
लखनऊ:रविवार 6 मार्च 2017 को भारत पाकिस्तान की बाघा सीमासे 200 मीटर अंदर देश का सबसे ऊंचा तिरंगा फहराया गया । बाघा सीमा पर इस ध्वज के फहराए जाने के साथ ही वाघा सीमा का नाम विश्व रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है। 360 फुट ऊंचे इस ध्वज को लाहौर से भी देखा जा सकेगा इस कारण इस पर पकिस्तान को आपत्ति होना स्वाभाविक है क्योकि यह झंडा लाहौर से भी दिखाई देता है i सबसे ऊंचा तिरंगा फहराने पर पाकिस्तान ने आपत्ति जताई तथा पाक रेंजर्स ने सीमा सुरक्षा बल से शिकायत भी दर्ज कराई है। पकिस्तान के अनुसार यह ध्वज जहाँ पर फहराया गया है वहाँ पर अंतरराष्ट्रीय संधि का उल्लंघन होता है।अंतर्राष्ट्रीय संधि का आरोप लगाते हुए झंडे को हटाने की मांग की थी।
पकिस्तान के इस आरोप को नकारते हुए भारतीय अधिकारियों का कहना है कि झंडे को जीरो लाइन से 200 मीटर अन्दर लगाया गया है जिससे किसी भी प्रकार की अंतरराष्ट्रीय संधि का उल्लंघन नहीं होता है।
6 मार्च 2017 को राष्ट्रीय ध्वज को सलामी करने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुये थे।पंजाब के नगर निकाय मंत्री अनिल जोशी ने इस ध्वज का ध्वजारोहण किया । इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बीएसएफ मुख्यालय के आई जी सुमेर सिंह भी उपस्थित हुये थे ।सीमा पर सबसे ऊंचा तिरंगा फहराने की बात सबसे पहले सुमेर सिंह के मन में आई थी, उस समय वे बीएसएफ में डीआईजी, बॉर्डर रेंज के पद पर तैनात थे। सुमेर सिंह ने ही निकाय मंत्री अनिल जोशी से संपर्क कर इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार के अनुमोदनार्थ भेजा था।
होशियारपुर की एक कंपनी ने प्रथम तीन साल के लिए देश के सबसे ऊंचे तिरंगे का रखरखाव करेगी ।यह दायित्व होशियारपुर की भारत इलेक्ट्रॉनिक कंपनी ने सहर्ष स्वीकार किया है ।
तिरंगा फहराए जाने के बाद सबसे पहले बीएसएफ के छह जवानों ने तिरंगे को सलामी दी। पंजाब सरकार के मंत्री अनिल जोशी ने कहा कि हमें अपनी जमीन पर झंडा फहराने से कोई नहीं रोक सकता। हमने 360 फुट ऊंचा ध्वज फहराकर विश्व रिकॉर्ड भी बनाया है।इस झंडे के निर्माण में 3.50 करोड़ रुपये का खर्च आया है जिसमे 55 टन लोहे के पोल को खड़ा करने के लिए जो मंच तैयार किया गया है उस पर अनुमानतः 60 लाख का व्यय हुआ है। पोल खड़ा करने के लिए बार्डर पर हाइड्रोलिक क्रेन भी मंगवाई गई थी। यह ध्वज 120 फुट चौड़ा और 80 फुट ऊंचा है ।राष्ट्रीय ध्वज का पोल 350 फुट ऊंचा और नीचे 110 फुट मोटा हैं। इसी माप के 12 तिरंगे ध्वज रिजर्व में रखे गए हैं, ताकि खराब होने पर उसे तत्काल बदला जा सके।