नई दिल्ली : विवादास्पद प्रचारक जाकिर नाईक की मुसीबत बढ़ती हुई दिखाई दे रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी-लॉन्डरिंग रोधक कानूनों के तहत विवादास्पद प्रचारक जाकिर नाईक और उनके इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) के खिलाफ जांच के तहत नाईक को सम्मन जारी किया है. जिसके चलते उनकी रातों की नींद उड़ गयी है.
PMLA के तहत नाईक को सम्मन
अधिकारियों ने आज कहा कि इस एजेन्सी ने पीएमएलए के प्रावधानों के तहत नाईक को सम्मन जारी किया है. उन्हें इस महीने के अंत तक पेश होने को कहा है. ईडी नाईक का बयान दर्ज करना चाहती है जो अभी विदेश में है और इसलिए सम्मन जारी किया गया.
अवैध गतिविधियां कानून के तहत संगठन को भी सम्मन
उनके संगठन के खिलाफ अलग से सम्मन जारी किए गए हैं. उल् लेख नीय है कि प्रवर्तन निदेशालय ने नाईक और आईआरएफ के खिलाफ अवैध गतिविधियां (रोधक) कानून के तहत एनआईए द्वारा दर्ज शिकायत को सं ज्ञान लिया है. इसी के तहत पिछले महीने इनके खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज किया था.
आतंक-रोधी कानून के शिकंजे में फंसे हैं नाईक
राष्ट्रीय जांच एजेन्सी (एनआईए) ने विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच वैमनस्य को कथित तौर पर बढ़ावा देने के लिए पिछले महीने 51 वर्षीय नाईक के खिलाफ आतंक-रोधी कानूनों के तहत मामला दर्ज किया था.