◆●【इश्क़ और इत्तफ़ाक!】●◆ "इश्क़ और इत्तफ़ाक!" इश्क़ में इत्तफ़ाक की भूमिका बेहद अहम् होती है। इश्क़ में इत्तफ़ाक वही किरदार निभाता है, जो कुछ अब्द से ख़ाली पड़े मकान में एक किरायदार निभाता है। ये इत्तफ़ाक किसी मकान के किरायदार की तरह होता तो क
यह बहुत अच्छी किताब है
करौली जिले में अवस्थित कैला मैया के दरबार में हाजिरी लगाने और पौत्र शिवांश का रजिस्ट्रेशन बीजासनी माता के यहां करवाने को लेकर यह यात्रा दुर्गाष्टमी के दिन शुरू की थी जो रामनवमी को समाप्त हुई । इस यात्रा का वृत्तांत इस रचना में प्रस्तुत कर रहा हूँ ।
जून में गर्मी के दिन थे बहुत बेहाल सूरज ने भी रूप बनाया था विकराल तभी की बात बताता हू एक छोटा सा किस्सा आपको सुनाता हूं। कि विचारो का द्वंद कैसे हावी हो जाता है किसी को समझे बिना भला बुरा कह जाता है जीवन परिचय के दर्शन का बोध करता हू । मै ए