लखनऊ : यूपी में चौदह साल का वनवास काट कर सत्ता में लौटी बीजेपी ने अपना साम्राज्य खड़ा करना शुरू कर दिया है. सूबे की पिछली सपा सरकार की योजनाओं पर अब भगवा सीएम योगी आदित्यनाथ की कैंची चलती दिखने लगी है. दरअसल भगवा सरकार ने अखिलेश सरकार में चलायी जाने वाली कई योजनाओं से समाजवादी शब्द को हटाना शुरू कर दिया है. यही नहीं कई योजनाओं में दिख रही सीएम की तस्वीरों को भी हटाये जाने का काम शुरू कर दिया गया है. यहां तक कि कई योजनाओं में घपला दिखाई देने के बाद उनकी जाँच के आदेश भी जारी किये जा चुके हैं.
योगी ने की 14 साल का इतिहास 6 महीने में बदलने की तैयारी
फिलहाल दो सप्ताह पूरे करने वाली योगी सरकार के अंदाज यूपी में साफ नजर आने लगे हैं. ताबड़तोड़ नए फैसलों और पैगामों से उन्होंने अफसरों, अधिकारियों, प्रशासनिक अमलों, स्कूलों और नेताओं तक को हैरत में डाल दिया है. सत्ता के सभी पुराने रंग तेज़ी से उतारे जा रहे हैं. जिसके चलते यूपी की योगी सरकार ने अब तक दो सप्ताह में 7 बड़े फैसले लिए हैं.
जानिए क्या हैं योगी सरकार के बड़े फैसले ?
1. राज्य सरकार की सभी एंबुलेंस से समाजवादी शब्द को हटाया जाएगा.
2. राज्य से अखिलेश की फोटो वाले तीन करोड़ राशन कार्ड को वापस लिया जाएगा.
3. बुजुर्गों के लिए चलाई जाने वाली समाजवादी श्रवण यात्रा भी सिर्फ श्रवण यात्रा रह जाएगी, समाजवादी शब्द की विदाई कर दी जाएगी.
4. डिंपल यादव की अगुवाई में बने राज्य पोषण मिशन को भंग कर दिया गया है. ये योजना राज्य की कुपोषित महिलाओं और बच्चों की पहचान के लिए चलाई जा रही थी, जिसकी अगुवाई डिंपल यादव कर रही थी.
5. सरकारी स्कूल बैग से अखिलेश यादव की तस्वीर हटाई जा रही है.
6. शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड में पूर्व मंत्री आजम खान पर घोटाले के आरोप लगाए गए और जांच की बात कही गई.
7 सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश सरकार के दौरान कथित रिवर फ्रंट घोटाले की जांच कराएगी. 45 दिन में न्यायिक जांच की रिपोर्ट देनी होगी.