Mr and Mrs कपूर लंदनके जाने-माने अमीरों में शामिल है। वह लंदन में काफी दिनों पहले भारत से आकर बस गए थे।। उनकी एक बेटी है जिसका नाम है टीना, जिसेउन्होंने बड़े लाड प्यार से पाला। उनकी एक ख्वाहिश थी, की उनकी बेटी की शादी किसी इंडियन लड़के से हो। टीना अपने मां-बाप के इस ख्वाहिश से रूबरू थी।
एक दिन मिस्टर कपूर टीना को बुलाकर कहते हैं - बेटा,
मैं तुम्हारी शादी करना कर देना चाहता हूं।
टीना: " पापा मैं शादी करने को तैयार नहीं हूं, मैंपहले अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती हूं ।उसके बाद जैसा आप चाहते हैं, किमैं किसी हिंदुस्तानी लड़की से शादी करूं तो आप यकीन मानो ,मैंआपके ख्वाहिश को जरूर पूरा करूंगी।
मिस्टर कपूर: मुझेअपनी बेटी पर पूरा भरोसा है, मगरमैं एक बात तुम्हें बताना चाहता हूं। मैने तुम्हारे लिए एक लड़का...
(इससे पहले की मिस्टर कपूर कुछ कह पाते, टीनाउनकी बात को काटकर अपने पापा से कहती है)
टीना: पापामैं भी आपको कुछ बताना चाहती हूं, मैंएक लड़के से प्यार करती हूं, औरवह हिंदुस्तानी है। वैसे तो लंदनमें मेरे बहुत सारे इंडियन दोस्त थे। मगर मैं अपना दिल एक ऐसे लड़के पर हार बैठी हूं जिससे मैं फेसबुक के जरिए ऑनलाइन मिली हूं और हम पिछले एक साल से एक दूसरे को जानते है। उस लड़के का नाम करण है और वह मुंबई में रहता है।
मिस्टर कपूर: फेवबुकसे ...online...
टीना: पापा,
मैं जानती हूं , आपक्या सोच रहे हैं । यही ना की ऑनलाइन कोई किसी को कैसे जान सकता है। इसीलिएमैं इंडिया जाना चाहती हूं। मैं वहां से एमबीए की पढ़ाई पूरी करना चाहती हूं। करण भी मेरे साथ उस कॉलेज में पढ़ेगा।इस बीच हमें एक दूसरे को जानने का मौका मिलेगा । अगर हम दोनो एक दूसरे के लिए बने है और हम दोनो एक दूसरे से प्यार करते है, तोहम दोनों एक हो जाएंगे और आप हमें आशीर्वाद देंगे। इसलिए आप मुझे इंडिया जाने दे।
मिस्टर कपूर : अबजब तुमने ऐसा सोच लिया है, तोठीक है। बेटा, अच्छाहुआ तुमने मुझे बता दिया। वैसे (मुस्कुरातेहुए) मैंनेभी तुम्हारे लिए एक लड़का ढूंढ रखा है, लेकिनजिसमें तुम्हारी खुशी उसी में मेरी खुशी है। मैं तुम्हारे जाने का इंतजाम करता हूं।
टीना: लवयू पापा (कहतेहुए पापा के गले लग जाती है)
टीना अपने कमरे में चली जाती है। तभी करण का फोन आता है।
टीना: बहुतलंबी उमर है तुम्हारी। मैं तुम्हे हो कॉल करने वाली थी।
करण: क्याबात है। बहुत खुश लग रही हो।
टीना-मैने अपने पापा से तुम्हारे बारे में सब कुछ बता दिया।
करण ;क्यासच में। यह तो वाकई में बहुत अच्छी खबर है।टीना: आजही मेरा कॉलेज का एडमिशन कन्फर्मेशन का लेटर आया है। अब हम दोनों जल्द ही मिलने वाले है।
करण: इसीदिन का तो इंतजार था, मैंभी तुमसे मिलने के लिए बहुत बेकरार हूं। जल्दी आओ मैं तुम्हारे लिए नजरे बिछाए बैठा हूं। लव यू।
टीना: I love you too.
फोन कट जाता है। तभी उसके दरवाजे पर एक नॉक होती है। दरवाजे पर विक्रम खड़ा होता है।दरअसल विक्रम टीना का बचपन का दोस्त है। वह दोनों साथ में खेले कूदे और बड़ेहुए। मिस्टर और मिसेस कपूर को विक्रम बहुत ही अच्छा लगता है। विक्रम और उनके परिवार से इनका काफी करीबी रिश्ता है।
विक्रम: क्यामैं अंदर आ सकता हूं? इजाजतहै।
टीना : तुम्हेंइजाजत लेने की क्या जरूरत।
विक्रम : कमरातुम्हारा, दिलतुम्हारा ,इजाजतके बगैर हम अंदर आ ही नहीं सकते।
टीना: विक्रम
,तुम्हारे फ्लर्ट करने की आदत नहीं जाएगी।
विक्रम : क्याकरू, तुम्हेंदेखते ही कुछ कुछ होने लगता है, तुमनहीं समझोगी।
टीना :अबबस भी।
विक्रम: ओकेबाबा, अच्छायह बताओ सुना है तुम इंडिया जारही हो।
टीना : यहखबर मार्केट में आ भी गई।
विक्रम: अरेनहीं अंकल ने बताया।
विक्रम मजाकिया अंदाज में एकगाना गाने लगता है "तूकल चला जाएगा तो मैं क्या करूंगा तू याद बहुत आएगा तो मैं क्या करूंगा "औरवह हंसने लगता है।
टीना: तूभी मेरे पीछे-पीछे आएगा।
विक्रम :एकबार सच्चे दिल से कह दो मैं सच में तुम्हारे पीछे-पीछे चला आऊंगा।
टीना: ओरियली, आकरके दिखाओ।
विक्रम : तुमनेबुलाया और हम चले आए जान हथेली पर ले आए है।
विक्रम: वैसेतुम कौन से कॉलेज में जा रही हो।
टीना : आईआईएमलखनऊ
विक्रम: ओकेमिलते हैं, लखनऊमें।
टीना: (मुस्कुरातेहुए) मैंइंतजार करूंगी।
मिसेस कपूर: ( मिस्टरकपूर से) आपनेटीना कोबहुत ज्यादा आजादी दे रखी है, ऐसाना हो हमें पछताना पड़े।मि
मिस्टर कपूर: मिसेजकपूर, हमारीएक ही तो बेटी है ,औरमुझे अपनी बेटी पर पूरा भरोसा है आप निश्चिंत रहें।
तभी एक विदेशी आदमी मिस्टर कपूर के पास आता है, औरमिस्टर कपूर को टीना कीफ्लाइट का टिकट देता है, मिस्टरकपूर मिसेस कपूर को यह टिकट टीना को देने के लिए कहते हैं। मिसेस कपूर टिकट लेकर टीना के कमरे में जाती हैं।
मिसेज कपूर : टीनायह तुम्हारी टिकट।
टीना: ममाथैंक यू।
मिसेज कपूर: अपनाख्याल रखना, औरहमें करण से जल्द से जल्द मिलवाना। उम्मीद करती हूं की वो तुम्हारे सपनों का राजकुमार हो, जोतुम्हें दुनिया की सारी खुशियां दे सके। हमेशा खुश रहो मेरे बच्चे।
टीना:लव यू मम्मा (दोनोंगले मिल जाते हैं)
मिस्टर एंड मिसेस कपूर टीना को लेकर एयरपोर्ट आ जाते हैं तभी पीछे से विक्रम भी उसे छोड़ने आता है।
विक्रम :हेलोअंकल हेलो आंटी। हाय टीना।
मिस्टर कपूर: हेलोविक्रम,
टीना: तुमकब आ रहे हो इंडिया।
विक्रम :बसजल्द ही, ज्यादादिन इंतजार नही करना पड़ेगा।
मिस्टर कपूर : यहमैं क्या सुन रहा हूं ।
विक्रम : बिल्कुलसही सुन रहे हैं अंकल। मैं भी उसी कॉलेज से एमबीए की डिग्री लेकर अपने पापा का बिजनेस संभालूंगा।
मिस्टर कपूर :यहबहुत ही अच्छा फैसला है तुम्हारा, औरमुझे भी किसी तरह की कोई फिक्र नहीं रहेगी, जबतुम टीना के साथ रहोगे।
टीना। पापा, मैंकोई छोटी बच्ची नहीं हूं, मैंअपना ध्यान खुद रख सकती हूं और विक्रम का भी। ( यहकहकर सभी लोग हंसने लगते हैं)
तभी एयरपोर्ट पर इंडिया जाने वाली फ्लाइट का अनाउंसमेंट होता है और टीना सबको बाय करके फ्लाइट पकड़ने चल देती है। आसमान में फ्लाइट को जाते हुए मिस्टरऔर मिसेसकपूर आसमान की ओर देखते हैं।