नई दिल्ली : पाकिस्तान के भीतर चलने वाले आतंकी शिविरों पर म्यांमार टाइप हवाई हमले किये जा सकते हैं. नियंत्रण रेखा और भारत-पाक सीमा के उस पार सक्रीय आतंकी शिविरों के सेटेलाइट कॉऑर्डिनेट्स की फाइल तैयार कर ली गयी है.
देश की शीर्षस्थ ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ ने सरहद पार पाकिस्तानी आतंकी शिविरों के ताजा ठिकाने और नक़्शे प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंपे हैं. इन नक्शों में लश्कर ऐ तोइबा और जैश ऐ मुहम्मद गुट के शिविर रेखांकित किये गए हैं.
खबर है कि रॉ के प्रमुख राजिंदर खन्ना और आईबी चीफ दिनेश्वर शर्मा के साथ अति गोपनीय बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने इन आंतकी शिविरों की ताज़ा सूची बनाई है. ज्यादातर आतंकी शिविर पाक अधिकृत कश्मीर के मुज़फ़्फ़राबाद इलाके के इर्द गिर्द चल रहे है.
सूत्रों के मुताबिक इन आतंकी शिविरों को लेकर एक अहम बैठक सेना अध्यक्ष जनरल दलबीर सिंह सुहाग और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा के साथ डोवाल कर चुके हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की तरफ अगर फिर सरहद के आसपास कोई बड़ी गतिविधि हुई तो सेना इन आंतकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकती हैं. भारत ने कूटनीतिक स्तर पर इस सिलसिले में ब्रिटैन और अमेरिका को संकेत दिए हैं. दरअसल उड़ी की सेना ब्रिगेड पर हमला इतना आश्चर्यचकित तरीके से हुआ कि सरकारी एजेंसियां हमले के चार घण्टे तक घाटी में ऐसे हमले की दूसरी क़िस्त पर ही नज़र रखती रही. दोपहर तक उड़ी में पूरी तरह से नियंत्रण पाने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय में सिलसिलेवार तरीके से बैठकों का दौर शुरू हुआ. सूत्रों ने बताया गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री मनोहर परिक्कर ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ सर्जिकल स्ट्राइक पर विचार किया. सूत्रों के मुताबिक मोदी ने पर्रिकर से कहा कि आप तैयारी रखें ..इस दिशा में सरकार जल्द फैसला लेगी. पीएमओ के एक उच्च अधिकारी ने संकेत दिए कि मोदी मौजूद हमले को लेकर बेहद गंभीर हैं और कोई बड़ी कार्रवाई कर सकते हैं.