नई दिल्ली : हनी ट्रैप करके डिफ़ेन्स इनफार्मेशन लीक करने के मामले में अकेले पर रहे वरुण गाँधी ने आज ट्विटर पर अपने लेटर हेड पर अपनी सफाई दी। सूत्रों के अनुसार बीजेपी की ओर से कोई बचाव न करने की स्थिति में उन्हें आज ट्वीटर पर एक पत्र जारी करना पड़ा। वरुण गाँधी ने कहा कि इस मामले में जिस आर्म्स डीलर अभिषेक वर्मा और उनके रिश्तों की बात हो रही है वह उनसे पहली बार इंग्लैंड में मिले थे।
वरुण गाँधी ने बताया कि उस वक्त वरुण कॉलेज में पढ़ाई करते थे। वरुण के मुताबिक, अभिषेक से उनका परिचय दिवंगत वीना और श्रीकांत वर्मा के बेटे के तौर पर कराया गया। ये दोनों ही संसद सदस्य थे। वरुण के मुताबिक, सम्मानित परिवार से ताल्लुक रखने वाले अभिषेक से वह कम ही वक्त में सामाजिक तौर पर कई बार मिले। अब दोनों को मिले सालों गुजर चुका है। वरुण का यह भी कहना है कि दोनों के बीच उनके कामकाज को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई।
वरुण के मुताबिक, यह कहना ऊटपटांग है कि उन्हें ब्लैकमेल किया गया क्योंकि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया। वरुण ने कहा कि यह कहना और भी अजीबोगरीब है कि उन्होंने डिफेंस पार्लियामेंट्री कमिटी की टॉप सीक्रेट इन्फर्मेशन लीक की। वरुण के मुताबिक, सभी सांसद यह बात अच्छे से जानते हैं कि ऐसी किसी कमिटी के सामने संवेदनशील जानकारी शेयर नहीं की जाती।