नई दिल्ली : पांच साल तक गाली गलौज करने के बाद आजकल यूपी के ट्रेजडी किंग आज़म खान बाप मुलायम सिंह और उनके बेटे अखिलेश में चल रही घमासान को सुलझाने के लिए समाजवादी पार्टी में अभिनेता दिलीप कुमार की भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं. गौरतलब है की घर में पड़ी चिंगारी को पहले उन्होंने ही अमर सिंह से अपना पुराना हिसाब -किताब चुकाने को लेकर सीएम अखिलेश के कान चाचा शिवपाल और अमर सिंह के खिलाफ भरे थे.
आज़म ने ही फूंकी थी चिंगारी
सूत्रों के मुताबिक इसी कान भरने को लेकर सीएम अखिलेश यादव ने सूबे के मुख्य सचिव दीपक सिंघल का तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण कर दिया था. बताया जाता है कि नोएडा के दो टेंडरों को लेकर शिवपाल और अमर सिंह ने मुख्य सचिव दीपक सिंघल पर दबाव बनाया था, जिनकी सिफारिश पर एक बड़े औधोगिक घराने को दिए जा रहे टेंडर को रोकने के लिए अखिलेश ने फौरी तौर पर मुलायम के कहने पर दीपक सिंघल का स्थानांतरण कर दिया था, लेकिन जब मुलायम ने उनसे सिंघल का तबादला रोके जाने के लिए कहा तो अखिलेश अपनी बात पर अड़ गए. और सिंघल का तबादला उन्होंने नहीं रोका.
मुलायम और अखिलेश के जुदा होने की नौबत
जिसके चलते बाप-बेटे में यहीं से जंग कि शुरुआत हो गयी. बताया जाता है कि बाप- बेटे के बीच पड़ी चिंगारी को आज़म खान ने ही फूंकने का काम किया था. यही नहीं जब बात बढ़ती चली गयी और बहुत आगे बढ़ गयी. नौबत यहां तक पहुंच गयी कि मुलायम और अखिलेश में पार्टी के सिंबल को लेकर विवाद छिड़ गया. इतना ही नहीं बाप - बेटे ने अपने- अपने समर्थकों को लेकर कई बार प्रदर्शन भी किया. कई बार अलग होने के लिए संकेत भी दिए.
आज़म बने दिलीप कुमार
फिलहाल मुलायम और अखिलेश के बीच पड़ी चिंगारी को फूंकने के बाद उससे लगी आग की लपटें जब हाहाकार करने लगीं तो आग की लपटें बुझाने के लिए मुलायम के करीबी मित्र आज़म खान उनके सबसे बड़े हितैषी बनकर बाप- बेटे के बीच सुलह कराने के लिए दिलीप कुमार की तरह भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं. मालूम हो की यह वही आज़म खान हैं जो अमर सिंह का नाम राज्यसभा भेजे जाने पर मुलायम सिंह की बैठक छोड़कर सीधे रामपुर वापस लौट गए थे.