नई दिल्ली ; समाजवादी पार्टी से रामपुर जिले की सांसद रह चुकीं सिने स्टार जयाप्रदा को उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद् का वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें केबिनेट मंत्री का दर्जा देकर अपने रूठे अंकल अमर सिंह को जहां मना लिया है वहीँ उनकी पार्टी के कद्दावर नेता व सीएम के चच्चा आज़म खान उनके इस फैसले को लेकर अब उनसे नाराज हो गए हैं. समझा जाता है कि पार्टी के भीतर पहले भी इसी तरह कि कलह जयाप्रदा को लेकर आज़म खान और अमर सिंह से हुई थी, जिसके बाद आज़म नाराज होकर पार्टी छोड़कर चले गए थे.
अखिलेश क्यों नहीं मिल रहे थे अमर और जया से ?
इसीलिए अखिलेश यादव ने इस बार अमर सिंह और उनकी खास दोस्त फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा को पार्टी में अधिक तरजीह नहीं दे रहे थे. लेकिन पार्टी में शामिल हुए अमर सिंह और उनकी खास दोस्त जयाप्रदा को सीएम अखिलेश ने मिलने के लिए समय देने कि भी जरुरत नहीं समझी. इसको लेकर अमर सिंह पार्टी में अपने आपको असहाय महसूस कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक अमर सिंह को तो नेताजी यानि मुलायम सिंह यादव ने पिछले दिनों उनके पार्टी में वापस आते ही उन्हें राज्यसभा भेज दिया था, लेकिन जयाप्रदा को कोई तरजीह नहीं दी थी.
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इसीलिए अखिलेश यादव ने इस बार अमर सिंह और उनकी खास दोस्त फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा को पार्टी में अधिक तरजीह नहीं दे रहे थे. लेकिन पार्टी में शामिल हुए अमर सिंह और उनकी खास दोस्त जयाप्रदा को सीएम अखिलेश ने मिलने के लिए समय देने कि भी जरुरत नहीं समझी. इसको लेकर अमर सिंह पार्टी में अपने आपको असहाय महसूस कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक अमर सिंह को तो नेताजी यानि मुलायम सिंह यादव ने पिछले दिनों उनके पार्टी में वापस आते ही उन्हें राज्यसभा भेज दिया था, लेकिन जयाप्रदा को कोई तरजीह नहीं दी थी.
अमर सिंह ने हाल में क्यों की थी सीएम से मुलाकात ?
इसको लेकर अमर सिंह काफी नाराज चल रहे थे. बताया जाता है कि हाल ही में अमर सिंह ने अखिलेश से मुलाकात कर अपनी नाराजगी जताते हुए उनसे कहा था कि अगर चाचा से भतीजा नाराज है, तो वह राज्यसभा पद से इस्तीफा दे देंगे. इसके साथ ही उन्होंने सीएम अखिलेश से जयाप्रदा को भी पार्टी में तवज्जो न दिए जाने की शिकायत की थी. फिलहाल नाराज चाचा अमर सिंह की नाराजगी को देखकर यूपी के सीएम अखिलेश ने उन्हें मानाने के लिए उनकी दोस्त और पुरानी राजनीति की साथी जयाप्रदा को उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद् का वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाकर सरकार में केबिनेट मंत्री का दर्जा देकर उन्हें तो मना लिया.
आज़म जयाप्रदा को मंत्री बनाये जाने से क्यों भड़के ?
लेकिन अब उनके दूसरे चाचा यानि चच्चा आज़म खान उनसे जयाप्रदा को सरकार में केबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने को लेकर नाराज हो गए हैं. आज़म खान के गृह जनपद से जुड़े जानकारों का कहना हैं कि मंत्रीजी ने जयाप्रदा से विवाद होने के बाद ही तो पार्टी छोड़ी थी, लेकिन उन्हें पार्टी ने वापस बुला लिया और अब फिर से वही हो रहा है. जिसको लेकर आज़म खान कि पार्टी के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है. आपको बता दें कि जब पार्टी में अमर सिंह कि वापसी हुई थी तो आज़म शांत थे. लेकिन जब उनका नाम राज्यसभा भेजे जाने के लिए पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर बैठक बुलाई गयी तो जैसे ही नेताजी ने अमर सिंह का नाम अंतिम मुहर लगाने के लिए सबके सामने रखा, तभी नेताजी के भाई राम गोपाल और आज़म खान ने सबके सामने इसका विरोध शुरू कर दिया.
सपा छोड़कर क्यों भागे थे आज़म ?
यही नहीं सरकार में काबिज नगर विकास मंत्री आज़म खान बैठक छोड़कर अपने घर रामपुर लौट आये थे. दरअसल अमर सिंह को पूर्व में पार्टी में नेताजी के सबसे करीबी होने के जो ओहदा मिला. उससे आज़म खान परेशान थे. मसलन पार्टी में अमर सिंह के आगे सभी नेताओं का कद बौना साबित होता था. जिसके चलते आज़म खान कि अमर और जयाप्रदा के आगे नहीं चलती थी. इसको लेकर नाराज आज़म पार्टी छोड़कर चले गए थे,
सपा में आज़म का कद होने लगा छोटा
लेकिन पार्टी में उनके रस्ते का सबसे बड़ा रोड़ा माने जाने वाले अमर सिंह और जयाप्रदा का कद सपा में फिर से बढ़ रहा है. इसको लेकर आज़म खान अब सीएम अखिलेश से नाराज हो गए हैं. बहरहाल पार्टी में मची अन्तर्कलह को लेकर सीएम अखिलेश की मुश्किलें और बढ़ गयी है की वह अपने नाराज चाचाओं को मनाएं या प्रदेश की सरकार चलाएं.