दिल्ली : यूपी में सपा, कांग्रेस, आरजेडी और रालोद का गठबंधन करीब तय हो चुका है. सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और आरएलडी में महागठबंधन की संभावना बन रही है. बताया जा रहा है कि तीनों दलों में आपस में बातचीत चल रही है, जिसके बाद महागठबंधन की सहमति बनने के आसार बनते दिख रहे हैं. हालांकि सीटों पर अभी तक सहमति बनती नहीं दिख रही है.
पहले नहीं माने थे मुलायम
समाजवादी पार्टी 2012 में जीती गई सभी सीटों पर लड़ना चाहती है साथ ही कुछ और सीटों पर भी दावा कर रही है. कांग्रेस ने 150 सीटें मांगी हैं जिसके लिए समाजवादी पार्टी तैयार नहीं है. सूत्रों का कहना है कि समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को कहा है कि वो अजीत सिंह से बात करे और ये सहमति बनाए कि कांग्रेस और आरएलडी 100 सीटें आपस में बांट लें.
वहीं लखनऊ में ही 5 कालीदास मार्ग स्थित आवास पर सीएम अखिलेश यादव ने विधायकों, सपा पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. अखिलेश ने चुनाव के मद्देनजर इन्हें जीत के टिप्स दिए, साथ ही क्षेत्र में काम का प्रचार करने को कहा.
दरअसल, यूपी में महागठबंधन की अटकलें लंबे समय से गर्म हैं. इसके पीछे वजह ये है कि सत्तारूढ़ सपा को ऐसा लगता है कि प्रदेश में बीजेपी का कद बढ़ रहा है और उसे रोकना है तो महागठबंधन ही एकमात्र विकल्प हो सकता है. साथ ही सपा मुस्लिम मतदाताओं को बीएसपी में जाने से रोकना चाहती है.
नोटबंदी को लेकर नाराज हैं बीजेपी सांसद
गौरतलब है कि पीएम मोदी की नोटबंदी को लेकर भीतर ही भीतर बीजेपी के कई बड़े राजनेताओं और सांसदों ने पिछले दिनों पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से अपनी नराजगी का इजहार भी किया था. बीजेपी के नेताओं ने नकदी की समस्या से जूझ रहे लोगों की हकीकत को शाह के सामने रखते हुए कहा था की अब तो पार्टी की छीछालेदर होते दिखाई दे रही है. अगर यही हाल रहा तो पार्टी जनता के बीच विधानसभा चुनाव के दौरान क्या मुंह लेकर वोट मांगने जाएगी.