💦💦💦(((आखिरी इच्छा)))💦💦💦 😭😭😭😭😭 ✍️ 😭😭😭😭😭 रो मत पोंछ लें आंसू , इसकी कोई जरूरत नहीं , मैं तो हूं ही तुझी में , कहीं और ढुंढनें की जरूरत नहीं । हुआ हादसा अपने ही घरों में , परिवार सभी अचेत
मानव जीवन में इच्छाएं कभी न खत्म होने वाला एक सिलसिला है। जिसे व्यक्ति जितना चाहे खत्म करने की कोशिश कर ले, लेकिन इसे पूरी तरह से खत्म कर पाना लगभग नामुमकिन है। कभी न खत्म होने वाली इच्छाओं के कारण अक
सामान्यतः एक मनुष्य को सामान्य जीवन जीने के लिए रोटी, कपडा और मकान की आवश्यकता पड़ती है। जहाँ बहुत से लोगों का जीवन संघर्ष इन्हीं तीन आवश्यकताओं की पूर्ति के इर्द-गिर्द घूमता रहता है। हर मनुष्य की इच्छ
मृत्यु के करीब पहुंच ईश्वर ने पूछा,बता हे मानुष तेरी आखिरी इच्छा।मानुष ने सोचा विचारा अंत समय,अब पूछने से क्या फायदा होगा,क्या पूरी हो सकती आखिरी इच्छा,मृत्यु के करीब हूं अंत समय निकट,क्या खोया क्या प
इंसान की इच्छाएं कभी भी पूर्ण नही होते है इंसान का मन कभी भी पूर्ण नही होता है जिस प्रकार पेट को शांत करने के लिये भोजन को ग्रहण करना पड़ता है और फिर इंसान की शुदा शांत हो जाती है किन्तु मन एक ऐसा आधार
रोशन करूं पापा का नाम अपनी मेहनत से, कुछ करूं ऐसा जो मिशाल बन जाए, बेटियों की किस्मत में खुशियों की बहारें आ जाए, दिलों मैं सबके सम्मान पाएं, पापा का कारोबार में हाथ बटा पाए, क्यों न एक नयी शुरुआत
"नीरज तुम भी जानते हो और मैं भी ..!""क्या…यही ना हम एक नहीं हो सकते..!""हां..पर सोचो ना..!हम अलग ही कहां है..?"ये प्यार में अपनापन हमेशा जोड़े रखेगा हमें..!""कहना आसान है नेहा ..जीवन कैसे गुजरेगा..?""
किस्मत की लकीरें खींच,हाथों में तकदीर बनाया।क्या लिखा है किस्मत में,ईश्वर ने मनुष्य को बनाया।।कहते सब किस्मत में लिखा,लकीरें बयां करती तकदीर।कुछ कर्म भी होते जीवन के,इंसान के हाथों की तस्वीर।।किस्मत क
आखिरी इच्छा है मेरी ,हर मनुज खुशहाल रहे।सुख समृद्धि हो जगत में,एक-दूजे में प्यार रहे।।आदर्शों का अनुसरण करें जन, परहित के कुछ काम करें।सुख चैन सदा रहे अमन में,मानवता के काम करें।संस्कृति और संस्कारों
सूरज मधु उषा फैलाने को हैसूरज उगने आने को है..आसमां में सुर्ख लालिमामानो खरगोश की आंखों जैसाकिसी प्रिय के कोपलो का गुलालमानो किसी नायिका के सुर्ख अधरचढ़ता जा रहा है गगन मेंमानो मांग की सिंदूर रेखासभी
कौन आदमी दुनिया में जिस की पूरी हुवी आखिरी इच्छा,हर एक इंसान होता दुनिया में बस इच्छाओं से सजा गुलदस्ता।।