नई दिल्ली : दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। जहाँ चिकनगुनिया से दिल्ली के गंगाराम हॉस्पिटल में तीन व्यक्तियों की मौत की खबर आयी है वहीँ एमसीडी के आंकड़ों के अनुसार अब तक दिल्ली में चिकनगुनिया के 1724 मामले आ चुके हैं। ऐसे समय में जब दिल्ली में सरकार की सबसे ज्याद अजरूरत है तब सरकार ही दिल्ली से गायब है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन जहाँ गोवा में चुनाव प्रचार कर रहे हैं वहीँ खुद मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के पंजाब से बेंगलुरु जाने की खबर है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी दिल्ली के बाहर दूसरे देश इन-फ़िनलैंड में हैं। गोपाल राय छतीसगढ़ में तो वहीँ एक और मंत्री इमरान हुसैन इन दिनों हज पर हैं।
दिल्ली की पूरी सरकार गायब है तो दिल्ली चला कौन रहा है यह सवाल हर किसी के जहन में उठ रहा हैं। केजरीवाल ने कुछ दिन पहले तो यह भी कहा था कि अब लोग अपनी समस्याएं लेकर एलजी के पास जाये क्योंकि दिल्ली को चलाने के सारे अधिकार उनके पास हैं। तो उपराज्यपाल नजीब जंग भी खुद इन दिनों अमेरिका में हैं। दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल शर्मा ने मीडिया से कहा कि लोग दिल्ली के मंत्रियों के बारे में खूब बातें कर रहे हैं लेकिन उप राज्यपाल कहाँ हैं ये कोई नहीं पूछ रहा है। कपिल मिश्रा ने एमसीडी पर आरोप लगाए हैं कि दिल्ली में कहीं भी फोगिंग नहीं हो रही है।
गौरतलब है कि एक साल पहले जब दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया के मामले अस्पतालों में आये तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल का दौरा किया था। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन आगामी गोवा चुनावों के मद्देनजर पणजी में चुनाव प्रचार कर रहे हैं और वहाँ बता रहे हैं कि दिल्ली में किस तरह उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर कर दिया है। मोहल्ला कलीनिक की चर्चा जोर-शोर से हो रही है। सूत्रों की माने तो पंजाब से आने से बाद केजरीवाल बेंगलुरु अपनी खांसी के इलाज के लिए चले जायेंगे। अब ऐसे में लोग सवाल उठ रहे हैं कि जब पूरी दिल्ली सरकार दिल्ली से बाहर हैं तो दिल्ली चला कौन रहा है।