नई दिल्ली : कश्मीर को लेकर सरकारों की नीतियां हमेशा विवादों में रही हैं और टीवी चैनलों पर इसको लेकर बहस अक्सर होती रहती है। इस बार नंबर वन हिंदी न्यूज़ चैनल 'आजतक' के कार्यक्रम 'एजेंडा आजतक' में कश्मीर मुद्दे पर बहस के लिए तमाम पार्टियों के नेताओं को बुलाया गया। प्रोग्राम में चर्चा के लिए एक तरफ जहाँ जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और अटल बिहारी वाजपेयी के दौर के दिग्गज नेता के रूप में पहचान रखने वाले फार्रूख अब्दुल्ला और पीडीपी के वरिष्ठ नेता मुज़फ्फर हुसैन बेग को बुलाया गया वहीं दूसरी ओर इन दोनों नेताओं से कई कम अनुभव वाले बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी को बैठा दिया गया। दोनों नेताओं ने बहस के दौरान केंद्र सरकार के 'मिशन कश्मीर' पर खूब सवाल किये। जिनके सामने बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी बेबस दिखे। गौरतलब है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के ये दोनों नेता कश्मीर में दशकों से राजनीति कर रहे हैं।
चर्चा की शुरुआत टीवी पर बहुत दिन बाद दिखे फार्रूख अब्दुल्ला ने की। उन्होंने कहा कि 'मुझे नही पता कि केंद्र सरकार का 'कश्मीर मिशन' क्या है। कश्मीर का मसला आज का उलझा हुआ नही है। यह तब से उलझा हुआ है जब से भारत और पाकिस्तान अलग हुए। जबकि जम्मू-कश्मीर में बीजेपी की सहयोगी पीडीपी के नेता मुजफ्फर बेग हुसैन ने कहा ''पाकिस्तान के पास तो मिशन कश्मीर है लेकिन भारत के पास मिशन कश्मीर नही है''।
चैनल में चर्चा के दौरान पीडीपी के मुजफ्फर बेग और नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूख अब्दुल्लाह ने सवालों की झड़ी लगा दी। इन दोनों नेताओं के सामने बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी बेहद कमजोर लगे। कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के लिए ये दोनों नेता आज से नही बल्कि अटल बिहारी वाजपेयी के दौर से राजनीति कर रहे है। दोनों नेताओं का अनुभव राजनीति में इतना है कि उनके सामने बीजेपी के सुधांशु त्रिवेदी जैसे नए प्रवक्ता की चलनी मुश्किल थी। सुधांशु त्रिवेदी की राजनीतिक पहचान सिर्फ इतनी है कि वह केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के राजनीतिक सलाहकार रहे हैं।
खैर चर्चा को एकतरफा बनाने के लिए यह काफी था। चर्चा के दौरान पीडीपी के नेता मुजफ्फर बेग बेहद आक्रामक दिखे उन्होंने कहा कि पहले सरकार घाटी के लोगों के दिल जीतें। पाकिस्तान तो दूर की बात है पहले आप कश्मीर के लोगों से बात करें। पीडीपी नेता ने आतंकी बुरहान बानी को लेकर कहा कि कश्मीर पुलिस की गलती भी रही कि उन्होंने माहौल को बिगाड़ा। चर्चा के अंत में एंकर स्वेता सिंह बोली कि इस डिबेट जे बाद यह पता लगाना मुश्किल है कि कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी एक दूसरे के सहयोगी हैं।