नई दिल्ली : अब महाराष्ट्र में दूसरे राज्यों के मुकाबले पेट्रोल महंगा मिलेगा। दरअसल राज्य सरकार ने पेट्रोल पर वैट बढ़ाने का फैसला किया है। महाराष्ट्र सरकार ने पेट्रोल पर वैट 3 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिया है। 3 रुपये का सूखा उपकर (ड्रॉट सेस) लगाया जायेगा। इसके बाद राज्य में पेट्रोल की कीमत 74 रुपये 42 पैसे से बढ़कर 77 रुपये 45 पैसे हो गई है।
सरकार का कहना है कि भले ही केंद्र सरकार ने पेट्रोल सस्ता किया है, लेकिन राज्य सरकार को किसानों की मदद के लिए अतिरिक्त आमदनी की जरूरत है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार ड्रॉट सेस पूरे महाराष्ट्र में वसूला जाता है लेकिन फ़िलहाल राज्य में सूखे जैसे हालात नहीं हैं। पेट्रोल में 3 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी के कारण महाराष्ट्र सरकार को 2017-18 में 1,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त रेवेन्यू इकठ्ठा करेगी।
राज्य में पहले से ही 6 रूपये ड्रॉट सेस लगाया जाता है लेकिन अब इसे 9 रूपये कर दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार सूत्रों ने बताया कि सूखा उपकर से हुई उगाही से राज्य सरकार को हाईवेज के किनारे बार और शराब की दुकानें बंद होने की वजह से हुए घाटे को पाटने में मदद मिलेगी।
हालाँकि महाराष्ट का एक सच यह भी है कि यूपी में किसानों की कर्जमाफी के बाद महाराष्ट्र के किसान भी कर्जमाफी की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार ने उन्हें कोई बड़ी रहत अभी तक नहीं दी। गृह मंत्रालय की ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि किसानों की ख़ुदकुशी के मामले में सबसे पहला स्थान महाराष्ट्र का है, जहाँ तीन सालों में 11,441 किसानों ने आत्महत्या की।
महाराष्ट्र में ड्रॉट सेस तो लगता ही है लेकिन वैट की कीमतें भी एकसमान नहीं है। मुंबई-ठाणे-नवी मुंबई बेल्ट में सबसे ज्यादा 26% वैट वसूला जा रहा है जबकि राज्य के बाकी हिस्से में यह 25% है। महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में पेट्रोल की कीमतों में अंतर का प्रमुख कारण ड्रॉट सेस ही है।