चौर्यासी महादेव यात्रा चाहे क्रम अनुसार हो या क्षेत्र अनुसार परन्तु यात्रा का प्रारम्भ और अंत में पुनः दर्शन कर यात्रा का ससंकल्प समापन प्रथम महादेव मंदिर श्री अगस्तेश्वर से ही किया जाता है !
(१) 1 /84 : अगस्तेश्वर : हरसिद्धि माता मंदिर के पीछे स्तिथ संतोषी माता मंदिर परिसर में
(२) 10/84 : कर्कोटेश्वर : हरसिद्धि माता मंदिर परिसर में
(३) 12/84 : लोकपालेश्वर : हरसिद्धि मंदिर से आगे राम मंदिर के पास से घाटी उतर कर सीधे हाथ पर हरसद दरवाजा क्षेत्र में
(४) 71/84 : प्रयागेश्वर : हरसिद्धि मंदिर से आगे राम मंदिर के पास से घाटी उतर कर सीधे हाथ पर हरसद दरवाजा क्षेत्र में लोकपालेश्वर के पास
(५) 69/84 : संगमेश्वर : रामघाट से नरसिंह घाट की तरफ अरुणेश्वर महादेव से आगे वाली सीढ़ी पर (हरसिद्धि मंदिर से पीछे जय राम शनिराम की बगीचे के सामने से भी जाया जा सकता है)
(६) 68/84 : पिशाचमुक्तेश्वर : रामघाट पर यमराज के मंदिर के दाईं तरफ
(७) 02/84 : लिंग गुहेश्वर : रामघाट पर पिशाचमुक्तेश्वर महादेव के ठीक पास
(८) 76/84: अरुणेश्वर : रामघाट पर यमराज के मंदिर के बाईं तरफ
(९) 03/84 : ढूंढेश्वर : रामघाट पर अरुणेश्वर महादेव के पास से ऊपर सीधी चढ़ कर
(१०) 06 /84: स्वर्णज्वालेश्वर : रामघाट पर अरुणेश्वर महादेव के पास से ऊपर सीधी चढ़ कर ढूंढेश्वर महादेव से और ऊपर की तरफ
(११) 04/84 : डमरुकेश्वर : रामघाट पर अरुणेश्वर महादेव के पास से ऊपर सीधी चढ़ कर स्वर्णज्वालेश्वर के पास
(१२) 13/84: मनकामनेश्वर : रामघाट से आगे गन्धर्व घाट पर उदासीन अखाड़ा के पास घाट पर
(१३) 21/84: कर्कटेश्वर : मनकामनेश्वर महादेव के पास में ही स्तिथ है
(१४) 70/84 : दुर्घटेश्वर : मनकामनेश्वर महादेव एवं कर्कटेश्वर महादेव के पास में ही स्तिथ है
(१५) 67/84: केदारेश्वर : गन्धर्व घाट से आगे पुल पार कर शमशान के सामने की तरफ वाले घाट पर
(१६) 49/84: प्रथुकेश्वर : केदारेश्वर महादेव मंदिर में दरवाजे के ठीक पास
(१७) 72/84 : चन्द्रादित्येश्वर : महाकाल मंदिर में चांदी द्वार,वीरभद्रजी,अन्नपूर्णा माँ से पूर्व कोटि तीर्थ कुण्ड के सामने मंदिर में आदि शंकराचार्य जी के साथ विराजमान है
(१८) 80/84: स्वप्नेश्वर : महाकाल मंदिर प्रांगण में बृहस्पति महादेव और विट्ठल पंढरीनाथ मंदिर के बीच श्री हनुमान मंदिर के ठीक सामने
(१९) 07/84: त्रिविष्टपेश्वर : महाकाल मंदिर प्रांगण में ओंकारेश्वर मंदिर के पीछे श्री एकादश महादेव के पास से रास्ता है
(२०) 05/84: अनादिकल्पेश्वर : महाकाल मंदिर प्रांगण में जूना (वृद्ध) महाकाल मंदिर से पूर्व सप्त ऋषि मंदिर के आगे
(२१) 09/84: स्वर्गद्वारेश्वर : महाकाल मंदिर के सामने चौराहे से बेगमबाग की तरफ जाते समय उलटे हाथ पर नलिया बाखल - कंधार मोहल्ला में
(कम ट्रैफिक वाला क्षेत्र - मंदिर प्रांगण में बैठ कर भोजन हेतु - यात्रा को कुछ देर विश्राम देने हेतु उचित स्थान )
(२२) 47/84: नूपुरेश्वर: डाबरी पीठा से काम्प्लेक्स के सामने अंदर सुतार गली गली में
(२३) 29/84: रामेश्वर : डाबरी पीठा से निकल कर छोटा सराफा जाने वाली रोड पर सती दरवाजा के लगी हुए पतली गली में
(२४) 23/84: मेघनादेश्वर: छोटा सराफा बाजार में श्री लक्ष्मी नरसिंघ मंदिर के पास गली में शीतला माता के पास
(२५) 50/84: स्थावरेश्वर (शनि मंदिर) : छोटा सराफा से आगे - बलवट भैरू से आगे बाम्बाखाना - नईपेठ क्षेत्र में
[ यंहा स्वयं शनि देव शिवलिंग में निवास करते है जल और तेल दोनों चढ़ते है , इसी स्थान पर वराह भगवन मंदिर भी है ]
(२६) 74/84: राजस्थलेश्वर: नईपेठ से आगे बम्बाखाना चौराहे से उलटे हाथ पर मुडकर कांच के घोड़े से आगे आनंद भैरव के पास गली में (भागसीपुरा क्षेत्र )
(२७) 61/84:सौभाग्येश्वर : पटनी बाजार (गोपाल मंदिर से महाकाल मार्ग ) में सीधे हाथ पर प्रथम गली में
(२८) 59/84: सिद्धेश्वर : सौभाग्येश्वर महादेव से आगे गली के चढ़ाव उतरते ही सीधे हाथ पर (खत्रीवाड़ा)
(२९) 24/84 : महालयेश्वर : सिद्धेश्वर महादेव के पीछे घाटी पर उलटे हाथ वाली गली में ऊपर जाकर (खत्रीवाड़ा)
(३०) 25/84: मुक्तेश्वर : सिद्धेश्वर महादेव के पीछे घाटी पर सीधे हाथ वाली गली में आगे जाकर उलटे हाथ पर साँप वालो के घर के सामने गली में
आगे पुनः पटनी बाजार (गोपाल मंदिर से महाकाल मार्ग ) क्षेत्र पर
(३१) 19/84: नागचंद्रेश्वर : पटनी बाजार में दुर्गा माता मंदिर वाले चौराहे से उलटे हाथ पर नागनाथ की गली में
(३२) 20/84: प्रतिहारेश्वर : नागचंद्रेश्वर महादेव मंदिर में ही विराजमान है
(३३) 16/84: इशानेश्वर : पटनी बाजार में दुर्गा माता मंदिर वाले चौराहे से सीधे हाथ पर गली में (मोदी जी की गली में)
(३४) 18/84 : कलकलेश्वर : इशानेश्वर महादेव से तोडा आगे सीधे हाथ वाली गली में
(३५) 17/84: अप्सरेश्वर : कलकलेश्वर महादेव के थोड़ा पास में (पीछे गली से और साइड में प्लाट से दोनों और से रास्ता है )
(३६) 15/84: इन्द्रध्युम्नेश्वर : इशानेश्वर महादेव से आगे रोड पर खोखा माता मंदिर में
(३७) 77/84: पुष्पदंतेश्वर : इन्द्रध्युम्नेश्वर महादेव से आगे पानदरीबा - सिंहपुरी रोड से कार्तिक चौक की तरफ जाते हुए उलटे हाथ पर घाटी पर
(३८) 14/84: कुटुम्बेश्वर : सिंहपुरी रोड से कार्तिक चौक की तरफ जाते हुए उलटे हाथ पर दूसरी घाटी पर (हनुमान मंदिर के पास से मंगलनाथ मंदिर के सामने ) मंदिर में तीन शिवलिंग है बीच वाले जिनके चार मुख है वह श्री कुटुम्बेश्वर महादेव है [ पुष्पदंतेश्वर महादेव मंदिर के पास पतली गली से भी जाने का रास्ता है आगे सीढ़िया है ]
(३९) 78/84: अभिमुक्तेश्वर : कुटुम्बेश्वर एवं मंगलनाथ महादेव मंदिर से थोड़ा आगे उलटे हाथ पर बाड़े में
(४०) 62/84: रुपेश्वर : अभिमुक्तेश्वर महादेव मंदिर बाड़े के गेट के सामने वाली गली में सीढ़ियाँ चढ़ कर
(४१) 57/84: घंटेश्वर : कुटुम्बेश्वर महादेव से निचे कार्तिक चौक चौराहे पर
(४२) 56/84: रेवन्तेश्वर : घंटेश्वर महादेव से खाती मंदिर - ढाबा रोड जाने वाले मार्ग पर घंटेश्वर महादेव के मंदिर के समीप ही है
(४३) 46/84: वीरेश्वर : रेवन्तेश्वर महादेव मंदिर से आगे खाती मंदिर के सामने से होते हुए सत्यनारायण मंदिर की गली के ठीक बाहर
(४४) 65/84: ब्रह्मेश्वर : वीरेश्वर महादेव के ठीक सामने गली में जाकर सामने गली में
(४५ ) 22/84: कर्कटेश्वर : वीरेश्वर महादेव के ठीक सामने गली में जाकर उलटे हाथ पर मुड़ते से ही
(४६ ) 53/84: विश्वेश्वर : कर्कटेश्वर महादेव से आगे उलटे हाथ पर पहली गली में
(४७) 51/84: सुलेश्वर : कर्कटेश्वर महादेव से आगे उलटे हाथ पर दूसरी गली में
(४८ ) 52/84: ओंकारेश्वर : कर्कटेश्वर महादेव से आगे खटीक वाड़ा से तेलीवाड़ा जाने के मार्ग पर
(४९ ) 48/84: अभयेश्वर : विश्वेश्वर एवं कर्कटेश्वर महादेव से शिप्रा नदी की और जाते वक्त उलटे हाथ पर पतली सी बंद गली में
(५० ) 26/84: सोमेश्वर : अभयेश्वर से आगे नदी की और न जाते हुए - अनंतपेठ में आगे जाकर राजपूत धर्मशाला से सीधे हाथ पर मुड़ते से ही
(५१ ) 08/84: कपालेश्वर : सोमेश्वर महादेव के सामने की और तोडा आगे राजपूत धर्मशाला के पीछे
(५२ ) 35/84: इंद्रेश्वर : कपालेश्वर महादेव से आगे घाटी चढ़ते ही मोड पर पेड़ के निचे
(५३ ) 33/84: आनंदेश्वर : कपालेश्वर जी से आगे शमशान के रास्ते शमशान द्वार से अंदर जाकर सीधे हाथ पर
(५४ ) 66/84: जल्पेश्वर : बड़ा पुल पर करते ही कालिदास उद्यान पूर्व सीधे हाथ पर मूड कर सोमतीर्थ पर
(५५ ) 64/84: पशुपत्तेश्वर : बड़े पुल (श्मशान)से पीपलिनका जाने वाले मार्ग पर सीधे हाथ की घाटी से जानसपुरा में पेड़ के निचे
(५६ ) 58/84: प्रयागेश्वर : बड़े पुल पीपलिनका जाने वाले मार्ग पर ही उलटे हाथ पर अंदर जाकर खेत में
(५७ ) 63/84: धनुसहस्त्रेश्वर : प्रयागेश्वर महादेव से पुनः रोड पर आते ही तोडा आगे - ऋणमुक्तेश्वर मार्ग के सामने की और घाटी चढ़ कर (जीवाजी-गंज स्कुल के पीछे है नयापुरा से वृन्दावन पूरा होते हुए भी आया जा सकता है )
(५८ ) 54/84: कंटेश्वर/नीलकंठेश्वर : पुनः रोड पर आकर पीपलीनाका चौराहे के ठीक पास खेत में
(५९ ) 55/84: सिंहेश्वर : पीपलीनाका चौराहे से गढ़कालिका मार्ग पर स्थिरमन गणेश मंदिर एवं वैभवलक्ष्मी मंदिर से अंदर ओकलेश्वर शमशान मार्ग पर
(60 ) 79/84: हनुमंतेश्वर : सिंहेश्वर महादेव से आगे इसी रोड पर (यंहा हनुमान जी भी शिवलिंग में निवास करते है )
पुनः गढ़कालिका चौराहे पर आकर श्री विष्णु चतुस्तिका के सामने से भैरवगढ़ मार्ग पर जाना है
(६१ ) 41/84: लम्पेश्वर : भैरवगढ़ मार्ग पर शिप्रा का पुल पार करते ही खेड़ापति हनुमान मंदिर के पीछे पुलिस लाइन में
(६२ ) 73/84: करभलेश्वर : भैरवगढ़ में काल भैरव मंदिर के सामने विक्रांत भैरव मंदिर मार्ग पर
(६३ ) 11/84: सिद्धेश्वर : भैरवगढ़ में सिद्धनाथ मंदिर प्रांगण में प्रवेश मार्ग पर
(६४ ) 75/84: बड़लेश्वर : भैरवगढ़ में सिद्धनाथ मंदिर प्रांगण में मुख्य द्वार के सामने
(६५ ) 34/84: कन्थडेश्वर : भैरवगढ़ में सिद्धनाथ मंदिर के सामने की और गली में ऊपर चढ़ कर श्री मणिभद्र जैन मंदिर के पास
(६६ ) 42/84: गंगेश्वर : भैरवगढ़ से मंगलनाथ मार्ग से मंगलनाथ जाना है वंही शिप्रा किनारे चौक पर विराजमान है
(६७ ) 44/84: उत्तरेश्वर : गंगेश्वर महादेव के पास ही मंदिर है
(६८ ) 43/84: अंगारेश्वर : मंगलनाथ मंदिर से पीछे चक कमेड गाँव के मार्ग पर शिप्रा किनारे
(६९ ) 40/84: कुंडेश्वर : मंगलनाथजी मंदिर से सांदीपनि आश्रम आकर आश्रम में बैठक जी के बाहर
(७० ) 36/84: मार्कंडेश्वर : सांदीपनि आश्रम से आगे ख़ाक चौक चौराहे से चोर गणपति होते हुए श्री राम जनार्दन मंदिर / विष्णु सागर जाना है मंदिर परिसर में ही नृत्यंकार हनुमान के पास विराजमान है
(७१ ) 37/84: शिवेश्वर : श्री राम जनार्दन मंदिर / विष्णु सागर परिसर में लक्ष्मी-विष्णु मंदिर के सीढ़ी के निचे सीधे हाथ पर
(७२ ) 38/84: कुसुमेश्वर : श्री राम जनार्दन मंदिर / विष्णु सागर परिसर में लक्ष्मी-विष्णु मंदिर के सीढ़ी के निचे उलटे हाथ पर श्री शिवेश्वर महादेव के पास
(७३ ) 39/84: अक्रुरेश्वर : श्री राम जनार्दन मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर ,श्री यमराज-चित्रगुप्त मंदिर मार्ग के प्रारम्भ पर
निचे दिए ४ महादेव का क्रम 81,82,83,84 है यह चारो राजाधिराज श्री महाकालेश्वर के महाकाल वन के द्वारपाल है - पंचकोसी मार्ग द्वारा क्रम अनुसार इनके दर्शन करने से धर्म मोक्ष की तीर्थ नगरी अवंतिकापूरी "उज्जैन" की परिक्रमा का पुण्य फल प्राप्त होता है , इन चारो को क्रम अनुसार करने से अवंतिका नगरी में विराजमान समस्त देवी देवता शक्तिया पितृ यक्ष गन्धर्व संत ऋषि जल कुण्ड व् अन्य समस्त देव स्थान आदि की परिक्रमा स्वतः ही हो जाती है
(७४ ) 81/84: द्वारपालेश्वर : पिंगलेश्वर गॉव में (पिंगलेश्वर महादेव के नाम से भी प्रख्यात ) सेंटपॉल स्कूल आगर रोड के पीछे से सीधा रास्ता है
(७५ ) 82/84 : कायावरोहणेश्वर : इंदौर रोड पर तपोभूमि के पास से अंदर जाकर करोहण गॉंव में (द्वारपालेश्वर महादेव से पंचकोसी मार्ग द्वारा भी जाया जा सकता है )
(७६ ) 83/84: बिल्बकेश्वर : शिप्रा नदी से आगे गंभीर डेम के समीप सेवाधाम आश्रम से तोडा आगे मुरडकर ( कायावरोहणेश्वर महादेव से पंचकोसी मार्ग द्वारा भी जाया जा सकता है)
(७७ ) 84/84 : दुर्दरेश्वर : अागर रोड से सीधे जाकर जैथल गॉंव में ( बिल्बकेश्वर महादेव से पंचकोसी मार्ग द्वारा भी जाया जा सकता है)
(७८ ) 31/84: खंडेश्वर: दुर्देश्वर महादेव जैथल से अागर रोड द्वारा पुनः उज्जैन आते वक्त नगर के समीप खिलचीपुर गॉंव पुलिया के बाद के टीले पर विराजमान है
(७९ ) 32/84: पत्त्नेश्वर : खंडेश्वर महादेव से रोड के दूसरी तरफ के सामने की और वाले टीले पर
(८० ) 27/84: अनकेर्रेश्वर : मकोड़िया-आम से इंदिरा नगर वाले मार्ग पर आते वक्त उलटे हाथ पर घुसते हे बगीचे के पास से सीधे अंदर
(८१ ) 28/84: जटेश्वर : पुनः मकोड़िया-आम से इंदिरा नगर वाले मार्ग पर आकर ख़ाक चौक से पूर्व श्री गया तीर्थ पर विराजमान है
(८२ ) 30/84: च्यवनेश्वर : जटेश्वर महादेव के पूर्व से इंदिरा नगर में जाकर श्री सोलह सागर एवं ईद-गाह के सामने टीले पर
(८३ ) 45/84: त्रिलोचनेश्वर : च्यवनेश्वर महादेव से ईदगाह होते हुए बाहर उलटे हाथ पर आकर लाल बाई फूल बाई की गली (नयापुरा - नामदारपुरा )में जाकर पुनः सीधे हाथ पर गली (लाल इमली की गली )में
(८४ ) 60/84: गौमातंगेश्वर : मिर्जा नईम बेग मार्ग पर टंकी चौराहे से गोलमंडी बृहस्पति मंदिर जाने वाली गली में
पुनः प्रथम महादेव श्री अगस्तेश्वर जाकर दर्शन संकल्प आदि कर यात्रा पूर्ण करे
ॐ नमः शिवाय