Chandrayaan-3: 'चार साल से इसी मिशन के लिए जी रहे हैं, खाते-पीते, सोते-जागते बस यही मिशन चल रहा है. इसके लिए इसरो की टीम ने जो प्रयास किए हैं, वो अकल्पनीय हैं. मुझे इसरो का हिस्सा होने पर गर्व है.'&nb
आज चांद पर अपना चंद्रयान उतर गयाचांद के कुछ राजो पर से पर्दाअब उतरने वाला हैकुछ मिथक टूटेंगेकुछ नया सच होने वाला है।यह सब आसान कहां थाकितने ख्वाब टूटे हैकितनी आशाएं हमने पाली हैंकितनी मेहनत है उन वैज्
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने बुधवार शाम 6.04 बजे बजे चंद्रमा की सतह पर कर रखा कदम। हमारे देश के लिए यह पल अविस्मरणीय है ।अभूतपूर्व है विकसित भारत के विकसित भारत के शंखनाद का है। यह वह घटनाएं है जिसने
जैसे ही भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के साथ एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, देश खुशी और जश्न में डूब गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक अभूतपूर्व उप
परिचय भारत का चंद्रयान-3 मिशन देश की चंद्र अन्वेषण की दिशा में एक उल्लेखनीय उपलब्धि रही है। जबकि मिशन को स्वयं वैश्विक मान्यता प्राप्त हुई है, उन गुमनाम नायकों को स्वीकार करना आवश्यक है जिन्हो
एक ऐतिहासिक दिन पर, बेंगलुरु में इसरो अंतरिक्ष अनुसंधान और ट्रैकिंग केंद्र (ISTRAC) में, वर्षों के समर्पण, विशेषज्ञता और टीम वर्क की परिणति के कारण चंद्र सतह पर चंद्रयान -3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग हुई।