भारतीय मूल के हरिंदर बैंस आजकल अमेरिकी मीडिया में छाए हुए हैं। उन्होंने अमेरिका में ब्लास्ट की प्लानिंग करने वाले संदिग्ध को पकड़वाने में अहम भूमिका निभाई है। उनकी सूचना पर बैंस ने मैनहट्टन और न्यूजर्सी में ब्लास्ट की साजिश रचने वाले संदिग्ध अहमद खान रहामी को अरेस्ट कर लिया गया। हरिंदर ने सोमवार को एफबीआई को इस संदिग्ध की सूचना दी। बता दें कुछ दिन पहले ही रहामी की फोटो जारी की गई थी। जिसके बाद वो पकड़ में आया।
क्या बोले बैंस?
उन्होंने कहा, ‘‘मैं केवल एक आम नागरिक हूं। मैंने वही किया जो हर नागरिक को करना चाहिए। असली नायक पुलिसकर्मी हैं, असली नायक कानून प्रवर्तन है।’’ अधिकारी जब अहमद खान को पकड़ने आए तो उसने बंदूक निकाल ली और गोलियां चलानी शुरू कर दीं। एक गोली एक अधिकारी के सीने में लगी।
कैसे हुआ शक
लिंडन स्थित एक बार के मालिक हरिंदर बैंस को संदिग्ध आतंकी अहमद खान रहामी सोमवार को बार के दरवाजे पर सोता हुआ दिखा। उन्हें पहले लगा कि कोई शराबी व्यक्ति दरवाजे पर आराम कर रहा है लेकिन बाद में उन्होंने टीवी में तस्वीर देखते ही अहमद खान को पहचान लिया और पुलिस को बुलाकर उसे पकड़वा दिया। इस बीच एफबीआई के अधिकारियों को पूछताछ में पता चला है कि अफगानी मूल का यह आतंकी पाकिस्तान में तालिबान के गढ़ क्वेटा रह चुका है।
पाकिस्तान में रह चुका है संदिग्ध
एफबीआई के अधिकारियों की पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसका जन्म अफगानिस्तान में हुआ था और वह 2011 में क्वेटा में कई हफ्तों तक रहा था। एफबीआई उससे यह जानने में जुटी है कि 2014 में अमेरिका लौटने से पहले वह पाकिस्तान में किन-किन जगहों पर गया और किन-किन लोगों से मिला। वहीं, भारतीय मूल के अमेरिकी अटॉर्नी रवि बत्रा ने बैंस की तारीफ की है और कहा कि यह बैंस का बहादुरी एवं साहस भरा कदम है।
पहले धमाको में है कनेक्शन
न्यूजर्सी के एलिजाबेथ में पुलिस को 19 सितंबर को 5 एक्सप्लोसिव डिवाइस मिली थीं। कचरे के डिब्बे में वायर्स और पाइप का पैकेज देखने के बाद लोगों ने पुलिस को बुलाया था। 17 को मैनहट्टन में ब्लास्ट हुआ था, जिसमें 29 लोग जख्मी हुए थे। ये ब्लास्ट प्रेशर कुकर एक्सप्लोजिव के जरिए किया गया था। बोस्टन मैराथन बॉम्बिंग में ऐसी ही डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था।
भारतीय अमेरिकी अटॉर्नी रवि बत्रा ने कहा कि बैंस ने विदेशी एवं घरेलू शत्रुओं से संविधान की रक्षा एवं सुरक्षा करने की नागरिकता की शपथ का पालन करने की हिम्मत दिखाई और इसका नतीजा यह हुआ कि चेल्सी में प्रेशर कुकर बम विस्फोट करने वाले संदिग्ध को एक अन्य प्रवासी ने पकड़ लिया जो एक भारतीय-अमेरिकी नायक-सिख है. नेशनल सिख कैंपेन ने एक बयान में कहा कि यह बैंस का बहादुरी एवं साहस भरा कदम है.
उसने कहा, ‘‘एक सिख ने सप्ताहांत में न्यूयॉर्क एवं न्यूजर्सी में हुए बम विस्फोट में शामिल आतंकवादी को पकड़ने में पुलिस की मदद की।’’ संगठन ने कहा, ‘‘उन्होंने वीरता दिखाते हुए कई निर्दोष लोगों की जान की रक्षा करने में मदद की और कानून प्रवर्तन अधिकारियों को इसका श्रेय दिया। हरिंदर बैंस ने निश्चित ही वह किया जो अमेरिका में हर नागरिक को करना चाहिए। बहादुरी एवं साहस भरा कदम।’’
अमेरिका की आंखों का तारा बना ये भारतीय, एक फोन से बचा ली कईयों की जान