लखनऊ : आगामी उत्तरप्रदेश चुनावों के मद्देनजर अपनी सरकार का दामन साफ़ करने में लगे सीएम अखिलेश यादव ने दो दिन के भीतर तीसरी कार्रवाई की है। अखिलेश यादव ने अब यूपी सरकार के मुख्य सचिव दीपक सिंघल को हटाकर राहुल भटनागर को नया मुख्य सचिव बना दिया है। एक दिन पहले ही अखिलेश यादव ने अपने दो दागदार मंत्रियों खनन मंत्री गायत्री प्रजापति और पंचायती राज मंत्री राजकिशोर को भी बाहर का रास्ता दिखाया था।
मुख्य सचिव दीपक सिंघल को क्यों हटाया !
यूपी सरकार में 1982 बैच आईएएस रहे के दीपक सिंघल को महज दो महीने पहले नियुक्त किया गया था। सूत्रों की माने तो दीपक सिंघल पहले से ही अखिलेश यादव की पसंद नहीं थे, उन्हें मुलायम सिंह की पत्नी साधना गुप्ता की सिफारिश पर मुख्य सचिव बनाया गया था। इसके अतिरिक्त दीपक सिंघल का महत्त्व एक बड़े मीडिया घराने के मालिक के दामाद होने के कारण भी था।
अमर सिंह के करीबी रहे !
दीपक सिंघल का नाम ऐसे अफसरों में पहले से गिना जाता रहा है जो कई बार विवादों में रहे। अमर सिंह और शिवपाल सिंह के सिंघल बेहद करीबी माने जाते हैं। अमर सिंह के लीक हुए जिस टेप में दीपक सिंघल बातचीत कर रहे हैं उसे सुनने के बाद पता चलता है कि किस तरह वे अमर के इशारे पर नाचने वाले अफसरों में शामिल हैं। बाबुओं की तरह यह सीनियर आईएएस अफसर नेता कम पॉवर ब्रोकर अमर सिंह को बार-बार सर..सर कहकर बात कर रहा है। सिंघल कर रहे हैं कि सर..हमने आपका मामला पक्का करा दिया है।
सूत्रों की माने तो कुछ दिन पहले सिंघल अमर सिंह द्वारा दिल्ली में दी गई एक पार्टी में शामिल हुए थे। इस पार्टी में अमर सिंह के अलावा शिवपाल सिंह भी शामिल हुए। ख़बरों की माने तो इस पार्टी में बतौर यूपी के मुख्य सचिव सिंघल ने अखिलेश यादव की खुलेतौर पर आलोचना की। कहा जा रहा है कि दीपक सिंघल से अखिलेश यादव की दूरी का कारण उनकी भ्रष्ट अफसर की छवि था और अपने दामन के दागों को चुनाव से पहले साफ़ करने में लगे अखिलेश यादव के लिए उन्हें हटाने का यह अच्छा मौका साबित हुआ।