नई दिल्लीः चुनाव आयोग ने मुलायम सिंह यादव की दावेदारी खारिज कर बेटे अखिलेश को समाजवादी पार्टी के चुनाव चिह्न के इस्तेमाल का हकदार माना है। यानी अगर सुलह न होने की स्थिति में अखिलेश खेमा ही साइकिल चुनाव चिह्न पर वोट मांग सकेगा। चुनाव आयोग ने सुरक्षित रखा फैसला शाम को सार्वजनिक कर दिया है। यह जानकारी आयोग सूत्रों ने दी है।
दोनों धड़ों ने ठोका था कब्जा
पिछले छह महीने से समाजवादी पार्टी में मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव खेमे के बीच लड़ाई चल रही थी। एक जनवरी को यह कलह तब गहरा गई, जब प्रो. रामगोपाल की ओर से बुलाए गए अधिवेशन में मुलायम का ही राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से तख्तापलट कर दिया गया था। तब अखिलेश को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई थी। जिसके बाद अखिलेश और मुलायम गुट ने चुनाव आयोग में साइकिल चुनाव चिह्न पर दावेदारी ठोंकी। क्योंकि दोनो गुट अलग-अलग चुनाव लड़ने का मूड बनाए। अब जब चुनाव आयोग ने अखिलेश का पक्ष मजबूत पाकर उन्हें चुनाव चिह्न इस्तेमाल करने की छूट दी है तो कहा जा रहा है कि मुलायम को फिर समझौता करना पड़ेगा।