दलिया : एक सेहतमंद भोजन जानिए इसके लाभ और वो हर तरह से शरीर के लिए क्यो अच्छा हैआम तौर पर बीमार लोगों को दलिया खिलाया जाता है,लेकिन दलिया बीमारों का ही भोजन है यह सोचना गलत है। दलिया खाने के कुछ
दण्डासन : जानिए योग को करने की विधि इससे लाभ और सावधानियांदण्डासन एक संस्कृत का शब्द है जो दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें पहला शब्द “डंडा” का अर्थ “छड़ी या स्टिक” है और दूसरा शब्द “आसन" का अर्थ “पो
18 दिन के युद्ध ने, द्रोपदी की उम्र को 80 वर्ष जैसा कर दिया था...शारीरिक रूप से भी और मानसिक रूप से भी।शहर में चारों तरफ़ विधवाओं का बाहुल्य था.. पुरुष इक्का-दुक्का ही दिखाई पड़ता था।अनाथ बच्चे घूमते
छिलका सहित लंबी वाली लौकी (घिया) ले कर कद्दूकस कर लें, इसके बाद इसे सिलबट्टे या ग्राइंडर से पीस लें, पीसते समय इसमें 7 तुलसी, 5 पुदिने की पत्तियां मिला लें, इस पिसे हुए पेस्ट को साफ कपडे से छान लें, य
नौकासन : पेट की चर्बी को कम करने वाले इस आसन के जानिए और फायदे, योग विधि और सावधानियांइस आसन को नौकासन इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसका आकार नाव की तरह का होता है। इसको नावासन के नाम से भी पुकारा जाता ह
1) पौष्टिकता से भरा अखरोटनट्स में वसा की मात्रा मानी जाती है और इसलिए इन्हें वजन बढ़ाने वाला माना जाता है। लेकिन, हकीकत इससे जरा अलग है। अखरोट भी ऐसा ही ‘नट’ है। इसमें कई पौष्टिक तत्व होते हैं। आइए जा
1. रास्ता पूछने में शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए, क्या पता मंजिल का रास्ता वहीं से जाता हो जिससे आप बेखबर हों…..2. किसी मकसद के लिए खड़े हों तो एक पेड़ की तरह… और गिरो तो बीज की तरह… ताकि फि
प्राणायाम: जानिए कपालभाती’ प्राणायाम के प्रकार सही तरीका, रखी जाने वाली सावधानियां और इसके फायदेहम सभी चिरंजीवी नही हो सकते साथ ही हमारा जीवन 100 साल के लिए कोई चमत्कारी कैप्सूल लेने या विभिन्न उपचारो
स्त्री यदि बहन हैतो प्यार का दर्पण है |स्त्री यदि पत्नी हैतो खुद का समर्पण है |स्त्री अगर भाभी हैतो भावना का भंडार है |मामी मौसी बुआ हैतो स्नेह का सत्कार है |स्त्री यदि काकी हैतो कर्तव्य की साधना है|स
माँ ....... क्या लिखूँ माँ के लिए माँ ने खुद मुझे लिखा है ! माँ संवेदना है &n
अगर आप मुहांसों की समस्या से परेशान हैं तो इससे छुटकारा पाने के लिए नींबू बेहद कारगर है। यह कहना है त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ आकृति मेहरा का। डॉ मेहरा ने नींबू के रस के इस्तेमाल से मुहांसों को दूर क
भविष्य का भय सदैव केवल उनके लिए सताता है जो वर्तमान में भी संतुष्ट नहीं। जिस व्यक्ति को वर्तमान में संतुष्ट रहना आ गया फिर ऐसा कोई दूसरा कारण ही नहीं कि उसे भविष्य की चिंता करनी पड़े
सूर्योदय के लिए सूर्य को अंधेरे से, हरियाली के लिए बसंत को पतझड़ से और गंगा स्वरूप होने के लिए एक नाले को कंकर - पत्थरों से टकराना अथवा लड़ना ही होता है। ठीक इसी प्रकार बेहतरीन व अच्छे दिनों के लिए मन
प्रत्येक महान कार्य को तीन अवस्थाओं से गुजरना पड़ता है- उपहास, विरोध और स्वीकृति।उपहास - मानव मन का एक स्वभाव यह भी है कि वह स्वयं कुछ श्रेष्ठ करना नहीं चाहता है और जो करना चाहता है उसे भी नहीं करने द
गाँव में एक किसान रहता था जो दूध से दही और मक्खन बनाकर बेचने का काम करता था। एक दिन बीवी ने उसे मक्खन तैयार करके दिया वो उसे बेचने के लिए अपने गाँव से शहर की त
1.बीज :अलसी, कद्दू और तिल के बीज कैल्शियम के अच्छे स्रोत होते हैं। इनमें कैल्शियम के साथ-साथ प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी पर्याप्त मात्रा में होता है। 2. दही :एक कप सादे दही में 30 प्रति
पुराने समय से ही दादी -नानी रसोईघर के मसालों का औषधीय इस्तेमाल करती थीं. रसोईघर के ये मसाले औषधीय गुणों से भरपूर होते थे. दादी नानी के घरेलू नुस्खों में शामिल एक प्रमुख मसाला था-साबुत. इसके
शरीर के अंदरूनी अंग की सफाई करते रहे।प्रतिदिन 2 आवंले खाएं।तिल के तेल की मालिश करते रहे।रोज एक सेब खाये।सुबह गुनगुना पानी अवश्य पिये।रोज शाम को व्यावयाम अवश्य करे या भोजन के बाद 45 मिनट टहले।चने का से
7 धातु + 3 दोष ( वात पित कफ) + 1 मल =11आयुर्वेद के अनुसार शरीर में सप्त धातु होतें हैं। पूरा शरीर इनके द्वारा ही ऑपरेट होता है। आज हम आपको जो सप्त धातु पोषक चूर्ण के बारे में बताने जा रहें ह
सूर्योदय के लिए सूर्य को अंधेरे से, हरियाली के लिए बसंत को पतझड़ से और गंगा स्वरूप होने के लिए एक नाले को कंकर - पत्थरों से टकराना अथवा लड़ना ही होता है। ठीक इसी प्रकार बेहतरीन व अच्छे दिनों के लिए मन