मौन बैठकर देख रहे, सत्ता के सत्तासीन यहां।नागों के सामने हो रही, उदासीन क्यों बीन यहां।।क्यों छिड़ा हुआ गृहयुद्ध यहां, कौन है दोषी समर भूमि का।क्यों भारत माता अश्क बहाती , रक्तरंजित है कण-कण भारत भूमि
रूह बनकर उतरती है, रख लेता हूँ, आसमान से बरसती है, रख लेता हूँ, मुझ खाकसार को, क्या कायदा, क्या अदब, ये तो राम की रहमत है, लिख लेता हूँ। (C) @दीपक कुमार श्रीवास्तव " नील पदम्"
अरे ओ महात्मा ! याद है तुम्हें उस वस्त्रहीन को वस्त्र देने के बाद, अपने वस्त्रों को आजीवन सीमित कर लिया था तुमने । अरे ओ माधव ! स्मरण होगा तुम्हें उसके वस्त्रों के ह्रास का प्रयास, जब उसके
एक भयावह और बेहद परेशान करने वाली घटना में, मणिपुर के एक वायरल वीडियो ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। फुटेज में महिलाओं के एक समूह को नग्न करके सड़क पर घुमाते हुए दिखाया गया है, जो दूसरे समुदाय क
गतांक से आगे:-जोगिंदर की सांसें बहुत तेजी से चल रही थी ।उसने सपने मे देखा ।जैसे रमनी अपनी मां के यहां से वापस हवेली की ओर आ रही थी । रास्ते मे एक दम से रमनी जोर जोर से चिल्लाने लगी । जोगिंदर ने जब उसक
मैतेई समुदाय की १० साल से अधिक पुरानी मांग मणिपुर में हिंसा में वृद्धि का कारण है। हालाँकि, मणिपुर उच्च न्यायालय का आदेश, जो राज्य सरकार को 29 मई तक संघ ट्राइबल अफेयर्स मंत्रालय को ST टैग देने का निर्