7
5
3

दिलरुबा दिनांक -8/9/22 दिन-बृहस्पतिवार मेरी प्यारी दिलरुबा और साथियों आज का टॉपिक वृद्ध आश्रम एक गंभीर समस्या की ओर इशारा करता है वृद्ध आश्रम में आज बूढ़े और अनाथ लोग ही नहीं बल्कि वह लोग रहने प

3

रेल यात्रा

9 सितम्बर 2022
3
3
4

दिनांक 9/9/22 दिन-शुक्रवार प्यारी दिलरूबा कैसी हो तुम आज तो तुमसे बातें करने के लिए मैं कुछ जल्दी ही आ गई हूं,,,वो इसलिए टॉपिक देखकर मुझे एक संस्मरण याद आ गया टॉपिक तो तुम जानती हो ना,,,, रेल यात्

4

डियर दिलरुबा (सितंबर) कुछ दिल की

10 सितम्बर 2022
3
3
2

दिनांक-10/9/22 दिन- शनिवार समय रात्रि 10: 30 🙇📚कहां हो दिलरुबा क्या कहा सो रही हो अरे अभी कोई सोने का टाइम नहीं है अभी बजा ही क्या है,,, मेरी दोस्त, मेरी दिलरुबा,,,,,, सुनो वैसे तुम तो सब जानती ही

5

डियर दिलरुबा-(ध्यान- योग)

10 सितम्बर 2022
2
3
2

दिनांक -10/9/22 दिन-शनिवार समय-रात 11:50 प्यारी दिलरुबा देखो आज मैं तुमसे मिलने दूसरी बार आ गई,,, क्या करूं नींद नहीं आ रही थी,,,, फिर टॉपिक पर नज़र गई,, ध्यान- योग सोचा क्यों ना इस पर अपने विचार तुम्

6

डियर दिलरुबा (मानसिक स्वास्थ्य)

11 सितम्बर 2022
4
3
2

डियर दिलरुबा दिनांक-11/9/22 दिन-रविवार तुम अपना रंजो गम, अपनी परेशानी मुझे दे दो, तुम्हें ग़मकी कसम अपनी निगेहबानी मुझे दे दो। हां दिलरुबा तुम्हारे लिए ही तो लिख रही हूं,,,, तुम आजकल कुछ ज्यादा प

7

डियर दिलरुबा

12 सितम्बर 2022
3
4
2

डियर दिलरुबा दिनांक-12/9/22 दिन-सोमवार 🙇💐कैसी हो दिलरुबा, आजाओ अब  कुछ तुम्हारी सुनते हैं और कुछ अपनी लिखते हैं,,, हां तो दोस्त, मैं बता रही थी...आज तो मैं बहुत ख़ुश हूँ।वजह मेरा बगीचा, सुंदर फूलों

8

📚📚बचपन की दोस्ती

13 सितम्बर 2022
2
3
4

डियर दिलरुबा दिनांक-13/9/22 दिन-मंगलवार बचपन की मोहब्बत को दिल से न जुदा करना जब याद मेरी आए मिलने की दुआ, करना,,, डियर दिलरुबा,जब से टॉपिक पड़ा है "बचपन का मित्र" सच में दिलरुबा तुम्हारी बहुत याद

9

हिंदी दिवस

14 सितम्बर 2022
3
4
5

दिनांक -14/9/22 दिन-बुधवार प्यारी दिलरुबा कैसी हो तुम,,, आओ दोस्तों को हिंदी दिवस की बधाई देते हैं,,,, साथियों आप सभी को हिंदी दिवस की ढेरों शुभकामनाएं और बधाइयां,, दिलरुबा हिंदी हमारी बहुत ही प्रिय भ

10

डाक्टर साहिबा वो हिंदी की

14 सितम्बर 2022
4
3
2

🌺डाॅक्टर साहिबा वो हिंदी की अंग्रेजी में करती हैं बात , गुस्सा उनकी नाक पर रहता अंग्रेजी की वो तोड़ें टांग, अंग्रेजी बीच हिंदी ऐसे बोलें जैसे कंकड अटके खाते भात। 🌺डाॅक्टर साहिबा वो हिंदी की अंग्रेजी

11

मानवीय पूंजी

15 सितम्बर 2022
3
4
5

डियर दिलरुबा दिनांक -15/9/22 समय-रात-9:15 प्यारी दिलरुबा आज तुम से मिलने आने में थोड़ा समय लग गया,,, क्या करूं अभी भी जल्दी आ गई समय तो मुझे 11:00 बजे के बाद ही मिलता है ख़ैर यह तो रोज़ का रोना है,,,,

12

नारीवाद

17 सितम्बर 2022
5
4
3

डियर दिलरुबा दिनांक-17/9/2222 दिन-शनिवार समय-रात 11:5 डियर दिलरुबा,, कल तो मैं तुमसे मिलने का टाइम ही नहीं निकाल पाई,, कहीं तुम नाराज़ तो नहीं,, चलो कोई बात नहीं हक़ है तुम्हारा,,,,,,। 😊हक़ से या

13

अंधविश्वास

18 सितम्बर 2022
7
7
9

डियर दिलरुबा दिनांक-18/9/22 दिन-रविवार समय-8:15                        📚अरे कैसी हो दिलरुबा, यह इतने सारे ताबीज हाथ पर क्यों बांध रखे हैं,,?? अरे क्या बताऊं मेरी दोस्त कल मैं बर्थडे में गई थी वहा

14

डियर दिलरुबा

19 सितम्बर 2022
1
2
1

डियर दिलरुबा दिनांक 19/9/22 दिन-सोमवार। समय-1:10रात्री 📚📚📚📚 डियर दिलरुबा देखो आज मैं तुमसे मिलने कितनी देर में आई हूं,,, तुम्हें इंतज़ार  करना पड़ा ना,,,, तुम तो जानती ही हो,, वैसे तो रात के सन्ना

15

नारी शक्ति का दुरुपयोग

20 सितम्बर 2022
3
1
1

डियर दिलरुबा दिनांक-20/9/22 दिन-मंगलवार 📚📚कैसी हो माय डियर दिलरुबा,,,, बारिश का तो आज भी वही हाल है लेकिन कुल मिलाकर मौसम बड़ा लाजवाब हो रहा है,,,,, वैसे भी देहरादून के मौसम से हमें कभी कोई शिकायत

16

डियर दिलरुबा

22 सितम्बर 2022
1
1
1

22/9/2022 दिन-गुरुवार 😊📚प्यारी दिलरुबा कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम तो है बस कहना बेकार की बातों में कहीं बीत ना जाए रैना,,           😊हां दिलरुबा कभी-कभी किसी की कोई बात मन को बहुत चुभ जाती ह

17

शर्मसार होती इंसानियत

23 सितम्बर 2022
3
2
0

डियर दिलरुबा दिनांक - 23/9/22 दिन - शुक्रवार डियर दिलरुबा, आज फिर तुम्हारे साथ अपने मनोभावों को शेयर करना है,,, हर बात शेयर करने के लिए तुम ही तो हो मेरे पास जो बिना कुछ कहे मेरी सारी बातें सुनती रहती

18

डियर दिलरुबा ( यादें)

24 सितम्बर 2022
2
1
1

डियर दिलरुबा, दिनांक -24/9/22 तुझे क्या सुनाऊं मैं दिलरुबा तेरे सामने मेरा हाल है,,, हां दिलरुबा,,, तुम तो सब जानती ही हो,, क्या है ऐसा मेरे बारे में जो तुम्हें नहीं पता,, दिल बड़ा उदास है,,, ज्याद

19

डियर दिलरुबा

30 सितम्बर 2022
0
0
0

अच्छा जी मैं हारी चलो मान जाओ ना देखी तेरी यारी मेरा दिल जलाओ ना,, 🙇📚मेरी प्यारी दिलरुबा,,,, आजकल तुम नाराज़ बहुत होने लगी हो ,,,,अरे कोई तो वजह होगी इतनी देर मैं तुमसे मिलने आने की,,, किसी को पता

20

डियर दिलरुबा

30 सितम्बर 2022
0
0
0

अच्छा जी मैं हारी चलो मान जाओ ना देखी तेरी यारी मेरा दिल जलाओ ना,, 🙇📚मेरी प्यारी दिलरुबा,,,, आजकल तुम नाराज़ बहुत होने लगी हो ,,,,अरे कोई तो वजह होगी इतनी देर मैं तुमसे मिलने आने की,,, किसी को पता

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए