देहरादून: देवभूमि उत्तराखण्ड के अगले सीएम को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं लेकिन इन सबके बीच पिथौरागढ़ के विधायक प्रकाश पंत का नाम अब इन सबमें बेहद आगे निकल गया है. जी हां उत्तराखण्ड नए मुख्यमंत्री के तौर पर अब प्रकाश पंत का नाम लगभग तय माना जा रहा है. पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक बुधवार को केंद्रीय पर्यवेक्षक दिल्ली से देहरादून पहुंचेगा. उनके सामने विधानमंडल दल की बैठक में प्रकाश पंत के नाम का प्रस्ताव रखा जाएगा. सूत्रों के मुताबिक सतपाल महाराज और त्रिवेंद्र रावत को पछाड़ते हुए प्रकाश पंत अब सबसे आगे माने जा रहे हैं. आज रात 12 बजे के बाद अमित शाह और अजय भट्ट के बीच एक मुलाक़ात होनी है जिसमें शाह अजय भट्ट को उनके आगे के कार्यभार को बताते हुये अपनी तरफ़ से तय किये गए नाम की भी जानकारी देंगे. इंडिया संवाद के पास पुख़्ता ख़बर है कि अब देहरादून का परेड ग्राउंड भी शपथ के लिए बुक कर लिया गया है. अमित शाह का यह प्लान आधी रात में अजय भट्ट से मुलाक़ात देवभूमि के अगले देव के लिए ही है जिसकी जानकारी मीडिया में बाद में आएगी.
दरअसल, रविवार को दिल्ली से देहरादून विशेष विमान भेजकर भाजपा अलाकमान ने प्रकाश पंत को तलब किया था. बुधवार देर शाम प्रकाश पंत दिल्ली से देहरादून लौट आए. विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक प्रकाश पंत का नाम भाजपा आलाकमान की ओर से तय कर दिया गया है. बुधवार को केंद्रीय पर्यवेक्षकों नरेंद्र तोमर और सरोज पांडे के बुधावार को देहरादून आने की संभावना है. पर्यवेक्षकों के आने के बाद विधानमंडल दल की बैठक बुलाई जाएगी जिसमे प्रकाश पंत के नाम का प्रस्ताव रखा जाएगा.
उत्तराखण्ड भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट इस वक़्त दिल्ली के गलियारों में श्याम जाजू से लेकर अमित शाह से मुलाक़ात कर रहे हैं, देर रात अमित शाह के लौटने के बाद दोनों के बीच मुलाक़ात होनी है. हालांकि कुछ दिन पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली आए हुये थे और उनकी मुलाक़ात शाह से नहीं हो पाई थी. प्रकाश पंत भी 12 मार्च से दिल्ली आए हुये थे जिसके बाद उनकी मुलाक़ात पंत से कुछ ही देर की हुई और यह बात ज़ोर पकड़ने लगी कि प्रकाश पंत ही देवभूमि के अगले देव होने जा रहे हैं. हालांकि देर रात अमित शाह के लौटने के बाद एक बाद फिर अजय भट्ट की अमित शाह से मुलाक़ात होनी है और एक बार फिर भट्ट की अगली भूमिका और उत्तराखण्ड के सीएम को लेकर तय हो चुके नाम पर बात होने की पूरी योजना है.
प्रकाश पंत का देवभूमिक इतिहास
प्रकाश पंत का जन्म कुमाऊं मंडल के गंगोली हाट गांव में प्रकाश पंत का जन्म हुआ. पेशे से पंत पिथौरगढ़ के सरकारी अस्पताल में फार्मासिस्ट थे. जिसके बाद प्रकाश पंत ने राजनीति में प्रवेश किया और पिथौरागढ़ नगर पालिका में पार्षद चुने गए. इसके बाद उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) चुने गए. इसके बाद 9 नवंबर, 2000 को उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद अंतरिम सरकार में विधानसभा अध्यक्ष बने.
साल 2002 राज्य के पहले आम चुनाव में प्रकाश पंत पिथौरागढ़ से विधायक चु़ने गए. इसके बाद 2007 में भी प्रकाश पंत ने पिथौरागढ़ से विधायक का चुनाव जीता और बीसी खंडूरी सरकार में संसदीय कार्यमंत्री बने. 2012 में प्रकाश पंत कांग्रेस के मयूक महर से विधानसभा का चुनाव हार गए. लेकिन 2017 में एक बार फिर प्रकाश पंत पिथौरागढ़ से चुनाव जीते. माना यही जा रहा है कि बुधवार को पर्यवेक्षकों के दून पहुंचते ही विधानमंडल दल की बैठक में पंत का नाम को प्रस्तावित किया जाएगा.