नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक में कालेधन को सफेद करने वाले एक बड़े रैकेट का खुलासा कर 7 दलों को गिरफ्तार किया है. इन दलालों के पास से 93 लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं. इस रैकेट को पकड़ने के लिए ईडी के एक अफसर ने खुद को कस्टमर के रूप पेशकर इन दलालों से पहले संपर्क किया और बाद में इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
दलालों से बैंक अफसरों के जुड़े पेंच
सूत्रों के मुताबिक इन दलालों के तार कुछ बड़े बैंक अफसरों से जुड़े बताये जा रहे हैं. हालांकि अभी इस बात का खुलासा नहीं किया जा सका है. लेकिन ईडी के अफसरों का मानना है कि बिना बैंक अफसरों की सांठगांठ से यह नोट सफेद नहीं किये जा सकते हैं. इसलिए ईडी अब इस बात का पता लगाने में जुट गयी है कि यह दलाल किसके जरिये कालेधन को सफेद किया करते थे.
रेड्डी का कालाधन सफेद करने के आरोप नाइक सस्पेंड
दरअसल ईडी को कई बैंक अफसरों पर पहले से ही शक है, लेकिन इन दलालों को पकडे जाने के बाद उनका शक और गहरा गया है. इसलिए वह पकडे गए दलालों से गहन जांच पड़ताल करने में जुट गए हैं. इधर कर्नाटक सरकार ने सोमवार रात( 12 दिसंबर) को केएएस अधिकारी एल बीमा नाइक को जनार्दन रेड्डी के कालेधन को सफेद करने में मदद के आरोप में सस्पेंड कर दिया. गौरतलब है कि जनार्दन रेड्डी ने पिछले दिनों अपनी बेटी की शादी में जमकर पैसा खर्च किया था.
रेड्डी के कार्यालय से फाइलें जब्त
बताया जाता है कि 500 करोड़ रुपये बेटी कि शादी में खर्च किए गए. इसके बाद कर्नाटक के पूर्व मंत्री और खनन कारोबारी जनार्दन रेड्डी की बेल्लारी स्थित ओबुलापुरम माइनिंग कंपनी के दफ्तर में सोमवार को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापा मारा. बताया जा रहा है कि जनार्दन रेड्डी के दफ्तर से जांच टीम ने कुछ फाइलें भी जब्त की है. मालूम हो कि बेटी की शाही शादी को लेकर रेड्डी चर्चा में रहे थे.