हृदय कांप उठा है सबका ,मानव की इस भूल का ।रक्त रंजित हो चुका है, बालासोर की धूल का ।संवेदनाएं और सहानुभूति है, आंखों में अश्क भर आया है।असहनीय इस घटना ने ,देश को गम में डुबाया है।बालासोर की धरती को ,
मैं मानव हूं तू मुझे बहुत डराती है।किसी को पता नहीं तू कब आती है। सत्य है ,अटल है, अडिग है हमेशा ।निश्चित है निराकार तुम्हें ना देखा ।।हरे-भरे चमन जैसे तन को सुखा देती है।रंक से राजा तक को औकात ब
हादसे में दिवंगत आत्माओं को कोटि कोटि नमन
उड़ीसा के बालासोर में भीषण ट्रेन हादसे में कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई और 600 से ज्यादा यात्री घायल हो गए।तीन ट्रेनें दुर्घटनाग्रस्त हुई। हादसा स्थल पर देर रात तक 700 से ज्यादा लोग फंसे रहे। 1200 र
किसी की आशा उम्मीदें और वह प्यार रहा होगा, रही होगी किसी की छुट्टी, जुदाईया इतवार रहा होगा, किसी को मिलन की आस होगी तो किसी को अपनों से मिलने का इंतजार रहा होगा,घर से कोई अपने
दुर्घटना से देर भली खिलने से पहले फुल नष्ट न हो जाए कली दुर्घटना से देर भली। पटरी रहे समानान्तर सकरी न हो जाए गली दुर्घटना से देर भली। सड़क पर बरते सावधानी कही चढ़ न