
कोयम्बटूर : यूपी में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री किसे बनाया जाये इसको लखनऊ से करीब 2200 किलोमीटर कोयम्बटूर में आरएसएस और बीजेपी नेताओं के बीच माथापच्ची जारी है। सूत्रों की माने तो कोयम्बटूर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में यूपी के सीएम को लेकर संघ के एक धड़े में सहमति बन चुकी है। ख़बरों के अनुसार इसके बाद 16 मार्च तक बीजेपी यूपी के सीएम का ऐलान कर देगी।
संघ के भीतर इस नाम पर सहमति
आरएसएस में तीसरे नंबर के हैसियत रखने वाले सह सरकार्यवाहक सुरेश सोनी की अगुवाई में एक धड़ा इस बात की पैरवी कर रहा है कि उत्तरप्रदेश के सीएम के रूप में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का नाम फाइनल कर दिया जाए। सुरेश सोनी ने बैठक में यह भी दलील दी कि यूपी में जिस तरह जनता ने बीजेपी को प्रचंड बहुमत दिया है अब उसको संभालना भी चुनौतीपूर्ण है। इसलिए यूपी में सीएम के रूप में ऐसे व्यक्ति को जिम्मेदारी दी जाये जो आजमाया हुआ कुशल प्रशासक हो।
यूपी में हरियाणा और झारखण्ड वाला प्रयोग नही
संघ के इस धड़े का यह भी कहना है कि यूपी जैसे राज्य में झारखण्ड और हरियाणा की तर्ज पर प्रयोग करना सही नही है जहाँ मनोहर लाल खट्टर और रघुवर दास को सीएम बना लिया गया था। यूपी में सीएम की रेस में पहली बार चुनावों में किस्मत आजमाने वाले श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थ नाथ सिंह, रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा और लखनऊ के मेयर दिनेश शर्मा का नाम भी चर्चा में है लेकिन संघ के इस धड़े को राजनाथ सिंह पर ज्यादा भरोसा है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी कई बार राजनाथ सिंह से सीएम पद के लिए आग्रह कर चुके है। पार्टी का कहना है कि राजनाथ सिंह अगर सीएम बनते हैं तो यह सरकार और पार्टी दोनों के लिए फायदेमंद रहेगा। पत्रकारों से बातचीत में आज राजनाथ सिंह ने भले इन चर्चाओं को नकार दिया लेकिन उन्हें भी अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इशारे का इंतज़ार है।