नई दिल्ली : यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर मंडरा रहे संकट के बादल छंटने का नाम नहीं ले रहे हैं. जिसके चलते उनकी बगावत के सुर को चाचा शिवपाल अपनी पार्टी में उनकी मुसीबत को और बढ़ाते जा रहे हैं. अखिलेश विरोधी सुरों को चाचा शिवपाल अपने दिल से क्यों लगते जा रहे हैं. इसके पीछे उनकी मंशा के राज अब जगजाहिर होने लगे हैं.
मुलायम ने किया मुख्तार की पार्टी का विलय
इसी का नतीजा है कि समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने गुरुवार को कहा कि कौमी एकता दल का विलय समाजवादी पार्टी में हो चुका है और यह मुलायम सिंह के आदेश के बाद हुआ है. इससे एक बार फिर सीएम अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच चल रही तनातनी सबके सामने आ गई है. बता दें कि इससे पहले अखिलेश की नाराजगी को देखते हुए कौमी एकता दल को एसपी में शामिल करने का फैसला वापस लिया जा चुका है.
शिवपाल ने आरोपी अमनमणि का किया बचाव
हत्या के आरोपी अमनमणि त्रिपाठी को विधानसभा चुनाव का टिकट देने का भी शिवपाल ने बचाव किया. शिवपाल ने कहा कि अमनमणि को टिकट देने के मामले को मुद्दा न बनाया जाए. अभी सीबीआई जांच चल रही है और रिपोर्ट आनी बाकी है.