नई दिल्ली: भारत की PoK में सर्जिकल स्ट्राइक को अमेरिका ने खुलकर समर्थन किया है. भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड राहुल वर्मा ने उरी हमले के बाद दिए पहले इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य सहायता में अमेरिका ने भी 73 प्रतिशत की कटौती की है.
एक अंग्रेजी अखबार को इंटरव्यू देते हुए रिचर्ड वर्मा ने कहा कि उरी में हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिका और भारत के बीच संवाद जारी था. वर्मा उरी आतंकी हमले के वक़्त अमेरिका में थे लेकिन वे अपना दौरा बीच में छोड़ कर वापस भारत लौटे. उन्होंने बताया कि उरी हमले के बाद दोनों देशों के NSA लगातार एक-दूसरे के संपर्क में हैं. वर्मा ने बताया कि सीमा पार से आतंकवाद को रोकने के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भारत को हर तरह की मदद का ऑफर दिया है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद को रोकने के लिए भारत-अमेरिका का संपर्क में रहना जरूरी है.
भारत ने जो किया वो बिल्कुल सही
रिचर्ड वर्मा ने कहा कि जिस दिन सर्जिकल स्ट्राइक हुई उससे एक दिन पहले भारत के एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिका के एनएसए सूसैन राइस से फोन पर बात की थी. हालांकि उनके बीच क्या बात हुई वर्मा ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी. इसके बाद वर्मा ने कहा कि हम समझते हैं कि भारत ने वह एक्शन लिया जो उसे अपनी सुरक्षा के लिए ठीक लगा.
पाकिस्तान की सैन्य सहायता में अमेरिका ने 73 फ़ीसदी की क़टौती
वर्मा ने कहा कि लोगों को अभी तक यह जानकारी नहीं कि साल 2011 से लेकर अब तक अमेरिका की ओर से पाकिस्तान को मिलने वाली सैन्य सहायता में 73 प्रतिशत कटौती हुई है. वहीं आर्थिक सहायता को 54 प्रतिशत कम किया गया है. आतंकवाद की समस्या सिर्फ भारत के लिए नहीं बल्कि पाकिस्तान के लिए भी खतरनाक है. ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तान आतंकवाद पर सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि एनएसजी में मुद्दे पर वर्मा बोले कि अमेरिका इसकी पूरी कोशिश कर रहा है कि भारत को एनएसएजी में शामिल किया जाए.