विक्रम मुंबई एयरपोर्ट पर उतरता है। उतरने के बाद वह एयरपोर्ट के ऑफिसर से जाकर मिलता है।
विक्रम: excuse me ऑफिसर। मुझे आपसे एक मदद चाहिए । क्या मैं कल के सीसीटीवी फुटेज देख सकता हूं। दरअसल मेरी एक दोस्त जो लंदन से आई थी, उससे कोई कांटेक्ट नही हो पा रहा। उसका मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा है । प्लीज आप अगर मेरी मदद कर सके।
ऑफिसर: देखिए ऐसे हम किसी भी अजनबी को कोई भी फुटेज नहीं दिखा सकते ।आप ऐसा करें, यहां पास के पुलिस स्टेशन में जाकर एक कंप्लेंट दर्ज कराएं ।अगर पुलिस छानबीन के दौरान सीसीटीवी फुटेज देखना चाहती है, तो हम जरूर दिखा देंगे।
विक्रम: thanks for the information.
इतना कहकर विक्रम एयरपोर्ट से बाहर निकल कर नजदीकी पुलिस स्टेशन की तरफ चल देता है।
विक्रम:( पुलिसवाले से) : देखिए मुझे एक कंप्लेंट लिखवानी है
पुलिसवाला: बताओ क्या है कंप्लेन।
विक्रम: 2 दिन पहले मेरी दोस्त जिसका नाम टीना है , लंदन से मुंबई एयरपोर्ट आई। मगर अब हम उसे कांटेक्ट नहीं कर पा रहे हैं । ना ही उसका कोई कॉल या मैसेज आया। हमें डर है कहीं वह किसी मुसीबत में तो नहीं। प्लीज अगर आप उसे ढूंढने में हमारी मदद कर सके और एयरपोर्ट चलकर सीसीटीवी फुटेज अगर देखकर कुछ पता लगा पाए तो बड़ी मेहरबानी होगी।
पुलिसवाला: क्या नाम बताया।
विक्रम: टीना ।
पुलिस वाला (हवलदार से) : अरे पांडू कल qअपने पुलिस स्टेशन में एक लड़की आई थी, उसका क्या नाम था।
हवलदार: वो जिसका सामान चोरी हो गया था।
पुलिसवाला: अरे हां वह भी तो लंदन से ही आई थी ना।
हवलदार: एक मिनट साब, फाइल देखकर बताता हूं।
हवलदार फाइल देखता है और बोलता है
हवलदार: उसने अपना नाम टीना लिखवाया है।
विक्रम: आप कैसे कह सकते है की यह वही लड़की है।
पुलिसवाला: आप अगर उनकी हैंड राइटिंग अगर पहचानते हो तो उसके सिग्नेचर देख कर के आप कंफर्म हो सकते हो। और नहीं तो ( हवलदार को इशारा करते हुए) ये पांडू इनको पुलिस स्टेशन की सीसीटीवी फुटेज दिखा दे, तब शायद यकीन आ जाए।
विक्रम: सिग्नेचर तो उसी की लगती है, मगर पूरी तरह से नहीं । बस एक बार सीसीटीवी फुटेज दिखा दे तो पूरा यकीन हो जाएगा।
विक्रम हवलदार के साथ सीसीटीवी रूम में जाता है । वह सीसीटीवी फुटेज देखता है ।फुटेज देखने के बाद विक्रम को यकीन हो जाता है, कि टीना पुलिस स्टेशन आई थी ,और उसने अपने सामान चोरी होने का कंप्लेंट लिखवाया है। अब विक्रम को समझ में आता है , कि क्यों टीना से कोई कांटेक्ट नहीं हो पा रहा। उसी वक्त विक्रम टीना के मम्मी पापा (मिस्टर एंड मिसेस कपूर) को फोन लगाता है।
विक्रम: नमस्ते अंकल।
मिस्टर कपूर: नमस्ते बेटा। पहुंच गए मुंबई । टीना का कुछ पता चला।
विक्रम: यही बताने के लिए आप लोगों को फोन किया है। दरअसल एयरपोर्ट से उतरने के बाद टीना का सामान चोरी हो गया । इसकी कंप्लेन उसने पास के ही पुलिस स्टेशन में करवाई है । मैं अभी पुलिस स्टेशन के बाहर से ही बोल रहा हूं। मैंने खुद सीसीटीवी में देखा की टीना पुलिस स्टेशन आई थी, और उसने कंप्लेंट लिखवाई ।
मिस्टर कपूर: ओह माई गॉड। लेकिन सामान गुम हुआ, फिर मोबाइल क्यों नहीं लग रहा।
विक्रम: यह तो मैं भी सोच रहा हूं, क्योंकि उसने जो complain
लिखवाई है उस सामान की लिस्ट में मोबाइल नही लिखा हुआ है। कही ऐसा तो नहीं की वो मोबाइल लिखवाना भूल गई।
मिस्टर कपूर: अब क्या सोच रहे हो क्या किया जाए ।
विक्रम: टीना ने पुलिस कंप्लेंट में एड्रेस लखनऊ के कॉलेज का दिया है । मुझे लगता है वह यहां से कॉलेज के लिए निकली होगी । मैं भी कॉलेज के लिए निकल रहा हूं । उम्मीद है, टीना से मुलाकात कॉलेज में हो जाएगी। जो भी होगा मैं आपको खबर करूंगा। अच्छा फोन रखता हूं, अंकल । Bye
मिस्टर कपूर: बाय! बेटा ,अपना ख्याल रखना।
इतना कहकर मिस्टर कपूर फोन रख देते हैं तभी पीछे से मिसेस कपूर आती है ।
मिसेज कपूर: किसका फोन था ।
मिस्टर कपूर: विक्रम का ।
मिसेज कपूर : क्या कहा विक्रम ने । कुछ पता चला टीना का ?
मिस्टर कपूर: हां , वह बता रहा था, कि एयरपोर्ट पर उसका सामान चोरी हो गया। जिसकी कंप्लेन उसने पास के ही पुलिस स्टेशन में कराई थी। मगर उसके बाद वह कहां गई, इसका भी कुछ पता नहीं चल पाया है । विक्रम बता रहा था, कि उसने कंप्लेन में एड्रेस कॉलेज का दिया है । इसलिए विक्रम इस उम्मीद से कि टीना कॉलेज के लिए निकली होगी, वह भी लखनऊ जा रहा है । देखते हैं आगे क्या होता है ।
मिसेस कपूर: कितनी लापरवाह है यह लड़की भी। इतनी बड़ी हो गई, लेकिन अक्ल एक पैसे की भी नही। हे भगवान मेरी बच्ची की रक्षा करना।
मिस्टर कपूर: हमें टीना के कमरे की तलाशी लेनी होगी । शायद हमें करण के बारे में कुछ जानकारी मिल जाए।
इतना कहकर मिस्टर एंड मिसेस कपूर टीना के कमरे में चले जाते हैं। वहां टीना की रखी हुई चीजों को उलट पलट कर देखने लगते है। तभी मिसेस कपूर के हाथ एक डायरी लगती है।
मिसेज कपूर: यह देखो, डायरी ।
मिस्टर कपूर: (डायरी के पन्नो को पलटते हुए) हमारी बेटी शेरो शायरी का भी शौक रखती है ।हमें आज पता चला ।
तभी मिस्टर कपूर को डायरी के आखिरी पन्ने पर एक नंबर लिखा हुआ मिलता है। वो
number+91 India का होता है।
मिस्टर कपूर: यह नंबर तो इंडिया का है मगर किसका ?
मिसेज कपूर: फोन लगा कर पता कर लो । पता तो चले कि किसका नंबर है। कहीं करण का तो नहीं ?
मिस्टर कपूर नंबर लगाते है। घंटी जा रही होती है। तभी उधर से आवाज आती है।
मिस्टर कपूर: hello , क्या मैं जान सकता हूं की कौन बोल रहे है।
करण : जी आपने फोन लगाया है, तो आपको पता ही होगा कि अपने किसे फोन लगाया है।
मिस्टर कपूर: जी नहीं। यह नंबर मुझे मेरी बेटी की डायरी में लिखा हुआ मिला है। क्या मैं जान सकता हूं आप कौन बोल रहे हैं।
करण: लेकिन यह तो कोई इंटरनेशनल कॉल है।
मिस्टर कपूर: मैं लंदन से बोल रहा हूं।
करण: कही ...आप.. टीना के पापा तो नहीं बोल रहे हैं।
मिस्टर कपूर: हां मैं टीना का पापा ही बोल रहा हूं तुम करण बोल रहे हो।
करण : जी...नमस्ते अंकल !