नई दिल्ली : उत्तरप्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना नया ट्विटर अकॉउंट @myogiadityanath जारी किया है। इससे पहले उन्होंने अपने नाम से चल रहे एक पुराने अकॉउंट को सस्पेंड करवा दिया था। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री को यह अकॉउंट इसलिए सस्पेंड करवाना पड़ा क्योंकि यह अकॉउंट उन्होंने कभी बनाया ही नही था।
सीएम योगी आदित्यनाथ के नाम से चल रहे एक ट्विटर अकॉउंट @Yogi_Adityanath पर उनका ध्यान तब गया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें इस टैग कर मुख्यमंत्री बनने की शुभकामनाये दी। प्रधानमंत्री मोदी को भी इस बात का आभास इसलिए नही हुआ क्योंकि ट्विटर ने भी इस अकॉउंट को वेरीफाइड किया था, यानी इस पर ब्लू टिक लगा था।
फर्जी ट्विटर अकॉउंट
किसने करवाया योगी के नाम से फर्जी अकॉउंट वेरीफाइड
दरअसल योगी आदित्यनाथ के नाम से बने इस @Yogi_Adityanath ट्विटर अकॉउंट को उनके कुछ समर्थकों द्वारा चलाया जाता था और योगी की लोकप्रियता के कारण बड़ी संख्या में लोगों ने फॉलो भी किया था। जानकरी के अनुसार इस अकॉउंट की लोकप्रियता को देख बीजेपी के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने इसे योगी के ओरिजिनल अकॉउंट बताकर ट्विटर से वेरीफाइड करवा दिया। चूंकि अमित मालवीय के पास बीजेपी का आईटी सेल है इसलिए यह अकॉउंट ट्विटर द्वारा आसानी से वेरीफाइड भी कर दिया गया।
प्रधानमंत्री के ट्वीट के बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह तो उनका अकॉउंट है ही नही और उन्होंने इस ट्विटर अकॉउंट को सस्पेंड करवा दिया। इस बात से साफ़ जाहिर होता है कि लंबे समय से योगी के नाम से अकॉउंट बनाकर बीजेपी आईटी सेल काम कर रहा था।
पिछले दिनों योगी के नाम से बने इस ट्विटर अकॉउंट से कई ट्वीट वायरल हुए थे। उनमे से एक ट्वीट यह भी था जिसमे कहा गया था कि ''जिस तरह मक्का-मदीना और वैटिकन सिटी में किसी मंदिर का निर्माण नही हो सकता उसी तरह अयोध्या किसी मस्जिद का निर्माण नही हो सकता है''।