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तोड़ भरोसा इश्क दांव पर लगाए

23 नवम्बर 2021

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Riyazul Hasan

Riyazul Hasan

इश्क़ है सच्चा बड़ा दम भरते 👌👌❤🙏

2 जनवरी 2022

Dinesh Dubey

Dinesh Dubey

बहुत बढ़िया

29 दिसम्बर 2021

Chinu Ji

Chinu Ji

Khubsurat likha he apne 💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖❤❤❤❤❤❤❤💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞🍫🍫🍫🍫🍫🍫

28 नवम्बर 2021

Lavi

Lavi

Hello didi... I am Twinkale 💞 Very very nice post Di...🤗🤗🤗

25 नवम्बर 2021

Shailesh singh

Shailesh singh

बेहद उत्तम कृति

24 नवम्बर 2021

वणिका दुबे "जिज्जी"

वणिका दुबे "जिज्जी"

मैं ही समझा दूंगी आप परेशान न हो बहन

24 नवम्बर 2021

काव्या सोनी

काव्या सोनी

24 नवम्बर 2021

समझाने से भी नहीं समझते dear

sayyeda khatoon

sayyeda khatoon

वाह बहुत खूब 👌👌👌

24 नवम्बर 2021

23 नवम्बर 2021

JETHARAM CHOUDHARY

JETHARAM CHOUDHARY

सुन्दर

23 नवम्बर 2021

23 नवम्बर 2021

30
रचनाएँ
हाल ए दिल
0.0
एक प्यार ऐसा ना मिला साथी मुझे मेरा जैसा हाल ए दिल जिंदगी और इश्क दर्द है बस शामिल
1

तोड़ भरोसा इश्क दांव पर लगाए

23 नवम्बर 2021
15
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बेवजह आखिर कब तक मुस्कुराए दिल तोड़े जब अपने तो कैसे जी पाए ख्वाबों का आशियाना बनाना बड़ा ही है आसान सहेजे रखना बस रह जाता है अरमान बेवजह की बातों में उलझाए तोड़ भरोसा इश्क दांव पर लगाए बेमतलब से र

2

ये सौगात दे जाए

25 नवम्बर 2021
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<div align="left"><p dir="ltr">जब दिल में उठता दर्द का<br> सैलाब<br> रूह भी तड़प कर करती<br> विलाप<b

3

खिलखिलाती सुबह नहीं अपने है हिस्से

27 दिसम्बर 2021
7
6
8

<div align="left"><p dir="ltr">खिलखिलाती सुबह नहीं अपने है हिस्से<br> खिलखिलाती सुबह नहीं मेरी जीवन

4

अलविदा कहने का वक़्त आ गया

27 दिसम्बर 2021
7
4
5

<div align="left"><p dir="ltr">सुनो तुम्हे अब अलविदा कहने का वक़्त आ गया<br> अपने दिल से वफा करने का

5

सबक इश्क क्या खूब सिखाया

27 दिसम्बर 2021
9
5
2

<div align="left"><p dir="ltr">कैसे तुम्हारा करूं शुक्रिया सनम <br> इश्क में तूने सबक क्या खूब सिखाय

6

फिर हार गई 

27 दिसम्बर 2021
6
5
2

<div><span style="font-size: 16px;">लो हार गई फिर एक बार</span></div><div><span style="font-size: 16

7

सब कुछ

27 दिसम्बर 2021
14
8
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<p>सब कुछ खत्म हो जाने के<br> बाद भी<br> सब कुछ रहा जाता है याद में<br> जाने क्यों रह जाता<br> सब कु

8

अनजाना सा राही

28 दिसम्बर 2021
2
2
3

<div><span style="font-size: 16px;">अनजाना सा राही अनजाने में यू मिल गया</span></div><div><span styl

9

दर्द में जीना सीखा गया

28 दिसम्बर 2021
4
2
0

<div align="left"><p dir="ltr">ये रात और घना अंधियारा<br> ना उम्मीद मिले हमे उजियारा<br> यादों के तू

10

एहसासों को बुन रही

28 दिसम्बर 2021
2
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1

<div align="left"><p dir="ltr">हर तरफ खामोशी थी छाई<br> मन भी गम की घटा थी घिर आई<br> ख्यालों में हो

11

अजीब सा ख्वाब

28 दिसम्बर 2021
3
3
2

<p>एक अजीब सा ख्वाब था मेरा<br> उसके संग जीवन बिताने का<br> हमसफ़र उसे अपने सफ़र में<br> बनाने का<br

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चाहूं तुम्हे अपने जीतना

28 दिसम्बर 2021
1
2
3

<p>मैं चाह सकती हूं </p> <p>तुम्हे सिर्फ उतना </p> <p>जितना चाहती हूं खुद को</p> <p><br></

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वो कहता है मुझे अच्छे से जानता

29 दिसम्बर 2021
2
2
1

<p>वो कहता है मुझे अच्छे से जानता<br> मेरी शख्सियत वो पहचानता है<br> मेरे वजूद का एक शब्द भी उसने पढ

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 वो नहीं मेरा

29 दिसम्बर 2021
3
2
1

<div align="left"><p dir="ltr">जानते थे वो नहीं मेरा <br> नहीं वो है पराया<br> धड़कनों ने उसे चाहा<b

15

तुमने जो गम की सौगात दी

29 दिसम्बर 2021
3
2
2

<div align="left"><p dir="ltr"><u>ख्वाहिशें</u> मिट गई उझड़ी चाहत की दुनिया<br> फिर भी हमे मुहब्बत ह

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उलझे रिश्तों की तकदीर कहा मिलती है

30 दिसम्बर 2021
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3

पानी पर तस्वीर कहा बनती हैउलझे रिश्तों की तकदीर कहा मिलती है हाथो की लकीरों को क्या दोष देदिलबर जब हरजाई होख्वाबों को ताबीर नहीं मिलती माना इश्क की रहे मुश्किल बड़ी जब साथी साथ ना देइस सफ़र को मंजिल

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ना मुकम्मल होगा प्यार

30 दिसम्बर 2021
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2
3

<div align="left"><p dir="ltr">हर बार कोई झगड़ा<br> हर बार कोई बहस<br> और फिर नाराजगी<br> ये कैसी है

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मै ना कभी लौट कर आऊंगी

30 दिसम्बर 2021
4
2
2

<div align="left"><p dir="ltr">ना तुम्हे बताऊं ना ही कभी जताऊं<br> कभी किसी दिन जुदा तुमसे हो जाऊं<b

19

मेरा नहीं मेरे दिल का ये फसाना है

31 दिसम्बर 2021
2
3
2

<div align="left"><p dir="ltr">तुम्हे कुछ बताना है<br> मेरा नहीं मेरे दिल का ये फसाना है<br> माना दि

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खामोशी से दूर तुमसे चले जाते

31 दिसम्बर 2021
1
1
0

<p>बार बार तुम्हारे मन में सवाल आ जाते</p> <p>शक करने की आदत छोड़ नहीं पाते</p> <p>या फिर घुमा फिरा

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उम्मीदों की गली मै चली

31 दिसम्बर 2021
3
2
1

<p>उम्मीदों की गली <br> मै चली<br> ख्वाहिशें जाने कितनी सजी<br> तेरे आ जाने के इंतजार<br> दीवानी सी

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काश मै तेरी तरह हो जाऊं

1 जनवरी 2022
2
1
2

काश तुम भी कभी चाहो ऐसे मुझे जैसे मै चाहती हूं तुझे और फिर मै हो जाऊं तुमसी तुम राह तको जैसे मै करती हूं तेरा इंतजार और मै इंतजार करवाऊं तुम्हारी तरह मै ना आऊं कभी दर्द का हो तुम्हे भी अहसास जो दर्द रहता में मेरे दिल के पास और मै बेपरवाह हो जाऊ तुम्हारे जैसे कभी तुम तड़पो सुनने को मेरी आवाज और मै इख्तियार कर लू खामोशी तुम्हारे जैसे यार कभी ऐसा हो नींद तुम्हे ना आए जागो सारी रात मेरे जैसे मै चैन से सो जाऊं तुम सो जाते हो वैसे

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हमारा सफ़र

1 जनवरी 2022
0
0
0

हमारा सफ़र यही तक था जुदा अब हुए रास्ते

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ये कैसा है तेरा प्यार

2 जनवरी 2022
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0
0

हर बात पर तकरार ये कैसा है तेरा प्यार रूठ जाते हो हर बार ऐसी भी क्या नाराज़गी तुम्हारी यार कहते हो प्यार है बेशुमार

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इश्क की अधूरी कहानी

2 जनवरी 2022
2
1
1

दूर जाते जाते वो क्या खूब निशानी दे गया उम्रभर का ग़म इश्क की अधूरी कहानी दे गया मुहब्बत के सिवा ना कोई चाहत की मैंने दर्द ए दिल पर मेहरबानी कर गया

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खुद से ही अनजान मै

2 जनवरी 2022
4
4
3

खुद की मै क्या पहचान दू खुद से ही अभी अनजान हूं यूं तो मुस्कुराती हूं मै सदा ना जाने क्यों

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मेरे एहसास लफ़्ज़ों में ढल नहीं पाते

24 जनवरी 2022
9
4
7

उसने पूछा कुछ लिखा नहीं तुमने आज अब उसे क्या बताऊं मै कैसे लिख पाऊं मन चल रहा ख्यालों का सैलाब उस पर भी तूफानी लहरों से उठते दर्द जो उसने दिए बेहिसाब बाते ही ना जाने कितनी ख्यालों में आती जाती अल्फाज

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अब और ना रुलाओ।

1 फरवरी 2022
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1
1

प्रेम कहानी ना सही तुम मेरे सुकून का किस्सा बन जाओ तुम्हे अपनाने का अफसोस ना हो तुम जिंदगी का ऐसा हिस्सा बन जाओ प्यार तुम ना निभा सके इंसानियत तो निभा जाओ मै ओर तुम हम तो ना बन सके यादों में

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मेरा प्यार

7 फरवरी 2022
5
4
3

गुलाब जैसा था मेरा प्यार कांटे ही आए उस रास जब जब माना उसे खास कहने हो हुई दिल की बात हरकतों से उसने समझा दिया चाहत की उससे झूठी है मेरी आस बहुत देर कर दी उसने समझने प्यार आकर जीवन में निराश होकर लौट

30

अकेले क्यों चले गए

7 फरवरी 2022
8
3
2

तुम तन्हा मुझे कर गए सनम अकेले क्यों चले गए अपनी यादों को भी ले जाते साथ क्यों नहीं ले गए जो मिलकर सजाए थे ख्वाब ख्वाब जो साथ ले जाते सुकून से हम सो पाते ले क्यों नहीं जाते हर लम्हे का अहसास क्यों छो

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