नई दिल्ली : यूपी में मंगलवार को अंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर बसपा सुप्रीमो ने अपने राजनीति के धुर विरोधियों को एक बार फिर अपनी ताकत दिखाते हुए उन पर निशाना साधा. मायावती ने लाखों की संख्या में पहुंचे लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए अंबेडकर स्मारक पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह के दौरान मायावती ने नोटबंदी और अखिलेश सरकार पर निशाना साधा.
मुलायम और अखिलेश को लेकर क्या बोली माया
मायावती ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और यूपी सीएम अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग एहसान फरामोश हैं. उन्होंने सीएम अखिलेश को बबुआ बताते हुए कहा कि वे स्मारक पर लगे मूर्तियों पर अभद्र बयान देते हैं. सपा परिवार ने अार्थिक, राजनीतिक क्षेत्र में जो जगह बनाई है, वो भीमराव अंबेडकर की वजह से है. महापुरुषों, गुरुओं के बारे ये लोग बेहूदी बातें करते रहते हैं.
अपने गिरेबान में झांके सपा
मायावती ने कहा कि अखिलेश आए दिन कहता है कि जो पत्थर लगे हैं, वो गलत हैं. वो कहता है जो पत्थर खड़े हैं, वो वहीं खड़े हैं. क्या जनेश्रवर मिश्र पार्क में मूर्तियां नहीं खड़ी हैं. वो आने वाले दिनों में भी ऐसी बातें कर सकता है. सपा मुखिया को एेसी बातें करने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए.
मायावती बोलीं हमारे पार्क से होती है आय
इस दौरान मायावती ने कहा कि सपा सरकार का मुखिया अंबेडकर की छुट्टी कभी रद्द कर देता है, कभी लागू कर देता है. इससे पता चलता है कि सपा सरकार का मुखिया वास्तव में बबुआ है. वो अपने छोटेे-छोटे से प्रोग्रामों हाथियों का गुणगान करता है. ये हाथी उसे सपनों में भी परेशान करता होगा. बसपा सुप्रीमो ने कहा कि जो पार्क हमने बनाए है, जिसे अखिलेश सरकार फिजूलखर्ची बताती है, उसे देखने के लिए देशभर से लोग आते हैं. सपा सरकार अपने मनोरंजन के लिए केवल अपने गृह जनपद में प्रोग्राम कराती है. उससे कोई आय भी नहीं होती है. इस पर उनके नेता बोलने से कतराते हैं.
मायावती ने दलितों को किया अगाह
मायावती ने आगे कहा कि अपने देश में दलित, अादिवासी, पिछड़े लोगों, अल्पसंख्यकों को बहुत संघर्ष करना पड़ा है. ये लोग सुरक्षित रहें, इसके लिए बाबा साहब ने धर्मनिरपेक्षता के आधार पर संविधान का निर्माण किया. अगर ये लोग सुरक्षित हैं, तो उसकी वजह बाबा साहब ही हैं. बीजेपी और आरएसएस के लोगों को ये संविधान पसंद नहीं है. ये लोग इसे बदलना चाहते हैं. आप लोगों को इनसे सावधान रहने की जरूरत है. आजादी के बाद यूपी में लंबे अरसे तक कांग्रेस रही, लेकिन मैं पूछना चाहती है कि जो अधिकार संविधान में बाबा साहब ने आपको दिया है, क्या वो आपको मिला.
कांग्रेस ने दलितों और पिछड़ों का कोटा नहीं किया पूरा
मायावती ने कहा कि बसपा सरकार ने अपने चारों हुकुमतों में आप लोगों को पूरा सम्मान दिया है. शोषणकर्ता लोग आपको हमेशा बांटने में लगे रहते हैं, ताकि आपके हाथ में सत्ता की मास्टर की न आ सके. दलितों और पिछड़ों की अाबादी ज्यादा है. विरोधी लोग कहते रहते हैं कि बाबा साहब ने इन्हीं लोगों का ध्यान रखा. ये कहकर वो गुमराह करते हैं. एससी/एसटी वर्गों के लिए कहना चाहूंगी कि कांग्रेस ने इनका सरकारी नौकरियों में कभी इनका आरक्षण का कोटा पूरा नहीं किया. बसपा ने पार्लियामेंट में कड़ा संघर्ष किया. कांग्रेस के चलते देश में ओबीसी वर्गों की मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू नहीं हो सकती है.
समारोह के जरिये माया के चल दी चाल
मायावती ने कहा कि कांग्रेस के चलते बाबा साहब को भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया गया. कांग्रेस के चलते मुस्लिम लोग भी उपेक्षित रहे हैं. कांग्रेस के साथ-साथ इन वर्गों के मामले में बीजेपी और उनकी सहयोगी पार्टियों के बारे में भी हमारा यही माना रहा है कि इनके चाल चरित्र नियत इन वर्गों के लिए विरोधी रही है.