नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी में लगातार बाहरी बताए जा रहे राज्यसभा सदस्य अमर सिंह को पार्टी के संसदीय बोर्ड का सदस्य मनोनीत किया गया है. गौरतलब है कि यह पत्र उनके धुर विरोधी कहे जाने वाले पार्टी में महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने जारी किया है. दरअसल अचानक से समाजवादी परिवार में जारी घमासान के बाद आये इस दिलचस्प मोड़ को लेकर बड़ा राज छिपा बताया जा रहा है. यही नहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अमर सिंह को संसदीय बोर्ड का सदस्य मनोनीत कर दिया है.
अमर को संसदीय बोर्ड सदस्य बनाने के पीछे राज
दिलचस्प बात यह है कि अमर सिंह के मनोनयन का पत्र पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तथा राज्यसभा सदस्य प्रो.रामगोपाल यादव ने जारी किया है. इससे पहले जब अमर सिंह को राज्यसभा सदस्य तथा राष्ट्रीय महासचिव मनोनीत किया गया था, तब पत्र पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने जारी किया था. इस बार उनके धुर विरोधी माने जाने वाले प्रोफेसर रामगोपाल यादव से जारी कराया गया है. प्रो. रामगोपाल यादव ने लेटर में अमर सिंह को ' प्रिय, अमर सिंह जी' लिख कर संबोधित किया है. साथ ही लिखा है कि मुझे उम्मीद है कि आपके अनुभव से और परिश्रम से पार्टी को फायदा पहुंचेगा.
चाचा और भतीजे अमर का करते रहे हैं विरोध
प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव बीते कई महीने से लगातार खुले मंच से अमर सिंह को पार्टी से निकाले जाने की मांग करते रहे हैं. यह दोनों नेता अमर सिंह पर आरोप लगाते रहे हैं कि इन्हीं की वजह से पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के परिवार में मनमुटाव के हालात बने हैं. समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव लगातार राज्यसभा सांसद अमर सिंह का बचाव करते रहते हैं, जबकि अखिलेश यादव औैर रामगोपाल यादव इनकी खिलाफत करते रहते हैं.
अमर को लेकर प्रोफेसर को निकाला जा चुका है पार्टी से
पिछले दिनों अमर सिंह का विरोध करने के चलते प्रोफेसर रामगोपाल यादव को पार्टी से निकाल दिया गया था. बाद में अखिलेश यादव की दखल के बाद सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने रामगोपाल यादव को दोबारा पार्टी में लाने की इजाजत दे दी थी. अमर सिंह को लेकर समाजवादी परिवार में रार अब लगता है एक बार फिर से बढ़ती नजर आएगी.