नई दिल्ली : यूपी के राजधानी लखनऊ में रविवार को मान्यवर कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर आलमबाग स्थित ईको गार्डेन में बसपा सुप्रीमो मायावती की रैली में भगदड़ मच जाने से 2 महिलाओं के मर जाने और 22 लोगों के घायल होने की खबर है. बताया जाता है कि कांशीराम का परिनिर्वाण दिवस होने के चलते सूबे के कई जिलों कि जनता इस रैली में आयी थी. रैली में अपने माँ - बाप के साथ आये तकरीबन 15 बच्चे लापता बताये जा रहे हैं. खबर है कि यह लोग दिहाड़ी मजदूरी देकर गांव से बुलाये गए थे.
रैली से ताकत दिखाने का था मकसद
सूत्रों के मुताबिक चूँकि अगले साल यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसलिए बसपा के जिला अध्यक्षों को बहनजी ने अधिक से अधिक संख्या में भीड़ जुटाने के आदेश दिए थे. बसपा के लोगों के मुताबिक बहनजी अपनी इस रैली से अपने विरोधी दलों को अपनी एक शक्तशाली ताकत का परिचय देना चाहतीं थीं. लेकिन बहरी जिलों से आयी भीड़ को नियंत्रित करने और उनके खाने पीने का कोई खास इंतजाम नहीं किया गया था.
माया की रैली में बेकाबू भीड़ हुई अनियंत्रित
खुले मैदान में आयोजित इस रैली को सुनने के लिए हजारों कि संख्या में लोग बहन मायावती का भाषण सुनने के लिए जमा हुए थे. बताया जाता है कि जैसे ही रैली समाप्त हुई. भगदड़ मच गयी. लोग एक दूसरे को रौंदते हुए वहां से भागने लगे. जिसके चलते रैली में अपने परिवार के साथ आयीं महिलाएं अपने बच्चों को बचने के चक्कर में लोगों कि भीड़ में दब गयीं. नतीजतन दो महिलाओं कि मौत हो गयी. जबकि 22 लोग घायल हो गए. इन घायलों को प्रशासन ने इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती करा दिया गया है.