
नई दिल्ली: भाजपा के नेता और राज्य सभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने राम मंदिर पर बयान दिया। स्वामी ने बुधवार को कहा कि राम मंदिर 2014 के लोकसभा चुनाव के वक्त बीजेपी के मैनिफेस्टो में शामिल था हम उससे कैसे भाग सकते हैं? हमें वह ज़रूर पूरा करना होगा।’
राम धुन चुनावी है
दरअसल अगले साल यानी 2017 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में राम मंदिर फिर से चर्चा में आ गया है। 11 अक्टूबर को राज्य की राजधानी लखनऊ में एक दशहरा कार्यक्रम में शामिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार मंच से “जय श्री राम” का नारा लगाया था। इसके बाद केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री महेश शर्मा केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित रामायण संग्रहालय के लिए अयोध्या में चिह्नित भूखंड का निरीक्षण करने आए। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार यानी समाजवादी पार्टी भी इस बार राम के नाम को भुनाने में लगी नज़र आ रही है।
अखिलेश भी खेल चुके हैं राम नाम का खेल
अखिलेश यादव कैबिनेट ने हाल ही में लाल बलुआ पत्थरों से रामलीला थीम पार्क बनाने की घोषणा की थी। इसको लेकर बीजेपी ने सपा पर सवाल खड़े किे थे। वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने भी बीजेपी और सपा के मंसूबों पर सवाल उठाया था। 1990 में अयोध्या में हुई कारसेवा के दौरान गोली चलवाने के कारण मुलायम सिंह यादव यूपी के मुसलमानों में काफी लोकप्रिय हो गए थे।