shabd-logo

आज का पंचांग - 24 जुलाई 2018

24 जुलाई 2018

168 बार देखा गया 168
featured image

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞

⛅ दिनांक 24 जुलाई 2018

⛅ दिन - मंगलवार

⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)

⛅ शक संवत -1940

⛅ अयन - दक्षिणायन

⛅ ऋतु - वर्षा

⛅ मास - आषाढ़

⛅ पक्ष - शुक्ल

⛅ तिथि - द्वादशी शाम 06:25 तक तत्पश्चात त्रयोदशी

⛅ नक्षत्र - ज्येष्ठा शाम 03:29 तक तत्पश्चात मूल

⛅ योग - ब्रह्म सुबह 08:03 तक तत्पश्चात इन्द्र

⛅ राहुकाल - शाम 03:51 से शाम 05:30 तक

⛅ सूर्योदय - 05:32

⛅ सूर्यास्त - 19:04

⛅ दिशाशूल - उत्तर दिशा में

💥 विशेष - द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

💥 स्कंद पुराण के अनुसार रविवार और द्वादशी के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।

🌞 ~ अपना पंचांग ~ 🌞


🌷 ग्रहण की हानियों से बचकर कैसे उठायें करोड़ गुना लाभ

➡ (खग्रास चन्द्रग्रहण : २७ जुलाई )

भूभाग में ग्रहण–समय : २७ जुलाई के रात्रि ११-५४ से २८ जुलाई प्रात: ३-५० तक ( पूरे भारत में दिखेगा, नियम पालनीय )

👉🏻 जानिये चन्द्रग्रहण – संबंधी महत्त्वपूर्ण बातें :

🌘 १] चन्द्रग्रहण में ग्रहण के तीन प्रहर ( ९ घंटे ) पूर्व से सूतक लगता है | सूतक व ग्रहण काल में भोजन नहीं करना चाहिए | बूढ़े, बालक और रोगी ग्रहण प्रारम्भ होने से डेढ़ प्रहर ( ४.५ घंटे ) पूर्व तक खा सकते हैं |

🌘 २] सूतक ( ग्रहण-वेध ) के पहले जिन पदार्थों में कुश या तुलसी-पत्ते डाल दियें जाते हैं, वे सूतक व ग्रहण काल में दूषित नहीं होते |

🌘 ३] भगवान वेदव्यासजी कहते हैं : ‘सामान्य दिन से चन्द्रग्रहण में किया गया पुण्यकर्म (ध्यान, जप, दान आदि ) एक लाख गुना और गंगाजल पास में हो तो एक करोड़ गुना फलदायी होता है |’

🌘 ४] ग्रहण के समय गुरुमंत्र, इष्टमंत्र अथवा जो भगवन्नाम जपते हों उसका जप अवश्य करें, न करने से मंत्र को मलिनता प्राप्त होती हैं |

🙏🏻

🌞 ~ अपना पंचांग ~ 🌞


🌷 चतुर्मास एवं पुरुष सूक्त 🌷

➡ आषाढ़ शुक्ल एकादशी (23 जुलाई, सोमवार) से कार्तिक शुक्ल एकादशी (19 नवम्बर, सोमवार) तक चातुर्मास है ।

🙏🏻 चतुर्मास में भगवान श्रीविष्णु के योगनिद्रा में शयन करने पर जिस किसी नियम का पालन किया जाता है, वह अनंत फल देनेवाला होता है – ऐसा ब्रह्माजी का कथन है |

🙏🏻 जो मानव भगवान वासुदेव के उद्देश्य से केवल शाकाहार करके चतुर्मास व्यतीत करता है वह धनी होता है | जो प्रतिदिन नक्षत्रों का दर्शन करके केवल एक बार ही भोजन करता हैं वह धनवान, रूपवान और माननीय होता है | जो मानव ब्रह्मचर्य – पालनपूर्वक चौमासा व्यतीत करता हैं वह श्रेष्ठ विमान पर बैठकर स्वेच्छा से स्वर्गलोक जाता है |जो चौमासेभर नमक को छोड़ देता है उसके सभी पुर्तकर्म ( परोपकार एवं धर्मसम्बन्धी कार्य ) सफल होते है | जिसने कुछ उपयोगी वस्तुओं को चौमासेभर त्यागने का नियम लिया हो, उसे वे वस्तुएँ ब्राह्मण को दान करनी चाहिए | ऐसा करने से वह त्याग सफल होता है | जो मनुष्य नियम, व्रत अथवा जप के बिना चौमासा बिताता है वह मुर्ख है |

🙏🏻 जो चतुर्मास में भगवान विष्णु के आगे खड़ा होकर ‘पुरुष सूक्त’ का जप करता है, उसकी बुद्धि बढती है | -(स्कंदपुराण, नागर खंड, उत्तरार्ध )

🙏🏻 बुद्धि बढाने के इच्छुक लोग ‘पुरुष सूक्त’ से फायदा उठायें|

🌷 पुरुष सूक्त 🌷

🙏🏻 (ऋग्वेद : १०-९०, यजुर्वेद : अध्याय – ३१ )

🌷 ॐ सहस्रशीर्षा पुरुष: सहस्त्राक्ष: सहस्त्रपात् |

स भूमिं विश्वतो वृत्वात्यतिष्ठद्दशांगुलम् || १||

🙏🏻 ‘आदिपुरुष असंख्य सिर, असंख्य नेत्र और असंख्य पाद से युक्त था | वह पृथ्वी को सब ओर से घेरकर भी दस अंगुल अधिक ही था |’

🌷 पुरुष एवेदं सर्वं यदभूतं यच्च भाव्यम् |

उतामृतत्वस्येशानो यदन्नेनातिरोहति || २ ||

🙏🏻 ‘यह जो वर्तमान जगत है, वह सब पुरुष ही है | जो पहले था और आगे होगा, वह भी पुरुष ही है, क्योंकि वह अमृतत्व का, देवत्व का स्वामी है | वह प्राणियों के कर्मानुसार भोग देने के लिए अपनी कारणावस्था का अतिक्रम करके दृश्यमान जगतअवस्था को स्वीकार करता है, इसलिए यह जगत उसका वास्तविक स्वरूप नहीं है |’

🌷 एतावानस्य महिमातो ज्यायाँश्च पुरुष : |

पादोऽस्य विश्वा भूतानि त्रिपाद्स्यामृतं दिवि || ३ ||

🙏🏻 ‘अतीत, अनागत एवं वर्तमान रूप जितना जगत है उतना सब इस पुरुष की महिमा अर्थात एक प्रकार का विशेष सामर्थ्य है, वैभव है, वास्तवस्वरूप नहीं | वास्तव पुरुष तो इस महिमा से भी बहुत बड़ा है | सम्पूर्ण त्रिकालवर्ती भूत इसके चतुर्थ पाद में हैं | इसके अवशिष्ट सच्चिदानन्दस्वरुप तीन पाद अमृतस्वरूप हैं और अपने स्वयंप्रकाश द्योतनात्मक रूप में निवास करते हैं |’

🌷 त्रिपादूर्ध्व उदैत्पुरुष: पादोऽस्येहाभवत् पुन: |

ततो विष्वं व्यक्रामत्साशनानशने अभि ||४ ||

‘त्रिपाद पुरुष संसाररहित ब्रह्मस्वरूप है | वह अज्ञानकार्य संसार से विलक्षण और इसके गुण-दोषों से अस्पृष्ट है | इसका जो किंचित मात्र अंश माया में हैं वही पुन: -पुन: सृष्टि – संहार के रूप में आता – जाता रहता है | यह मायिक अंश ही देवता, मनुष्य, पशु, पक्षी आदि विविध रूपों में व्याप्त है | वही सभोजन प्राणी है और निर्भोजन जड़ है | सारी विविधता इस चतुर्थाश की ही है |’

🌷 तस्माद्विराळजायत विराजो अधि पुरुष: |

स जातो अत्यरिच्यत पश्चादभूमिमथो पुर: ||५ ||

🙏🏻 ‘उस आदिपुरुष से विराट ब्रह्माण्ड देह की उत्पत्ति हुई | विराट देह को ही अधिकरण बनाकर उसका अभिमानी एक और पुरुष प्रकट हुआ | वह पुरुष प्रकट होकर विराट से पृथक देवता, मनुष्य, पशु, पक्षी आदि के रूप में हो गया | उसके बाद पृथ्वी की सृष्टि हुई और जीवों के निवास योग्य सप्त धातुओं के शरीर बने |’

🌷 ॐ यत्पुरुषेण हविषा देवा यज्ञमतन्वत |

वसन्तो अस्यासीदाज्यं ग्रीष्म इध्म: शरद्धवि: ||६ ||

🙏🏻 ‘देवताओं ने उसी उत्पन्न द्वितीय पुरुष को हविष्य मानकर उसी के द्वारा मानस यज्ञ का अनुष्ठान किया | इस यज्ञ में वसंत ऋतु आज्य (घृत) के रूप में, ग्रीष्म ऋतु ईंधन के रूप में और शरद ऋतु हविष्य के रूप में संकल्पित की गयी |’

तं यज्ञं बर्हिषि प्रौक्षण पुरुषं जातमग्रत: |

तेन देवा अजयन्त साध्या ऋषयश्च ये || ७ ||

🙏🏻 ‘वही द्वितीय पुरुष यज्ञ का साधन हुआ | मानस यज्ञ में उसीको पशु-भावना से युप (यज्ञ का खंभा) में बाँधकर प्रोक्षण किया गया, क्योंकि सारी सृष्टि के पूर्व वही पुरुषरूप से उत्पन्न हुआ था | इसी पुरुष के द्वारा देवताओं ने मानस याग किया | वे देवता कौन थे ? वे थे सृष्टि – साधन योग्य प्रजापति आदि साध्य देवता एवं तदनुकूल मंत्रद्रष्टा ऋषि | अभिप्राय यह है कि उसी पुरुष से सभीने यज्ञ किया |’

🌷 तस्माद्यज्ञात सर्वंहुत: संभृतं पृषदाज्यम् |

पशून ताँश्चक्रे वायव्यानारण्यान् ग्राम्याश्च ये || ८ ||

🙏🏻 ‘इस यज्ञ में सर्वात्मक पुरुष का हवन किया जाता है | इसी मानस यज्ञ से दधिमिश्रित आज्य-सम्पादन किया गया अर्थात सभी भोग्य पदार्थों का निर्माण हुआ | इसी यज्ञ से वायुदेवताक आरण्य (जंगली) पशुओं का निर्माण हुआ | जो ग्राम्य पशु हैं, उनका भी |’

🌷 तस्माद्यज्ञात सर्वहुत ऋच: सामानि जज्ञिरे |

छन्दांसि जज्ञिरे तस्माद्यजुस्तस्मादजायत || ९ ||

🙏🏻 ‘पूर्वोक्त सर्वहवनात्मक यज्ञ से ऋचाएँ और साम उत्पन्न हुए | उस यज्ञ से ही गायत्री आदि छन्दों का जन्म हुआ | उसी यज्ञ से यजुष (यजुर्वेद) की भी उत्पत्ति हुई |’

🙏🏻 तस्मादश्वा अजायन्त ये के चोभयादत: |

गावो ह जज्ञिरे तस्मात तस्माज्जाता अजावय: ||१० ||

🙏🏻 ‘उस पूर्वोक्त यज्ञ से यज्ञोपयोगी अश्वों का जन्म हुआ | जीके दोनों ओर दाँत होते हैं, उनका भी जन्म हुआ | उसीसे गायों का भी जन्म हुआ और उसीसे बकरी – भेड़ें भी पैदा हुई |’

🌷 ॐ यत्पुरुषं व्यदधु: कतिधा व्यकल्पयन् |

मुखं किमस्य कौ बाहू का ऊरू पादा उच्येते ||११ ||

🙏🏻 ‘जब द्वितीय पुरुष ब्रह्मा की ही यज्ञ – पशु के रूप में कल्पना की गयी, तब उसमें किस – किस रूप से, किस – किस स्थान से, किस – किस प्रकार विशेष से उसके अंग- उपांगों की भावना की गयी ? उसका मुख क्या बना ? उसके बाहू क्या बने ? तथा उसके ऊरू (जंघा) और पाद क्या कहे गये ?’

🌷 ब्राह्मणोंऽस्य मुखमासीद् बाहू राजन्य: कृत: |

ऊरू तदस्य यद्वैश्य: पदभ्यां शूद्रों अजायत || १२ ||

🙏🏻 ‘इस पुरुष का मुख ही ब्राह्मण के रूप में कल्पित हैं | बाहू राजन्य माना गया हैं | ऊरू वैश्य है और चरण शुद्र हैं |’

चन्द्रमा मनसो जातश्चक्षो: सूर्यो अजायत |

मुखादिन्द्रश्चाग्निश्च प्राणादवायुरजायत || १३ ||

🙏🏻 ‘मन से चन्द्रमा, चक्षु से सूर्य, मुख से इंद्र तथा अग्नि और प्राण से वायु की कल्पना की गयी |’

🌷 नाभ्या आसीदन्तरिक्षं शीष्णॉ द्यौ: समवर्तत |

पदभ्यां भूमिर्दिश: श्रोत्रात्तथा लोकों अकल्पयन || १४ ||

🙏🏻 ‘नाभि से अंतरिक्ष लोक, सिर से द्युलोक, चरणों से भूमि और श्रोत्र से दिशाएँ – इस प्रकार लोकों की कल्पना की गयी |’

🌷 सप्तास्यासन् परिधयस्त्रि: सप्त समिध: कृता: |

देवा यद्यज्ञं तन्वाना अबध्नन् पुरुषं पशुम् || १५ ||

🙏🏻 ‘जब देवताओं ने अपने मानस यज्ञ का विस्तार करते हुए वैराज पुरुष (परमात्मा) को पशु के रूप में कल्पित किया, तब इस यज्ञ की सात परिधियाँ हुई और इक्कीस समिधाएँ |’

🌷 यज्ञेन यज्ञमयजन्त देवास्तानि धर्माणि प्रथमान्यासन् |

ते ह नाकं महिमान: सचन्त यत्र पूर्व साध्या: सन्ति देवा: ||१६||

🙏🏻 ‘प्रजापति के प्राणरूप विद्वान देवताओं ने अपने मानस संकल्परूप यज्ञ के द्वारा यज्ञस्वरूप पुरुषोत्तम का यजन (आराधन, योग) किया | वही धर्म है सर्वश्रेष्ठ एवं सनातन, क्योंकि सम्पूर्ण विकारों को धारण करता हैं | वे धर्मात्मा भगवान के माहात्म्य, वैभव आदि से सम्पन्न होकर परमानंद-लोक में समा गये | वहीँ प्राचीन उपासक देवता विराजमान रहते हैं |’

🌞 ~ अपना पंचांग ~ 🌞

🙏🏻🌷🌻☘🌸🌹🌼🌺💐🙏🏻

1

आज का अपना पंचांग - 22 जून

22 जून 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 22 जून 2018⛅ दिन - शुक्रवार ⛅ विक्रम संवत - 2075⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - ज्येष्ठ⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - दशमी 23 जून प्रातः 03:19 तक तत्पश्चात एकादशी⛅ नक्षत्र - चित्रा 23 जून रात्रि 02:08 तक तत्पश्चात स्वाती⛅ योग - परिघ 23 जून प्रातः 0

2

आज का अपना पंचांग - 23 जून

23 जून 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 23 जून 2018⛅ दिन - शनिवार ⛅ विक्रम संवत - 2075⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - ज्येष्ठ⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - एकादशी 24 जून प्रातः 03:52 तक तत्पश्चात द्वादशी⛅ नक्षत्र - स्वाती 24 जून रात्रि 03:21 तक तत्पश्चात विशाखा⛅ योग - शिव रात्रि 12:32 तक

3

आज का अपना पंचांग - 24 जून

24 जून 2018
0
0
0

🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞⛅ *दिनांक 24 जून 2018*⛅ *दिन - रविवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2075*⛅ *शक संवत -1940*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - वर्षा*⛅ *मास - ज्येष्ठ*⛅ *पक्ष - शुक्ल* ⛅ *तिथि - द्वादशी 25 जून प्रातः 04:54 तक तत्पश्चात त्रयोदशी*⛅ *नक्षत्र - विशाखा 25 जून रात्रि 05:02 तक तत्पश्चात अनुराधा*⛅

4

आज का अपना पंचांग - 25 जून

25 जून 2018
0
0
0

🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞⛅ *दिनांक 25 जून 2018*⛅ *दिन - सोमवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2075*⛅ *शक संवत -1940*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - वर्षा*⛅ *मास - ज्येष्ठ*⛅ *पक्ष - शुक्ल* ⛅ *तिथि - त्रयोदशी पूर्ण रात्रि तक*⛅ *नक्षत्र - अनुराधा पूर्ण रात्रि तक* ⛅ *योग - साध्य रात्रि 12:28 तक तत्पश्चात शुभ*⛅ *रा

5

आज का अपना पंचांग - 26 जून

26 जून 2018
0
0
0

🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞⛅ *दिनांक 26 जून 2018*⛅ *दिन - मंगलवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2075*⛅ *शक संवत -1940*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - वर्षा*⛅ *मास - ज्येष्ठ*⛅ *पक्ष - शुक्ल* ⛅ *तिथि - त्रयोदशी सुबह 06:22 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*⛅ *नक्षत्र - अनुराधा सुबह 07:07 तक तत्पश्चात ज्येष्ठा*⛅ *योग - शुभ रात

6

आज का अपना पंचांग - 28 जून

28 जून 2018
0
0
0

🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞⛅ *दिनांक 28 जून 2018*⛅ *दिन - गुरुवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2075*⛅ *शक संवत -1940*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - वर्षा*⛅ *मास - ज्येष्ठ*⛅ *पक्ष - शुक्ल* ⛅ *तिथि - पूर्णिमा सुबह 10:22 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*⛅ *नक्षत्र - मूल दोपहर 12:22 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा*⛅ *योग - ब्रह्म 2

7

आज का पंचांग - 29 जून 2018

29 जून 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 29 जून 2018⛅ दिन - शुक्रवार ⛅ विक्रम संवत - 2075⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - ज्येष्ठ⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - प्रतिपदा दोपहर 12:47 तक तत्पश्चात द्वितीया⛅ नक्षत्र - पूर्वाषाढा शाम 03:22 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा⛅ योग - इन्द्र 30 जून रात्रि 02

8

आज का पंचांग - 30 जून 2018

30 जून 2018
0
0
0

🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞⛅ *दिनांक 30 जून 2018*⛅ *दिन - शनिवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)*⛅ *शक संवत -1940*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - वर्षा*⛅ *मास - आषाढ़*⛅ *गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - ज्येष्ठ*⛅ *पक्ष - कृष्ण* ⛅ *तिथि - द्वितीया शाम 03:20 तक तत्पश्चात तृतीया*⛅ *नक्षत्र - उत

9

आज का पंचांग - 02 जुलाई 2018

2 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 02 जुलाई 2018⛅ दिन - सोमवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - आषाढ़⛅ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - ज्येष्ठ⛅ पक्ष - कृष्ण ⛅ तिथि - चतुर्थी रात्रि 08:20 तक तत्पश्चात पंचमी⛅ नक्षत्र - धनिष्ठा रात्रि 12:36 त

10

आज का पंचांग - 03 जुलाई 2018

3 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग~ 🌞⛅ दिनांक 03 जुलाई 2018⛅ दिन - मंगलवार⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - आषाढ़⛅ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - ज्येष्ठ⛅ पक्ष - कृष्ण ⛅ तिथि - पंचमी रात्रि 10:27 तक तत्पश्चात षष्ठी⛅ नक्षत्र - शतभिषा 04 जुलाई प्रातः 03

11

आज का पंचांग - 04 जुलाई 2018

4 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞⛅ *दिनांक 04 जुलाई 2018*⛅ *दिन - बुधवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)*⛅ *शक संवत -1940*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - वर्षा*⛅ *मास - आषाढ़*⛅ *गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - ज्येष्ठ*⛅ *पक्ष - कृष्ण* ⛅ *तिथि - षष्ठी रात्रि 12:06 तक तत्पश्चात सप्तमी*⛅ *नक्षत्र -

12

आज का पंचांग - 06 जुलाई 2018

6 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞⛅ *दिनांक 06 जुलाई 2018*⛅ *दिन - शुक्रवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)*⛅ *शक संवत -1940*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - वर्षा*⛅ *मास - आषाढ़*⛅ *गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - ज्येष्ठ*⛅ *पक्ष - कृष्ण* ⛅ *तिथि - अष्टमी 07 जुलाई रात्रि 01:22 तक तत्पश्चात नवमी*⛅ *

13

आज का पंचांग - 07 जुलाई 2018

7 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 07 जुलाई 2018⛅ दिन - शनिवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - आषाढ़⛅ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - ज्येष्ठ⛅ पक्ष - कृष्ण ⛅ तिथि - नवमी रात्रि 12:50 तक तत्पश्चात दशमी⛅ नक्षत्र - रेवती सुबह 07:40 तक तत्पश्

14

आज का पंचांग - 11 जुलाई 2018

11 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 11 जुलाई 2018⛅ दिन - बुधवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - आषाढ़⛅ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - ज्येष्ठ⛅ पक्ष - कृष्ण ⛅ तिथि - त्रयोदशी शाम 03:34 तक तत्पश्चात चतुर्दशी⛅ नक्षत्र - मॄगशिरा रात्रि 12:44

15

आज का पंचांग - 12 जुलाई 2018

12 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 12 जुलाई 2018⛅ दिन - गुरुवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - आषाढ़⛅ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - ज्येष्ठ⛅ पक्ष - कृष्ण ⛅ तिथि - चतुर्दशी दोपहर 12:01 तक तत्पश्चात अमावस्या⛅ नक्षत्र - आर्द्रा रात्रि 09:

16

आज का पंचांग - 13 जुलाई 2018

13 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞⛅ *दिनांक 13 जुलाई 2018*⛅ *दिन - शुक्रवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)*⛅ *शक संवत -1940*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - वर्षा*⛅ *मास - आषाढ़*⛅ *गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - ज्येष्ठ*⛅ *पक्ष - कृष्ण* ⛅ *तिथि - अमावस्या सुबह 08:17 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*⛅ *नक्षत

17

आज का पंचांग - 14 जुलाई 2018

14 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞⛅ *दिनांक 14 जुलाई 2018*⛅ *दिन - शनिवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)*⛅ *शक संवत -1940*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - वर्षा*⛅ *मास - आषाढ़*⛅ *गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - ज्येष्ठ*⛅ *पक्ष - कृष्ण* ⛅ *तिथि - द्वितीया रात्रि 12:55 तक तत्पश्चात तृतीया*⛅ *नक्षत्र

18

आज का पंचांग - 16 जुलाई 2018

16 जुलाई 2018
0
1
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 16 जुलाई 2018⛅ दिन - सोमवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - आषाढ़⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - चतुर्थी शाम 06:40 तक तत्पश्चात पंचमी⛅ नक्षत्र - मघा सुबह 11:13 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी⛅ योग - व्यतीपात शाम 05:06

19

आज का पंचांग - 19 जुलाई 2018

19 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 19 जुलाई 2018⛅ दिन - गुरुवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - आषाढ़⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - सप्तमी दोपहर 01:35 तक तत्पश्चात अष्टमी⛅ नक्षत्र - हस्त सुबह 07:53 तक तत्पश्चात चित्रा⛅ योग - शिव सुबह 19:40 तक तत्पश

20

आज का पंचांग - 23 जुलाई 2018

23 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 23 जुलाई 2018⛅ दिन - सोमवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - आषाढ़⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - एकादशी शाम 04:23 तक तत्पश्चात द्वादशी⛅ नक्षत्र - अनुराधा दोपहर 12:54 तक तत्पश्चात ज्य

21

आज का पंचांग - 24 जुलाई 2018

24 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 24 जुलाई 2018⛅ दिन - मंगलवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - आषाढ़⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - द्वादशी शाम 06:25 तक तत्पश्चात त्रयोदशी⛅ नक्षत्र - ज्येष्ठा शाम 03:29 तक तत्पश्चात मूल⛅ योग - ब्रह्म सुबह 08:03 तक त

22

आज का पंचांग - 25 जुलाई 2018

25 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞⛅ *दिनांक 25 जुलाई 2018*⛅ *दिन - बुधवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)*⛅ *शक संवत -1940*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - वर्षा*⛅ *मास - आषाढ़*⛅ *पक्ष - शुक्ल* ⛅ *तिथि - त्रयोदशी रात्रि 08:45 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*⛅ *नक्षत्र - मूल शाम 06:22 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा*⛅ *

23

आज का पंचांग - 26 जुलाई 2018

26 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 26 जुलाई 2018⛅ दिन - गुरुवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - आषाढ़⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - चतुर्दशी रात्रि 11:16 तक तत्पश्चात पूर्णिमा⛅ नक्षत्र - पूर्वाषाढा रात्रि 09:36 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा⛅ योग - वैधृति

24

आज का पंचाग - 30 जुलाई 2018

30 जुलाई 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 30 जुलाई 2018⛅ दिन - सोमवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - श्रावण⛅ पक्ष - कृष्ण ⛅ तिथि - द्वितीया सुबह 06:40 तक तत्पश्चात तृतीया⛅ नक्षत्र - धनिष्ठा सुबह 06:32 तक तत्पश्चात शतभिषा⛅ योग - सौभाग्य दोपहर 01:52

25

आज का पंचांग - 02 अगस्त 2018

2 अगस्त 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 02 अगस्त 2018⛅ दिन - गुरुवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - श्रावण⛅ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - आषाढ़⛅ पक्ष - कृष्ण ⛅ तिथि - पंचमी सुबह 11:32 तक तत्पश्चात षष्ठी⛅ नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद दोपहर 01:13

26

आज का पंचांग - 09 अगस्त 2018

9 अगस्त 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 09 अगस्त 2018⛅ दिन - गुरुवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - श्रावण⛅ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - आषाढ़⛅ पक्ष - कृष्ण ⛅ तिथि - त्रयोदशी रात्रि 10:45 तक तत्पश्चात चतुर्दशी⛅ नक्षत्र - आर्द्रा सुबह 08:25

27

आज का पंचांग - 10 अगस्त 2018

10 अगस्त 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 10 अगस्त 2018⛅ दिन - शुक्रवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - श्रावण⛅ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - आषाढ़⛅ पक्ष - कृष्ण ⛅ तिथि - चतुर्दशी रात्रि 07:07 तक तत्पश्चात अमावस्या⛅ नक्षत्र - पुष्य 11 अगस्त रा

28

आज का पंचांग - 16 अगस्त 2018

16 अगस्त 2018
0
1
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 16 अगस्त 2018⛅ दिन - गुरुवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - श्रावण⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - षष्ठी 17 अगस्त रात्रि 01:02 तक तत्पश्चात सप्तमी⛅ नक्षत्र - चित्रा शाम 03:49 तक तत्पश्चात स्वाती⛅ योग - शुभ शाम 04:5

29

आज का पंचांग - 21 अगस्त 2018

21 अगस्त 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 21 अगस्त 2018⛅ दिन - मंगलवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - श्रावण⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - एकादशी पूर्ण रात्रि तक⛅ नक्षत्र - मूल रात्रि 12:34 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा⛅ योग - विष्कम्भ शाम 04:03 तक तत्पश्चात प

30

आज का पंचांग - 22 अगस्त 2018

22 अगस्त 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 22 अगस्त 2018⛅ दिन - बुधवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - श्रावण⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - एकादशी सुबह 07:40 तक तत्पश्चात द्वादशी⛅ नक्षत्र - पूर्वाषाढा 23 रात्रि 03:40 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा⛅ योग - प्रीति श

31

आज का पंचांग - 23 अगस्त 2018

23 अगस्त 2018
0
0
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 23 अगस्त 2018⛅ दिन - गुरुवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - शरद⛅ मास - श्रावण⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - द्वादशी सुबह 10:15 तक तत्पश्चात त्रयोदशी⛅ नक्षत्र - उत्तराषाढा पूर्ण रात्रि तक⛅ योग - आयुष्मान् शाम 06:09 तक तत्पश्चा

32

आज का पंचांग - 7 सिंतबर 2018

7 सितम्बर 2018
0
0
0

🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞⛅ *दिनांक 07 सितम्बर 2018*⛅ *दिन - शुक्रवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)*⛅ *शक संवत -1940*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - शरद*⛅ *मास - भाद्रपद (गुजरात अनुसार श्रावण)*⛅ *पक्ष - कृष्ण* ⛅ *तिथि - द्वादशी सुबह 09:12 तक तत्पश्चात त्रयोदशी*⛅ *नक्षत्र - पुष्य दोपहर 12:57

33

आज का पंचांग - 10 सिंतबर 2018

10 सितम्बर 2018
0
0
0

🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞⛅ *दिनांक 10 सितम्बर 2018*⛅ *दिन - सोमवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)*⛅ *शक संवत -1940*⛅ *अयन - दक्षिणायन*⛅ *ऋतु - शरद*⛅ *मास - भाद्रपद*⛅ *पक्ष - शुक्ल* ⛅ *तिथि - प्रतिपदा रात्रि 08:35 तक तत्पश्चात द्वितीया*⛅ *नक्षत्र - उत्तराफाल्गुनी 11 सितम्बर प्रातः 03:39

34

आज का पंचाग - 11 सितम्बर 2018

11 सितम्बर 2018
0
1
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 11 सितम्बर 2018⛅ दिन - मंगलवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - शरद⛅ मास - भाद्रपद⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - द्वितीया रात्रि 06:04 तक तत्पश्चात तृतीया⛅ नक्षत्र - हस्त 12 सितम्बर प्रातः 02:05 तक तत्पश्चात चित्रा⛅ योग - शुभ स

35

आज का पंचांग - 20 सितम्बर 2018

20 सितम्बर 2018
0
1
0

🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 20 सितम्बर 2018⛅ दिन - गुरुवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - शरद⛅ मास - भाद्रपद⛅ पक्ष - शुक्ल ⛅ तिथि - एकादशी 21 सितम्बर रात्रि 01:16 तक तत्पश्चात द्वादशी⛅ नक्षत्र - उत्तराषाढा दोपहर 01:44 तक तत्पश्चात श्रवण⛅ योग - अत

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए