यूपी : अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनावों में भाजपा ने अभी तक मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर केशव प्रसाद मौर्य, स्मृति ईरानी, वरुण गांधी और योगी आदित्यनाथ जैसे दिग्गज नेताओं के नाम चल रहे हैं.
अब सूत्रों के हवाले से आ रहीं हैं और अटकलें हैं कि विदेशी मंत्री सुषमा स्वराज को सीएम पद का चेहरा बनाया जा सकता है. हालांकि इस बारे में अभी अंदरखाने ही चर्चा है. लेकिन सुषमा को अगर यूपी का सीएम बनाया जाता है तो भाजपा का यह मास्टर स्ट्रोक साबित हो सकता है.
महिला चेहरा
सुषमा को आगे कर भाजपा न केवल महिलाओं को अपने पक्ष में कर सकती है. साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती का भी सामना कर सकेगी. भाजपा ने यूपी चुनावों में महिलाओं और दलितों को लुभाने की योजना बनाई है. इस योजना में सुषमा बिलकुल फिट बैठती हैं.
कद्दावर नेता और संघ का समर्थन
सुषमा स्वराज भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं. इसी के चलते उन्हें विदेश मंत्रालय का पद मिला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके काम से काफी खुश हैं. भाजपा के विपक्ष में रहने के दौरान वे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर थीं. सुषमा का नाम अगर सीएम पद के लिए आगे किया जाता है तो पार्टी के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का भी समर्थन मिलेगा.
बेदाग और साफ
सुषमा के पक्ष में एक बात यह भी है कि उनकी छवि बेदाग है. उनका नाम किसी घोटाले या दंगों में नहीं है. भड़काऊ बयान देने या साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण जैसे मामलों से भी वह दूर है. सुषमा के जरिए भाजपा यह संदेश दे सकती है कि वह विकास के नाम पर ही यह चुनाव लड़ रही है.