shabd-logo

अध्याय - १ - सोलह संस्कार

11 सितम्बर 2021

154 बार देखा गया 154


article-image

🌼 *हमारे संस्कार* 🌼

🌹 *प्रथम - भाग* 🌹

मानव जीवन में *संस्कारों का बहुत महत्त्व है* बिना संस्कार के मनुष्य पशु के ही समान होता है ! इसी को ध्यान में रखते हुए आदिकाल से सनातन धर्म में *संस्कारों की आधारशिला* रखी गयी थी ! *संस्कार के ही माध्यम से व्यक्ति में गुणों का आरोपण किया जा सकता है !* हमारे शास्त्रों का मानना है कि बिना *संस्कार* के जीवन में न तो कुछ प्राप्त किया जा सकता है और न ही मनुष्य का बोद्धिक , आध्यात्मिक एवं भौतिक विकास ही हो सकता है ! *संस्कार क्या है ?* इसका वर्णन हमें *ब्रह्मसूत्र भाष्य* में देखने को मिलता है ! जहाँ स्पष्ट लिखा है :---

*"संस्कारो हि नाम संस्कार्यस्य गुणाधानेन् वा स्याद्योषाय नयनेन् वा"*

*अर्थात्:-* व्यक्ति में गुणों का आरोपण करने के लिए जो कर्म किया जाता है *उसे संस्कार कहते हैं !*

*संस्कारों के महत्त्व* को समझाते हुए कहा गया है कि :--

*जन्मना जाते शूद्र: संस्काराद्दिवज उच्यते*

*अर्थात्:-* जन्म से सभी शूद्र होते हैं और *संस्कारों* के माध्यम से ही व्यक्ति को द्विज बनाया जाता है !

आज भले ही *संस्कारों का लोप* होता दिख रहा हो परंतु यही *संस्कार* हमें  उच्चता प्रदान करते रहे हैं ! *संस्कारों के लोप* होने का कारण आज लोगों का अज्ञान भी है ! *संस्कारों के महत्त्व* को हम भूल न जायं इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए *१६ संस्कारों* पर आधारित यह श्रृंखला लिखने का सूक्ष्म प्रयास मैं कर रहा हूँ ! आशा है कि आप सभी का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त होगा |

प्राचीन लोखों से यह ज्ञात होता है कि प्राचीन काल में *संस्कारों की संख्या भी लगभग चालीस थी* जैसे-जैसे समय बदलता गया तथा व्यस्तता बढती गई तो कुछ *संस्कार* स्वत: विलुप्त हो गये। *गौतम स्मृति* में *चालीस प्रकार के संस्कारों* का उल्लेख है | *महर्षि अंगिरा* ने इनका अंतर्भाव *पच्चीस संस्कारों* में किया | *व्यास स्मृति* में *सोलह संस्कारों* का वर्णन हुआ है |  इनमें *पहला गर्भाधान संस्कार* और मृत्यु के उपरांत *अंत्येष्टि अंतिम संस्कार है |*

विभिन्न धर्मग्रंथों में *संस्कारों* के क्रम में थोडा-बहुत अन्तर है , लेकिन प्रचलित संस्कारों के क्रम में *गर्भाधान, पुंसवन, सीमन्तोन्नयन, जातकर्म, नामकरण, निष्क्रमण, अन्नप्राशन, चूड़ाकर्म, विद्यारंभ, कर्णवेध, यज्ञोपवीत, वेदारम्भ, केशान्त, समावर्तन, विवाह तथा अन्त्येष्टि ही मान्य है |*

*गर्भाधान से विद्यारंभ* तक के संस्कारों को *गर्भ संस्कार* भी कहते हैं | इनमें पहले तीन *(गर्भाधान, पुंसवन, सीमन्तोन्नयन)* को *अन्तर्गर्भ संस्कार* तथा इसके बाद के छह *संस्कारों को बहिर्गर्भ संस्कार* कहते हैं | *गर्भ संस्कार* को दोष मार्जन अथवा *शोधक संस्कार* भी कहा जाता है | *दोष मार्जन संस्कार* का तात्पर्य यह है कि शिशु के पूर्व जन्मों से आये धर्म एवं कर्म से सम्बन्धित दोषों तथा गर्भ में आई विकृतियों के मार्जन के लिये संस्कार किये जाते हैं | बाद वाले *छह संस्कारों को गुणाधान संस्कार कहा जाता है |*

*इस प्रकार सनातन धर्म के संस्कार बहुत ही दिव्य एवं महत्त्वपूरण हैं ! प्रत्येक व्यक्ति को अपने संस्कारों के विषय में जानना चाहिए !*

17
रचनाएँ
सोलह संस्कार (विधि सहित)
5.0
मानव जीवन में संस्कारों का बड़ा महत्व है ! बिना संस्कार के मनुष्य होकर भी मनुष्य पशु के ही समान है ! संस्कारों के महत्व को देखते हुए मानव जीवन में जन्म के पहले से लेकर मृत्युपर्यन्त १६ संस्कारों की व्यवस्था सनातन धर्म में बनाई गयी है ! इस पुस्तक के माध्यम से हम उन दिव्य संस्कारों के विषय में जानने का प्रयास करेंगे !
1

अध्याय - १ - सोलह संस्कार

11 सितम्बर 2021
8
8
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425142f7ed561c89

2

अध्याय - २ गर्भाधान संस्कार

11 सितम्बर 2021
6
9
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425142f7ed561c89

3

अध्याय - ३ पुंसवन संस्कार

11 सितम्बर 2021
2
4
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425142f7ed561c89

4

अध्याय - ४ सीमन्नतोन्नयन संस्कार

12 सितम्बर 2021
1
2
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425142f7ed561c89

5

अध्याय - ५ जातकर्म संस्कार

13 सितम्बर 2021
3
4
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425142f7ed561c89

6

अध्याय - ६ नामकरण संस्कार

13 सितम्बर 2021
0
6
0

<p><br></p> <p> &

7

अध्याय - ७ निष्क्रमण संस्कार

14 सितम्बर 2021
0
3
0

<p><br></p> <p> &

8

अध्याय - ८ अन्नप्राशन संस्कार

14 सितम्बर 2021
0
4
1

<p>🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️</p> <p><br></p> <p> </p> <p> &nb

9

अध्याय - ९ चूड़ाकर्ण संस्कार

14 सितम्बर 2021
0
2
0

<p>🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️</p> <p><br></p> <p> &nbsp

10

अध्याय - १०; विद्यारंभ संस्कार

14 सितम्बर 2021
1
6
0

<p><br></p> <p>🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️</p> <p><br></p> <p> &nbsp

11

अध्याय - ११ कर्णवेध संस्कार

14 सितम्बर 2021
0
6
0

<p>🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️🍀🏵️</p> <p><br></p> <p> &nbsp

12

अध्याय - १२ उपनयन संस्कार

15 सितम्बर 2021
0
3
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425142f7ed561c89

13

अध्याय - १३ वेदारम्भ संस्कार

15 सितम्बर 2021
1
3
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425142f7ed561c89

14

अध्याय - १४ केशान्त संस्कार

15 सितम्बर 2021
1
3
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425142f7ed561c89

15

अध्याय - १५ समावर्तन संस्कार

15 सितम्बर 2021
0
3
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425142f7ed561c89

16

अध्याय - १६ विवाह संस्कार

15 सितम्बर 2021
0
4
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425142f7ed561c89

17

अध्याय - १७ अन्येष्टि संस्कार

15 सितम्बर 2021
2
4
0

<p><br></p> <figure><img src="https://shabd.s3.us-east-2.amazonaws.com/articles/611d425142f7ed561c89

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए