नई दिल्लीः टाटा के चेयरमैन पद से सायरस मिस्त्री की विदाई के कारणों को लेकर एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं। ताजा खुलासा है टाटा ग्रुप के फाइव स्टार ताज होटल की एक महिला कर्मी के यौन शोषण की गंभीर शिकायत को अनसुनी कर देना का। महिला कर्मी ने कई बार यौन शोषण से परेशान होकर अपने बॉस के खिलाफ चेयरमैन सायरस मिस्त्री से शिकायत की थी। मगर सायरस ने शिकायत कूड़ेदान में फेंक दी। इस पर महिला कर्मी ने रतन टाटा से शिकायत कर दी थी।
भाजपा कार्यकर्ता ने फेसबुक पर लिखा वाकया
भाजपा नेता सुरेश कोचतिल ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर इसका खुलासा किया है। सुरेश ने लिखा है कि कुछ महीने पहले ताज होटल की एक लेडी एक्जीक्यूटिव असिस्टेंट के यौन शोषण का मामला सामने आया था। महिला के बॉस ने सेक्स डिमांड की थी। यह कार्यस्थल पर यौनउत्पीड़न का मामला रहा। पहले महिला ने बॉस की बात को नजरअंदाज कर दिया। जब यौन शोषण नहीं रुका तो लेडी एक्जीक्यूटिव ने टाटा चेयरमैन सायरस मिस्त्री से शिकायत की। मगर उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया था।
खुद लेडी एक्जीक्यूटिव ने अपना दर्द उनसे बयां किया था। चूंकि वह अभी ताज होटल में नौकरी करना चाहती है, इस नाते पहचान सार्वजनिक कर लड़ाई नहीं लड़ना चाहती।
सायरस मिस्त्री के खिलाफ हो रहे कई खुलासे
टाटा संस की बैठक में जैसे ही सायरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाने का फैसला हुआ और रतन टाटा अंतरिम चेयरमैन हुए तो इस कार्रवाई का कारण कारपोरेट जगत में तलाशा जाने लगा। अब तक तीन अहम मामले सामने आ चुके हैं। पहला टेलिकॉम कंपनी डोकोमो के साथ फाइनेंशियल डील को लेकर हुआ गड़बड़झाला। दूसरा हरियाणा के बहादुरगढ़ हाउसिंग प्रोजेक्ट में नियमों से खिलवाड़ कर कस्टमर को चूना लगाने का मामला और शिकायत करने पर प्रोजेक्ट हेड को नौकरी से निकाल दिया जाना। तीसरा मामला अब संस्थान में यौन शोषण सहित इम्प्लाईज वेलफेयर से जुड़ी तमाम शिकायतों की अनदेखी का मामला सामने आया। जिसे रतन टाटा ने बर्दाश्त नहीं किया। कारण कि रतन टाटा अपनी चेयरमैनशिप में इससे पहले देश के प्रतिष्ठित टाटा संस्थान को अपने परिवार की तरह चलाते रहे। लिहाजा उन्होंने सायरस मिस्त्री को हटाकर खुद अंतरिम चेयरमैन बनकर कंपनी की छवि को धूमिल होने से बचाने की कोशिश की है।