राम ने रावण को युद्ध में परास्त किया था ये तो सब जानते हैं लेकिन राम से पहले भी एक योद्धा ने युद्ध के दौरान रावण को परास्त किया था। उस महान योद्धा का नाम था सहस्त्रार्जुन।सहस्त्रार्जुन को महाराज कार्तवीर्य अर्जुन भी कहा जाता है। चंद्रवंशी क्षत्रियों में सर्वश्रेठ हैहयवंश एक उच्च कुल के क्षत्रिय हैं।
तुलसी दास कहते हैं- 'भाव-अभाव, अनख-आलसहुं, नाम जपत मंगल दिषी होहुं।' भाव से, अभाव से, बेमन से या आलस से, और तो और, यदि भूल से भी भगवान के नाम का स्मरण कर लो तो दसों दिशाओं में मंगल होता है। भगवान स्वयं कहते हैं, भाव का भूखा हूं मैं, और भाव ही इक सार है, भाव बिन सर्वस्व भी दें तो मुझे स्वीकार नहीं! ऐ