नई दिल्ली : यूपी में बीजेपी ने दो हजार सत्रह में अपनी सरकार बनाने के लिए बसपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या को इतनी बड़ी लालच दी थी कि वह अपनी मुंहबोली बहन मायावती को घोड़कर पार्टी में अमित शाह के कहने पर शामिल हो गए, लेकिन अब उनको जब लॉलीपॉप थमाया जा रहा है तो वह अपनी वापसी का मूड बना रहे हैं.
बहनजी ने किया मिलने से इंकार
सूत्रों के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्या ने मायावती के स्टाफ के जरिये मैसेज भी बहनजी को भेजा था, लेकिन बहनजी ने उनसे मिलने से साफ इंकार कर दिया. बताया जाता है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अब उनसे मिलना ही नहीं चाहते. जबकि बसपा को यूपी में कमजोर करने के इरादे से पहले शाह ने उनसे 30 सीटों पर प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाने के लिए टिकट देने का वादा किया था, लेकिन टिकट देना तो दूर अब वह उनसे मिल भी नहीं रहे हैं.
बीजेपी से नाराज हुए स्वामी प्रसाद
जिसके चलते स्वामी प्रसाद मौर्य इन दिनों टिकट की मांग को लेकर भाजपा से नाराज चल रहे बताये जाते है. अपनों को टिकट देने के वादे के साथ भाजपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्या को उनकी मांग के अनुसार टिकट नहीं दिए गए हैं, जिससे भाजपा से उनकी नाराजगी बढ़ गयी है. मौर्य ने अमित शाह पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि अमित शाह ने 30 सीटों का लालच देकर बसपा छुड़वायी थी मगर अब 3 सीट भी नहीं दे रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने बेटा-बेटी सहित अपने 30 करीबियों को टिकट देने की मांग की थी मगर बीजेपी ने ऐसा करने से इंकार कर दिया है.
कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं मौर्या
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह इसीलिए स्वामी प्रसाद मौर्या से नहीं मिल रहे हैं. अमित शाह चाहते हैं कि पहले बीजेपी की लिस्ट जारी कर दी जाए उसके बाद मौर्य से मिला जाए ताकि मौर्य को सख्ती से हैंडल किया जा सके. खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बता चुके मौर्य अपनी इस उपेक्षा से आग-बबूला हो गए और अब वो बीजेपी छोड़ कर कांग्रेस में जा सकते हैं.