नई दिल्ली : यूपी में बाहर से आये लोगों को अधिक तरजीह दिए जाने को लेकर बीजेपी के दिग्गजों और कार्यकर्ताओं में घमासान शुरू हो गयी है. जिसके चलते कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुईं रीता बहुगुणा जोशी को अधिक तरजीह पार्टी में दिए जाने से नराज पार्टी कार्यकर्ताओं में बगावत के सुर लगातार तेज होते हैं.
टिकट कटने से नराज हैं बीजेपी नेता
जिसके चलते बीजेपी नेता और भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश महामंत्री अभिजात मिश्रा ने टिकट बंटवारे से नाराजगी के चलते लखनऊ की कैंट विधानसभा से रीता बहुगुणा जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की है. यही नहीं गोरखपुर से बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने भी अपने उम्मीदवार चुनाव में उतारने का फैसला किया है. ऐसी खबर आ रही है. सूत्रों का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या और संगठन मंत्री सुनील बंसल ने टिकट वितरण में अपनी मनमानी की है. जिसके चलते विधानसभा चुनाव से पहले बगावत के सुर दिख रहे हैं.
अभिजात ने किया चुनाव लड़ने का ऐलान
अभिजात ने कहा कि कार्यकर्ताओं की इच्छा को देखते हुए वह रीता बहुगुणा जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी के कई बड़े नेता मुझे चुनाव लड़ने से मना कर रहे हैं, लेकिन मैं अपने कार्यकर्ता साथियों को निराश नहीं कर सकता.’ आपको बता दें कि अभिजात मिश्रा पर पार्टी के लिए धरना प्रदर्शन और आंदोलन करने के कारण दर्जनों केस दर्ज हैं. अभिजात को पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता माना जाता रहा है. इससे पहले उत्तर प्रदेश की युवा मोर्चा यूनिट के अध्यक्ष के तौर पर अभिजात के नाम की भी चर्चा थी, लेकिन पार्टी ने सुब्रत पाठक को यह जिम्मेदारी दे दी. इसके बाद अभिजात ने ट्वीट कर इशारों-इशारों में नाराजगी भी जाहिर की थी.
खून से लिखा पत्र पीएम को भेजा
गौरतलब है कि बीजेपी के टिकट बंटवारे से नाराज कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य व प्रदेश प्रभारी ओम माथुर को बनारस में जगह-जगह घेरकर ‘मुर्दाबाद’ और ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए थे. लखनऊ में भी पार्टी दफ्तर पर पिछले कई दिनों से हंगामा जारी है. इसके अलावा बस्ती के कार्यकर्ताओं ने टिकट बंटवारे पर पीएम को खून से पत्र लिखकर भेजा है.