नई दिल्ली : लखनऊ विकास प्राधिकरण में सालों से जमे संपत्ति विभाग के अफसरों और बाबुओं पर अब शामत के बादल मंडरा रहे हैं. दरअसल पीएम मोदी की नोटबंदी की कार्यवाही के चलते प्राधिकरण में लंबे समय से एक ही स्थान पर तैनात अफसरों द्वारा जमा की गयी अकूत संपत्ति की गाज अब कभी भी आयकर विभाग गिरा सकता हैं.
बेनामी संपत्तियों को लेकर LDA अफसरों की उड़ी नींद
जिसके चलते प्राधिकरण में तैनात अफसर और बाबू अब विभिन्न योजनाओं में जुटाई गयी संपत्तियों को लेकर परेशान ही नहीं बल्कि उनकी रातों की नींद उड़ गयी है. सूत्रों के मुताबिक प्राधिकरण के संपत्ति विभाग में तैनात अफसरों और बाबुओं की सांठगांठ के चलते दलालों से मिलकर जमकर अकूत संपत्ति जुटाई गयी है. यही नहीं इन अफसरों और बाबुओं ने मिलकर विभागीय नियमों को ताक पर रखकर नियम विरुद्ध कई भूखंडो और मकानों का आवंटन किया है.
अकूत संपत्तियां बनाने वाले परेशान
सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने कालेधन को लेकर जिस तरह से लोगों पर शिकंजा कसने के निर्देश वित्त मंत्रालय को दिए हैं. उससे कालेधन की कमाई करने वाले अफसरों और बाबुओं पर अब आयकर विभाग के अफसरों की तलवार सर पर लटकते हुए दिखाई दे रही हैं. बताया जाता है कि आयकर विभाग की टीम प्राधिकरण के कर्मचारियों और अफसरों की संपत्तियों का लेख ा-जोखा जुटाने में जुटे हैं.
LDA के लोगों पर आयकर कसेगा शिकंजा
प्राधिकरण के सूत्रों के मुताबिक बेनामी संपत्तियां इकट्ठा करने वाले अफसर अब अपनी संपत्तियों को लेकर परेशान हैं. बताया जाता है कि प्राधिकरण के कर्मचारियों और बाबुओं ने अपने रिश्ते - नातेदारों के नामों पर प्राधिकरण की कई योजनाओं में प्राइम लोकेशन पर अपनी प्रापर्टियां आवंटित कर रखी हैं. जिसके चलते आयकर विभाग की गाज अब उन पर कभी भी गिर सकती है.