नई दिल्ली : ईमानदारी के पथ पर चलना मुश्किल ही नहीं बल्कि नाममकिन है. बावजूद इसके हरियाणा के चर्चित आईएएस अफसर प्रदीप कासनी ने ईमानदारी का पथ नहीं छोड़ा है. बताया जाता है की ईमानदारी के पथ पर चलने वाले कासनी सरकार किसी भी पार्टी की हो, लेकिन काम अपने हिसाब से करते हैं. कहने का मतलब सही काम होगा तो किया जायेगा गलत हुआ तो कोई भी उनसे वह काम नहीं करा सकता.
दोनों ही सरकारों ने कासनी को दरकिनार लगाया
इसी के चलते हरियाणा की चाहे कांग्रेस सरकार हो या बीजेपी, दोनों ही सरकारों ने उनकी उपेक्षा की. सूत्रों के मुताबिक हुड्डा सरकार में भी उन्हें ऐसे स्थान पर तैनात किया गया था ताकि वह सरकार के किसी काम में रोड़ा न दाल सकें. इसी तरह हरियाणा की खट्टर सरकार में भी उनके साथ वही किया जा रहा है. जैसे कांग्रेस सरकार ने अपने राज में उनका तबादला इधर-उधर करती रही.
32 साल में 66 बार पोस्टिंग
गौरतलब है कि अबकी बार 48 घंटे में ही उनका दुबारा तबादला कर दिया गया है. बताया जाता है कि बुधवार सुबह उन्होंने फाइनेंस डिपार्टमेंट में चार्ज लिया और शाम तक उन्हें एससी-बीसी वेलफेयर डिपार्टमेंट (अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग) में सेक्रेटरी की पोस्ट पर भेज दिया गया. जिसके चलते 32 साल की नौकरी में यह उनका 66वां ट्रांसफर है.
क्यों कर दिया जाता है बार-बार तबादला ?
दिलचस्प बात है कि सोमवार को ही सरकार ने 26 आईएएस ऑफिसर्स के ट्रांसफर किए थे. इसमें कासनी को साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट से हटाकर फाइनेंस डिपार्टमेंट में तैनात किया गया था. बुधवार को उन्होंने चार्ज लिया और शाम तक उनका फिर से ट्रांसफर कर दिया गया. बताया जाता है कि साल 2006 में तो स्टेट रेगुलेटरी कमीशन का चार्ज लेने के 30 मिनट बाद ही कासनी का ट्रांसफर कर दिया गया था. इसी तरह साल 2012 में वे सिर्फ तीन दिन तक इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के डायरेक्टर रहे. कासनी ने 1984 में सिविल सर्विस ज्वाइन की थी.
महत्वपूर्ण कुर्सी नहीं देती हैं सरकारें
ईमानदार आईएएस की इमेज होने के कारण कांग्रेस और भाजपा सरकार उन्हें ऐसे पदों पर लगाने से बचती रही हैं जहां आईएएस के हाथ में पावर हो. उनकी इसी इमेज के कारण दोनों सरकारों ने उन्हें ऐसे डिपार्टमेंट में लगाया है जहां आईएएस के करने के लिए ज्यादा कोई काम नहीं हो. यही नहीं भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले हरियाणा के एक आईएएस अधिकारी अशोक खेमका का 20 साल के करियर में अब तक 49 बार तबादला हो चुका है.