राहुल और टीना लखनऊ के लिए निकल चुके है। राहुल गाड़ी चला रहा है।
टीना: थैंक्स
राहुल: किस बात को लिए ?
टीना: मुझे अपने परिवार से मिलाने के लिए । अपना गांव दिखाने के लिए । एक ऐसी जिंदगी से रूबरू कराने के लिए जो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था । परिवार में एक दूसरे के लिए प्यार इज्जत समर्पण सब कुछ । चारो तरफ खुशहाली ही खुशहाली, गमों का नामोनिशान नहीं। तुम बहुत खुश नसीब हो राहुल जो तुम्हें ऐसा परिवार मिला।
राहुल : वो तो मैं हूं। और इसी वजह से मैं उनसे दूर नही रह सकता । Ok.. Let's get back to the point.. मैं तुमसे कुछ सवाल पूछूंगा, तुम मुझे उसका सही सही जवाब देना।
टीना: पूछो.
राहुल: करण का पूरा नाम क्या है।
टीना: पता नही । कभी पूछा ही नही..।
राहुल: उसके परिवार के बारे में कुछ पता है।
टीना: उसने बताया था की उसके पापा है , और एक भाई है ।
राहुल: उसके पापा का या भाई का क्या नाम है।
टीना: पापा का पूरा नाम तो नही मालूम लेकिन उसने एक बार बताया था की जोगिंदर नाम है। और भाई को वो बंटी कह कर बुलाता है।
राहुल: वो रहने वाला मुंबई का ही है ना...
टीना: हां...
राहुल: तो फिर तुम लखनऊ क्यों जा रही हो।
टीना: वैसे तो हमारी प्लानिंग मुंबई में मिलकर साथ में लखनऊ जाने की थी । क्योंकि 10 तारीख से हमारा कॉलेज शुरू होने वाला है । मेरा ऐसा मानना है कि क्योंकि अब हम मुंबई में मिले नहीं, तो वो मुझे ढूंढते हुए 10 तारीख को लखनऊ कॉलेज में जरूर मिलेगा ।
राहुल : wow.. great.. इसे कहते है भरोसा । अगर वह तुम्हें वहां नहीं मिला तो ?
टीना: अगर नहीं मिला तो ....तो... तुम मुझे मिलवाओगे,क्योंकि तुमने मुझसे वादा किया है।
राहुल मुस्कुराता है।
राहुल: करण कैसा लगता है तुम्हे...तुमने उसे प्रपोज किया या उसने..?
टीना: राहुल सच बताऊं तो करण में कुछ अलग ही बात है । पता नहीं हम दोनों एक दूसरे से इतनी दूर रहे , कभी एक दूसरे से आमना सामना हुआ नही , फिर भी वह मेरे दिल की हर बात समझता है । मैं किस बात पर नाराज हो जाऊंगी, मैं किस बात पर खुश हो जाऊंगी सब कुछ वो जानता है। अभी तक हमने एक दूसरे को प्रपोज नही किया है। मुंबई में वो मुझे करने वाला था, मगर सब गड़बड़ हो गया।
राहुल:( हंसते हुए ) .. इसका मतलब है उसने लड़की पटाने में पीएचडी कर रखी है ।
टीना: तुम्हे जो समझना है , समझो...। कहीं ऐसा तो नहीं तुम्हें उससे जलन हो रही है।
राहुल: जलन..और मुझे...किस बात से..।
टीना ( मुस्कुराते हुए) : वो इसलिए क्योंकि मुझ जैसी खूबसूरत लड़की तुम्हारे हाथ आने से पहले ही किसी और के हाथ लग गईं।
राहुल गाड़ी रोकता है ।
राहुल: तुम्हारे इसी लाइन को अब मैं दोहराता हूं । कही ऐसा तो नहीं की मुझ जैसे लड़के से मिलने के बाद तुम्हे अपने फैसले पर अफसोस हो रहा । हो सकता है इस सफर में साथ चलते चलते तुम मुझसे बेइंतहा प्यार कर बैठो और हमदोनो साथ सफर करते करते एक दूसरे के हमसफर बन जाए।
राहुल और टीना एक दूसरे की आंखों में प्यार से देख रहे होते है। थोड़ी देर बाद राहुल जोर जोर से हंसने लगता है।
राहुल: देखा...कैसा लगा झटका... मैं तो तुम्हें पहले ही कह चुका हूं कि मैं प्यार व्यार मैं विश्वास नहीं रखता मेरे लिए तो मेरा प्यार सिर्फ उसके लिए है जिससे मैं शादी करूंगा।
टीना: मुझे ऐसा मजाक बिल्कुल पसंद नहीं।
राहुल: सॉरी..मेरा इरादा ऐसा बिल्कुल नहीं था। वो क्या है ना तुम्हारे मुंह से करण की इतनी तारीफ मुझ से बर्दास्त नही हुई। इसलिए...I am really very sorry..
टीना: राहुल मुझे भूख लगी है। कुछ खाने का इंतजाम करो ना..प्लीज।
राहुल: आगे कही भी कोई अच्छा सा होटल देखकर खाना खा लेंगे ।
राहुल गाड़ी चला रहा होता है , तभी टीना को एक पंजाबी ढाबा दिखाई देता है और वो राहुल को गाड़ी रोकने के लिए कहती है।
टीना: राहुल यह देखो ...पंजाबी ढाबा..यही खा लेते है।
राहुल: सोच लो..क्या तुम यहां खा लोगी।
टीना: मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है ।चलो चलें ।
राहुल: अगर तुम्हें कोई प्रॉब्लम नहीं है, तो मुझे भी कोई प्रॉब्लम नहीं । Lets go.
इतना कहकर राहुल अपनी गाड़ी पंजाबी ढाबे के सामने लाकर खड़ी कर देता है । दोनों गाड़ी से बाहर निकलकर होटल के सामने एक खाट पर जाकर बैठ जाते हैं तभी उधर से एक सरदार जी उनके पास आता है।
सरदार: ओ पाजी..की खाना पसंद करोगे।
राहुल: जी...जो तुवाड़े नाल सबसे चंगा खाना हो, वो जल्दी से परोस दो।
सरदार: ठीक है जी..हमारे यहां की तो मक्के दी रोटी और सरसों दा साग मिलेगा जिसे खाने के लिए दूर दूर के बड़े बड़े लोग आते है।
राहुल : जी बहुत बढ़िया..बस थोड़ा जल्दी भेजवा दो।
सरदार आवाज लगाते हुए: दो जगह मक्के की रोटी दे सरसों दा साग ।
टीना: तुम पंजाबी बोलना भी जानते हो।
राहुल: अरे नहीं.. वह बॉलीवुड फिल्में देख देख कर थोड़ा बहुत सीख गए हैं।
राहुल और टीना पंजाबी ढाबे में खाना खा रहे होते हैं तभी कुछ बड़ी बड़ी गाड़ियां आकर रुकती हैं। उन सारी गाड़ियों में से एक गाड़ी में से एक दूल्हा और दुल्हन उतरते हैं। बाकी गाड़ियों में से दूल्हे के परिवार के लोग उतरते है।
टीना: लगता है कोई बारात पार्टी है। शादी करके दुल्हन को ले कर जा रहे है।
राहुल: हां.. पंजाबी फैमिली है। अमीर भी और वीआईपी भी ।
टीना: तुम्हे कैसे पता।
राहुल: इन सभी गाड़ियों के नंबर को देखो । सभी नंबर वीआईपी नंबर है और दो गाड़ियों में सिर्फ बॉडीगार्ड है जो यूनिफॉर्म में है।
टीना: हां.. तुम बिल्कुल ठीक कह रहे हो । अरे हां गाड़ियों से याद आया, करण ने भी अभी एक गाड़ी खरीदी थी और उसका नंबर भी उसने वीआईपी नंबर लिया था।
राहुल: तुम्हें वह नंबर याद है क्या
टीना: हां बिल्कुल । उसने गाड़ी के साथ अपनी एक सेल्फी मुझे व्हाट्सएप की थी। गाड़ी का नंबर था MH01BW007
राहुल: ये हुई न बात।
राहुल खाना खाकर एक फोन लगाता है।
राहुल: जितनी जल्दी हो सके मुझे इस गाड़ी के मालिक के बारे में सब कुछ जानना है।
इतना कह कर राहुल फोन काट देता है। तभी टीना उधर से हाथ धोकर राहुल के पास आती है ।
टीना: अब चले।
राहुल: तुम्हारे दिए हुए जवाब से मुझे उम्मीद है, अब मैं तुम्हें करण से बहुत ही जल्द मिलवा पाऊंगा।
टीना : (खुशी से) सच में...
इतना कह टीना राहुल के गले लग जाती है।